गोपालगंज: जिले के चर्चित रोहित जायसवाल हत्याकांड की जांच के लिए बिहार पुलिस के महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे गोपालगंज पहुंचे. उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. साथ ही घटनास्थल पर जाकर नदी किनारे का निरीक्षण किया. मौका-ए-वारदात पर पहुंचे डीजीपी पांडे ने मामले का रिक्रिएशन किया और सबूत जुटाने के लिए खनुआ नदी में कूद गए.
घटनास्थल पर पहुंचे डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने अपनी वर्दी उतारी और जान की परवाह किये बिना खनुआ नदी में कूद पड़े. करीब 40 मिनट तक पानी में रहकर इस मामले से संबंधित सबूत इक्कठा किये. उन्होंने मृतक के परिजनों से पूछताछ की.
थानेदार निलंबित
मामले के खुलासे के लिए डीजीपी गोपालगंज मुख्यालय पहुंचे. इसके बाद पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से जानकारी ली. इस पूरे मामले में एसपी ने कटेया के थानेदार अश्विनी कुमार तिवारी को निलंबित कर दिया है.
मीडिया को रखा गया दूर
मामले की छानबीन करने गए डीजीपी समेत कई पुलिसकर्मियों ने मीडिया को पूरी तरह दूर रखा. बीते 29 मार्च को कटेया थाना के पास एक नदी में रोहित जायसवाल का शव मिला था. परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी. इसके बाद जिले में एक वीडियो तेजी से वायरल हुआ. जिसमें अपने बच्चे की हत्या की आशंका जता कर न्याय की मांग कर रहे दम्पति को गालियां दी जा रही हैं.
साथ ही उन्हें थाने से भागने को भी कहा गया. इसके अलावा जान का खतरा बताकर उन्हें गांव और घर छोड़ने की भी सलाह देते हुए वीडियो में देखा जा रहा था. इस पर डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे सख्त हुए और खुद गोपालगंज पहुंचकर जांच की.