गोपालगंज: जिले के कुचायकोट प्रखंड में काला मटीहनिया पंचायत अंतर्गत विशम्भरपुर गांव के पास गंडक नदी के कारण तटबंध में अचानक कटान शुरू हो गया. इससे स्थनीय लोगों में दहशत का माहौल है. हालांकि जिला प्रशासन और जल संसाधन विभाग की ओर से मौके पर कटाव रोधी कार्य शुरू कर दिया गया है.
कटाव रोधी कार्य में करीब दस एजेंसियों को लगाया गया है. लेकिन स्थानीय लोग कटाव रोधी कार्य के नाम पर लूट-खसोट करने का आरोप लगा रहे हैं. लोगों का कहना है कि कटाव शुरू होने के बाद मरम्मती कार्य तो शुरू कर दिया गया है, लेकिन सिर्फ खानापूर्ती की जा रही है. बोरे में बालू के जगह मिट्टी भर कर नदी किनारे रखा जा रहा है. इसके अलावे जरूरत से भी कम मात्रा में बोरियों को नदी के किनारे रखा जा रहा है.
उग्र आंदोलन की चेतावनी
बता दें कि इस साल जिले में आई विनाशकरी बाढ़ के कहर से 5 प्रखण्ड के लोग अभी उबरे भी नहीं हैं. इसी बीच फिर से गंडक नदी की तेज धारा के कारण सारण तटबंध में कटाव शुरू होने से लोग काफी डरे हुए हैं. इसीलिए लोगों ने प्रशासन से सुदृढ व्यवस्था कर तटबंध को बचाने की मांग की है. साथ ही लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही कटाव निरोधी कार्य सही ढंग से शुरू नही किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
तटबंध है सुरक्षित- मुख्य अभियंता
तटबंध को कटाव से बचाने के लिए किए जा रहे कार्य को लेकर बाढ़ नियंत्रण के मुख्य अभियंता ओमप्रकाश अम्बर्ग ने बताया कि यहां पानी का दबाव बढ़ गया है. तटबंध के एक प्वाइंट पर दबाव ज्यादा होने के कारण कटाव हो रहा है. इसे पहचान कर लिया गया है. उसके बचाव के लिए काम किया जा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नदी का पानी तटबंध के तरफ बहने लगा है. इसी कारण से प्रेशर बढ़ा हुआ है. वहीं, सभी पदाधिकारी और मजदूर तटबंध पर मुस्तैद हैं. मरम्मती कार्य किया जा रहा है. हालांकि हमारा तटबंध सुरक्षित है.