पटना: बिहार विधान परिषद की खाली हुई सीट के लिए एनडीए समर्थित जनता दल यूनाइटेड के प्रत्याशी ललन प्रसाद ने नामांकन किया. नामांकन के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और एनडीए घटक दल के कई नेता मौजूद थे. ललन प्रसाद ने पार्टी के नेतृत्व को धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी गई है.
जेडीये से ललन प्रसाद ने किया नामांकन: 9 जनवरी को बिहार विधान परिषद के खाली हुए एक सीट के लिए आज जदयू के तरफ से ललन प्रसाद ने नॉमिनेशन कर दिया है. ललन प्रसाद अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं.ललन प्रसाद के नॉमिनेशन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार,उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और एनडीए घटक दल के कई नेता मौजूद थे.
'नीतीश कुमार के लिए पोस्टर लगाते थे': नॉमिनेशन के बाद ललन प्रसाद ने कहा कि हम तो नीतीश कुमार के लिए पोस्टर लगाने का काम करते थे. ललन प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार हम लोगों के आदर्श हैं. क्षेत्र में विकास के लिए हम लोगों के पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था. हम लोगों ने नीतीश कुमार का हाथ मजबूत किया. ललन प्रसाद ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए पोस्ट चस्पा करने के साथ हम लोगों ने उनके लिए झंडा भी ढोते है. 1994 से हम नीतीश कुमार के लिए काम करते रहे हैं.
"हमको कोई उम्मीद नहीं थी. हम तो जब भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलते थे तो उनके विकास के साथ चलने की बात कहते थे. उनके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की बात ही करते रहे. कभी यह तमन्ना नहीं रही कि लोकसभा विधानसभा या विधान परिषद का टिकट मांगेगे. आज उम्मीदवार बनाया गया है तो मुझे उतनी खुशी नहीं है जितना लोग खुश होते हैं. हमको तो खुशी इसी से मिलेगी कि हमारे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम दुनिया भर में डंका बजे."- ललन प्रसाद, एमएलसी उम्मीदवार
एनडीए के पास 131 विधायकों का समर्थन: उन्होंने कहा कि विधान परिषद के सदस्य बनने के बाद प्राथमिकता रहेगी कि जो नीतीश कुमार की योजना है उसे जन-जन तक पहुंचाएं. क्षेत्र के विकास के लिए कम करेंगे. बिहार विधानसभा में एनडीए के पास 131 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इसलिए यदि चुनाव हुआ भी तब भी ललन प्रसाद का चुना जाना तय है.
कौन हैं JDU के MLC कैंडिडेट ललन प्रसाद?: शेखपुरा जिले के सुजावलपुर गांव के रहने वाले ललन प्रसाद काफी दिनों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ जुड़े हुए हैं. ललन प्रसाद समता पार्टी के समय से ही नीतीश कुमार के साथ काम कर रहे हैं. 52 साल के ललन प्रसाद धानुक समाज से आते हैं. ललन प्रसाद अति पिछड़ा वर्ग से आते हैं.
सुनील सिंह वाली सीट पर ललन प्रसाद: राजद नेता सुनील कुमार सिंह की विधान परिषद की सदस्यता रद्द होने के बाद यह सीट खाली हुई थी. उनका कार्यकाल 2026 तक था. विधान परिषद आचार समिति ने सुनील सिंह की सदस्यता पिछले साल समाप्त कर दी थी. उसके बाद यह सीट खाली हो गई थी. इस सीट के लिए 16 जनवरी को नामांकन वापस लेने की तारीख रखी गई है.
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