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गोपालगंज: चांदपरना गांव में छाती तक पहुंचा बाढ़ का पानी, शासन-प्रशासन ने नहीं ली सुध - Sher Panchayat

बिहार में बाढ़ के हालात बिगड़ रहे हैं. गोपालगंज में सिधवलिया प्रखंड के चांदपरना गांव में लोग बाढ़ के पानी में कैद हो गए हैं. छाती तक फैले बाढ़ के पानी के बीच लोग अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. पढ़िए पूरी खबर

Chandparna village of gopalganj
Chandparna village of gopalganj
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Published : Aug 4, 2020, 1:59 PM IST

गोपालगंज: जिले में बाढ़ की तबाही से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर सिधवलिया प्रखंड के चांदपरना गांव की, तो यहां लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. लोग यहां छाती तक पहुंचे बाढ़ के पानी में कैद हो चुके हैं. लेकिन अब तक न अधिकारी सुध लेने पहुंचे हैं और न ही जनप्रतिनिधि. इससे बाढ़ पीड़ितों में काफी आक्रोश है.

कई प्रखंडों में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी
दरअसल कोरोना महामारी के बीच आई विनाशकारी बाढ़ ने बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ा दी है. सारण मुख्य बांध के टूटने के कारण मांझा, बरौली, बैकुंठपुर, सिधवलिया और कुचायकोट प्रखंड में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

चांदपरना गांव की स्थिति भयावह
सिधवलिया प्रखंड के शेर पंचायत स्थित चांदपरना गांव की स्थिति काफी भयावह है. गांव में प्रवेश करने के पहले 3 किलोमीटर तक घुटने भर पानी को पार करना पड़ता है. इसके बाद गांव में कही कमर तो कही छाती तक बाढ़ का पानी फैला है. इन हालातों में अब तक यहां के लोगों को प्रशासन की ओर से नाव तक मुहैया नहीं हो पाई है.

Chandparna village of gopalganj
बाढ़ के पानी के बीच रोजमर्रा की जिंदगी

टीम ने छाती तक बाढ़ के पानी में तय किया सफर
ईटीवी भारत संवाददाता ने जमीनी हकीकत आप तक पहुंचाने के लिए घुटने और छाती तक बाढ़ के पानी में 4 किलोमीटर का सफर तय किया. इसके बाद हमारी टीम बाढ़ से घिरे लोगों तक पहुंची ताकि उनकी परेशानी प्रशासन तक पहुंचाई जा सके.

Chandparna village of gopalganj
बाढ़ के पानी में कैद बुजुर्ग

अपने घर में कैद हुए लोग
हजारों की आबादी वाले इस गांव में लोग अपने घर में कैद है. बच्चे-बूढ़े छाती तक के पानी को पार नहीं कर सकते, इसलिए अपने घर में ही रहकर बाढ़ का पानी कम होने का इंतजार कर रहे है. सिर्फ बाढ़ का पानी ही इनकी परेशानी नहीं है, बल्कि खाने-पीने, रहने सोने, दवा-दारु और रोजमर्रा के काम में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Chandparna village of gopalganj
प्रखंडों में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी

सरकार और प्रशासन के प्रति आक्रोश
गांव की महिलाओं और बुजुर्गों ने अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. अपनी आपबीती सुनाते हुए लोगों ने कहा कि हम काफी परेशान है. खाने-पीने तक की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. घर में जो कुछ भी है किसी तरह जिंदगी गुजार रहे हैं. इन हालातों में अब तक कोई भी अधिकारी-नेता हमारी सुध लेने नहीं आया है.

गोपालगंज: जिले में बाढ़ की तबाही से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर सिधवलिया प्रखंड के चांदपरना गांव की, तो यहां लोगों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है. लोग यहां छाती तक पहुंचे बाढ़ के पानी में कैद हो चुके हैं. लेकिन अब तक न अधिकारी सुध लेने पहुंचे हैं और न ही जनप्रतिनिधि. इससे बाढ़ पीड़ितों में काफी आक्रोश है.

कई प्रखंडों में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी
दरअसल कोरोना महामारी के बीच आई विनाशकारी बाढ़ ने बाढ़ पीड़ितों की मुश्किलें बढ़ा दी है. सारण मुख्य बांध के टूटने के कारण मांझा, बरौली, बैकुंठपुर, सिधवलिया और कुचायकोट प्रखंड में बाढ़ का पानी तेजी से फैल रहा है. लोगों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

चांदपरना गांव की स्थिति भयावह
सिधवलिया प्रखंड के शेर पंचायत स्थित चांदपरना गांव की स्थिति काफी भयावह है. गांव में प्रवेश करने के पहले 3 किलोमीटर तक घुटने भर पानी को पार करना पड़ता है. इसके बाद गांव में कही कमर तो कही छाती तक बाढ़ का पानी फैला है. इन हालातों में अब तक यहां के लोगों को प्रशासन की ओर से नाव तक मुहैया नहीं हो पाई है.

Chandparna village of gopalganj
बाढ़ के पानी के बीच रोजमर्रा की जिंदगी

टीम ने छाती तक बाढ़ के पानी में तय किया सफर
ईटीवी भारत संवाददाता ने जमीनी हकीकत आप तक पहुंचाने के लिए घुटने और छाती तक बाढ़ के पानी में 4 किलोमीटर का सफर तय किया. इसके बाद हमारी टीम बाढ़ से घिरे लोगों तक पहुंची ताकि उनकी परेशानी प्रशासन तक पहुंचाई जा सके.

Chandparna village of gopalganj
बाढ़ के पानी में कैद बुजुर्ग

अपने घर में कैद हुए लोग
हजारों की आबादी वाले इस गांव में लोग अपने घर में कैद है. बच्चे-बूढ़े छाती तक के पानी को पार नहीं कर सकते, इसलिए अपने घर में ही रहकर बाढ़ का पानी कम होने का इंतजार कर रहे है. सिर्फ बाढ़ का पानी ही इनकी परेशानी नहीं है, बल्कि खाने-पीने, रहने सोने, दवा-दारु और रोजमर्रा के काम में भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

Chandparna village of gopalganj
प्रखंडों में तेजी से फैल रहा बाढ़ का पानी

सरकार और प्रशासन के प्रति आक्रोश
गांव की महिलाओं और बुजुर्गों ने अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों पर जमकर अपनी भड़ास निकाली. अपनी आपबीती सुनाते हुए लोगों ने कहा कि हम काफी परेशान है. खाने-पीने तक की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. घर में जो कुछ भी है किसी तरह जिंदगी गुजार रहे हैं. इन हालातों में अब तक कोई भी अधिकारी-नेता हमारी सुध लेने नहीं आया है.

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