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'समान काम समान वेतन' को लेकर शिक्षकों ने मनाया प्रतिरोध दिवस, सरकार से की ये मांग - टीईटी एसटेट उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ

सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे सरकार की नीतियों का विरोध करते हैं. शिक्षकों को हर स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले 8 महीने बाद भी नव प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन तय नहीं हो सका है.

शिक्षकों का धरना
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Published : Sep 15, 2019, 12:13 PM IST

गोपालगंज: 'समान काम समान वेतन' की मांग को लेकर शिक्षकों का गुस्सा एक बार फिर से फूट पड़ा है. जिले में टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ की ओर से शिक्षकों ने शिक्षा भवन के सामने प्रतिरोध दिवस मनाया. जिसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष अतुल कुमार चौबे ने किया. इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की.

देखिए खास रिपोर्ट

क्यों दिया धरना?
ईटीवी भारत से बात करते हुए जिलाध्यक्ष अतुल कुमार ने कहा कि 5 सितंबर को पटना में नियोजित शिक्षकों का आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा था. लेकिन, सरकार की दमनकारी नीति ने नियोजित शिक्षकों पर लाठियां बरसाईं और हमारे प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक पर मुकदमा दर्ज किया गया. मुकदमा वापस लेने समेत समान काम समान वेतन की मांग, समान सेवा शर्त, नव प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन निर्धारण की मांगों के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित किया गया.

'सरकार की नीतियों का विरोध'
सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे सरकार की इन नीतियों का पुरजोर विरोध करते हैं. शिक्षकों को हर स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले 8 महीने बाद भी नव प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन तय नहीं हो सका है. जबकि इस संदर्भ में संगठन के की ओर से पहले भी कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है.

gopalganj
जिलाध्यक्ष अतुल कुमार चौबे

मुकदमा वापस लेने की मांग
ईटीवी भारत के माध्यम से उन्होंने सरकार से मांग की है कि संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक सहित तमाम नेतृत्वकर्ता जो 5 सितंबर को पटना के गर्दनीबाग में शांतिपूर्ण ढ़ंग से वेदना प्रकट कर रहे थे. उनपर सरकार ने जो गलत मुकदमा दायर किया है वह वापस लें.

गोपालगंज: 'समान काम समान वेतन' की मांग को लेकर शिक्षकों का गुस्सा एक बार फिर से फूट पड़ा है. जिले में टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ की ओर से शिक्षकों ने शिक्षा भवन के सामने प्रतिरोध दिवस मनाया. जिसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष अतुल कुमार चौबे ने किया. इस दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की.

देखिए खास रिपोर्ट

क्यों दिया धरना?
ईटीवी भारत से बात करते हुए जिलाध्यक्ष अतुल कुमार ने कहा कि 5 सितंबर को पटना में नियोजित शिक्षकों का आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा था. लेकिन, सरकार की दमनकारी नीति ने नियोजित शिक्षकों पर लाठियां बरसाईं और हमारे प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक पर मुकदमा दर्ज किया गया. मुकदमा वापस लेने समेत समान काम समान वेतन की मांग, समान सेवा शर्त, नव प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन निर्धारण की मांगों के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित किया गया.

'सरकार की नीतियों का विरोध'
सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे सरकार की इन नीतियों का पुरजोर विरोध करते हैं. शिक्षकों को हर स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. पिछले 8 महीने बाद भी नव प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन तय नहीं हो सका है. जबकि इस संदर्भ में संगठन के की ओर से पहले भी कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है.

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जिलाध्यक्ष अतुल कुमार चौबे

मुकदमा वापस लेने की मांग
ईटीवी भारत के माध्यम से उन्होंने सरकार से मांग की है कि संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक सहित तमाम नेतृत्वकर्ता जो 5 सितंबर को पटना के गर्दनीबाग में शांतिपूर्ण ढ़ंग से वेदना प्रकट कर रहे थे. उनपर सरकार ने जो गलत मुकदमा दायर किया है वह वापस लें.

Intro:समान काम के बदले समान वेतन समेत कई मांगों को लेकर टीईटी एसटेट उतीर्ण नियोजित शिक्षक संघ द्वारा शिक्षा भवन परिसर में प्रतिरोध दिवस मनाया गया। इस दौरान दर्जनों नियोजित शिक्षक कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। कार्यक्रम का नेतृत्व जिलाध्यक्ष अतुल कुमार चौबे ने किया।


Body:ईटीवी भारत से बात करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि 5 सितंबर को पटना में नियोजित शिक्षकों का आंदोलन शांतिपूर्ण चल रहा था लेकिन सरकार की दमनकारी नीति नियोजित शिक्षकों पर लाठियां बरसाई और हमारे प्रदेश अध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक पर मुकदमा किया गया। दर्ज मुकदमे को वापस लेने समेत समान काम के बदले समान वेतन की मांग, समान सेवा शर्त, नव प्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन निर्धारण के मांगों के समर्थन में कार्यक्रम आयोजित की गई है। सभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों का हम पुरजोर विरोध करते हैं। शिक्षकों को हर स्तर पर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। विगत 8 महीने बाद भी नव प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन निर्धारण नहीं हो सका है। जबकि इस संदर्भ में संगठन के द्वारा पूर्व में कई बार ज्ञापन दिया जा चुका है। हम सरकार से मांग करते हैं कि संघ के प्रदेश अध्यक्ष मार्कंडेय पाठक सहित तमाम नेतृत्वकर्ता जो 5 सितंबर को गर्दनीबाग पटना में शांतिपूर्ण ढंग से वेदना प्रकट कर रहे थे उन पर सरकार द्वारा मुकदमा दायर किया है जो गलत है, अन्याय पूर्ण है। सरकार को यह मुकदमा वापस ले, साथ ही जिले के नव प्रशिक्षित शिक्षकों का वेतन निर्धारण से जल्द जल्द हो। अन्यथा राज नेतृत्व कर्ताओं के निर्देशानुसार चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे


Conclusion:na
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