गोपालगंज: कृषिकार्य को लॉकडाउन से अलग रखा गया है. इसको लेकर जिले में बड़ी संख्या में हार्वेस्टर चलाने वाले चालक और मजदूर अन्य प्रदेशों से आए हुए हैं. लेकिन, जिला प्रशासन ने सभी लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में रख दिया है. किसानों का कहना है हार्वेस्टर के ऑपरेटरों को अन्य प्रदेशों से बुलाने के लिए डीएम से आदेश लिया गया था. लेकिन, ऑपरेटरों के बिहार आते ही उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर में डाल दिया गया.
'धरना पर बैठे हार्वेस्टर चालक'
हार्वेस्टर ऑपरेटर पिछले कई दिनों से क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे थे. सभी चालकों और मजदूरों का कोरोना जांच किया गया. लेकिन सभी ऑपरेटरों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है. बावजूद सभी हार्वेस्टर चालकों को सेंटर में रखा गया है. सैंपल रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मजदूर रिहाई की मांग करने लगे. इसके बाद मजदूरों ने अनशन शुरू कर दिया.
राहत कैंप में रह रहे चालक
बताया जा रहा है कि लगभग 20 मजदूर और हार्वेस्टर ऑपरेटर पंजाब और यूपी से आए हुए थे. हार्वेस्टर ऑपरेटरों के जिले में आते ही उन्हें हथुआ अनुमंडल में चल रहे राहत कैंप नवोदय विद्यालय में रख दिया गया. इसको लेकर अनशन कर रहे ऑपरेटर और मजदूरों ने कहा कि हमारी कोरोना सैंपल जांच की गई थी. रिपोर्ट निगेटिव आई. बावजूद हमें यहां से निकलने नहीं दिया जा रहा है. सरकारी नियमानुसार हमें 14 दिनों तक रखा जाना था.