गोपालगंज: नेपाल के तराई इलाके में भारी बारिश होने से गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है. इलाके में रहने वाले लोगों की नींद उड़ गई है. बाढ़ से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. नदी के तटबंध पर 24 घंटे होमगार्ड जवान की तैनाती की गई है.
अधिकारियों ने तटबंध का लिया जायजा
सदर एसडीएम वर्षा सिंह ,बीडीओ पंकज शक्तिधर, सीओ विजय कुमार सारण ने तटबंध पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. इस दौरान एसडीएम ने सभी अधिकारियों को तटबंध पर पूरा इंतजाम रखने का निर्देश दिया. बाढ़ आने की स्थिति में विस्थापितों के लिए चिन्हित शरण स्थल पर सभी व्यवस्था पूर्ण रखने को कहा गया है.
जलस्तर बढ़ने से लोग चिंतित
जलस्तर बढ़ने के साथ ही अब नदी कटाव करते हुए तटबंध की तरफ बढ़ने लगी है. ऐसे में दियारा इलाके के लोगों को बाढ़ की चिंता सताने लगी है. प्रखंड के दियारा इलाके के गांवों को बाढ़ से बचाने के लिए सारण मुख्य तटबंध है. कई स्थानों पर रिंग बांध भी बनाये गये हैं.
38 पंचायत होते हैं प्रभावित
बाढ़ आने से जिले की 38 पंचायतें प्रभावित होती हैं. इनमें कुचायकोट की 5, गोपालगंज की 8, बरौली की 9, माझा के 5, सिधवलिया की 3 और बैकुंठपुर की 8 पंचायतें शामिल हैं.
24 घंटे होमगार्ड की तैनाती
तटबंधों की निगरानी के लिए 24 घंटे होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है. तटबंध के एक किलोमीटर के दायरे में एक एक होमगार्ड तैनात किए गए है. यह होमगार्ड के जवान तटबंध की सुरक्षा की निगरानी करेंगे. किसी भी स्थिति में बांध में कोई परेशानी हुई तो तत्काल अपने अधिकारियों की इसकी जानकारी देंगे. बाढ़ नियंत्रण अभियंताओं को भी तटबंध की स्थिति पर नजर रखने का निर्देश मिला है.
जिला प्रशासन अलर्ट
इस संदर्भ में एसडीएम वर्षा सिंह ने कहा कि स्थिति अभी कंट्रोल में है. वाटर लेबल से घबराने की आवश्यकता नहीं है. जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट और प्रीपेयर्ड है. किसी भी तरह की परिस्थिति बिगड़ने नहीं दी जाएगी. सुरक्षा के मद्देनजर तमाम इंतेजाम किए गये हैं.