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गोपालगंज: बाढ़ पीड़ितों को लेकर CPI माले ने किया प्रदर्शन, 20 हजार मुआवजे की मांग

गोपालगंज में बाढ़ की वजह से कई लोग बेघर हो गए हैं. वहीं कई लोगों की सामने भूयकमरी की समस्या हो गई है. ऐसे में बाढ़ पीड़ितों के लिए मुआवजे की मांग को लेकर भाकपा माले ने प्रदर्शन किया.

Demand for compensation
मुआवजे की मांग
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Published : Aug 29, 2020, 2:33 PM IST

गोपालगंज: भाकपा माले के नेताओ की ओर से बाढ़ पीड़ितों को 20- 20 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रखण्ड कार्यालय बरौली में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने सरकार के सामने अपनी बातों को रखा और मांगों पर विचार करने को कहा है. उन्होंने कहा कि जिले में आयी प्रलयंकारी बाढ़ के कहर से पांच प्रखण्ड पूरी तरह से प्रभावित हैं. लेकिन इन पीड़ितो के पास प्रशानिक सुविधा नहीं पहुंच रही है.

माले कार्यकर्ताओ ने निकाला जुलूस
बाढ़ पीड़ितों की परेशानियों को देखते हुए शनिवार को माले कार्यकर्ताओ ने जुलूस निकाला. जुलूस बरौली प्रखण्ड कार्यालय पहुंचा और कार्यकर्ताओं ने अंचलाधिकारी के सामने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान माले कार्यकर्ताओ ने कहा कि पहले कोरोना काल में लागू लॉकडाउन ने गरीबों की मुश्किलें बढ़ा दी है. वहीं, अब बाढ़ ने चारों ओर तबाही मचा रखी है. ऐसे में गरीबो के पास खाने के लिए कुछ भी राशन नहीं बचा है. लेकिन शासन-प्रशासन की नजर गरीबो तक नहीं पहुंच रही है. इसलिए विरोध प्रदर्शन के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को 20- 20 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की जा रही है.

बाढ़ का कहर
नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश की वजह से गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदियां लाल निशान के आस-पास बह रही हैं. कई जिलों में बांध टूट गये हैं तो कई जिलों की सड़कें टूट गयी हैं. कई जिलों के सड़क सम्पर्क और रेल मार्ग भंग हो गये हैं और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नेपाल के तराई में हुए भीषण बारिश के बाद सीमांचल की नदियां उफान पर हैं. गंगा, कोसी और महानंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिससे क्षेत्र के ताल-तलैया पूरी तरह पानी से लबालब हैं.

गोपालगंज: भाकपा माले के नेताओ की ओर से बाढ़ पीड़ितों को 20- 20 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग को लेकर प्रखण्ड कार्यालय बरौली में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान वक्ताओं ने सरकार के सामने अपनी बातों को रखा और मांगों पर विचार करने को कहा है. उन्होंने कहा कि जिले में आयी प्रलयंकारी बाढ़ के कहर से पांच प्रखण्ड पूरी तरह से प्रभावित हैं. लेकिन इन पीड़ितो के पास प्रशानिक सुविधा नहीं पहुंच रही है.

माले कार्यकर्ताओ ने निकाला जुलूस
बाढ़ पीड़ितों की परेशानियों को देखते हुए शनिवार को माले कार्यकर्ताओ ने जुलूस निकाला. जुलूस बरौली प्रखण्ड कार्यालय पहुंचा और कार्यकर्ताओं ने अंचलाधिकारी के सामने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान माले कार्यकर्ताओ ने कहा कि पहले कोरोना काल में लागू लॉकडाउन ने गरीबों की मुश्किलें बढ़ा दी है. वहीं, अब बाढ़ ने चारों ओर तबाही मचा रखी है. ऐसे में गरीबो के पास खाने के लिए कुछ भी राशन नहीं बचा है. लेकिन शासन-प्रशासन की नजर गरीबो तक नहीं पहुंच रही है. इसलिए विरोध प्रदर्शन के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों को 20- 20 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की जा रही है.

बाढ़ का कहर
नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही भारी बारिश की वजह से गंगा, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती और कोसी नदियां लाल निशान के आस-पास बह रही हैं. कई जिलों में बांध टूट गये हैं तो कई जिलों की सड़कें टूट गयी हैं. कई जिलों के सड़क सम्पर्क और रेल मार्ग भंग हो गये हैं और कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. नेपाल के तराई में हुए भीषण बारिश के बाद सीमांचल की नदियां उफान पर हैं. गंगा, कोसी और महानंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. जिससे क्षेत्र के ताल-तलैया पूरी तरह पानी से लबालब हैं.

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