ETV Bharat / state

जिंदगी की जंग हार गयी सविता, मां ने कहा- बेटी की जिद के आगे मैं हार गयी

सविता की मदद के लिए कई लोग सामने आए. पर उपर वाले को कुछ और ही मजूर था. आखिरकार वह इस दुनियां को अलविदा कह गयी.

सविता की मौत से उसकी मां के नहीं रूक रहे आंसू
author img

By

Published : Jul 26, 2019, 1:16 PM IST

गोपालगंज: जिले के मधु सरेया की सविता बीते 5 माह से जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद अब हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गई. सविता जिंदगी और मौत की जंग में हार गई. उसकी मां अपनी बेटी को याद कर लगातार आंसू बहा रही है.

जिंदगी की जंग हार गई सविता

एक्टर पंकज त्रिपाठी बढ़ाये थे मदद के लिए हाथ

बतातें चलें कि पिछले 30 जून को ईटीवी भारत ने बीमारी से ग्रसित बच्ची सविता की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसमें बच्ची सविता ने गुहार लगाते हुए कहा था कि मैं जीना चाहती हूं. मुझे बचा लीजिए. सबिता का इलाज पैसे के अभाव में नही हो रहा था. इसपर ईटीवी भारत ने पहल कर सबिता की गुहार जन-जन तक पहुचाया. जिसके बाद फिल्म अभिनेता पंकज त्रिपाठी, समाजसेवी जय हिंद प्रसाद, जन अधिकार पार्टी के महासचिव शमसुल हक और जिला अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया.

etv bharat
मदद के लिए एक्टर पंकज त्रिपाठी ने बढ़ाया था हाथ

बीडीओ ने घर जाकर करवााय था चेकअप

बीमार बच्ची सविता का माझा प्रखंड के बीडीओ वेद प्रकाश ने डॉक्टरों की टीम के साथ उसके घर जाकर चेकअप कराया. उनके द्वारा आर्थिक मदद के साथ इलाज के लिए एंबुलेंस से लाकर सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया.

etv bharat
बीडीओ ने घर पर जाकर करवाया था उसका चेकअप

पीएमसीएच में चल रहा था इलाज

बच्ची के इलाज में शिशु रोग विशेषज्ञ नौशाद आलम ने भी आर्थिक मदद की. जबकि जय हिंद प्रसाद और जन अधिकार पार्टी के नेता विजय प्रताप सिंह बच्ची को एंबुलेंस द्वारा पीएमसीएच ले जाकर भर्ती करवाया. पीएमसीएच में भर्ती बच्ची का देखभाल शमसुल हक आजाद द्वारा की जा रही थी. समय-समय पर डॉक्टर आकर चेकअप करने लगे और उसका इलाज जारी था.

etv bharat
पीएमसीएच में चल रहा था सविता का इलाज

बच्ची की जिद के आगे झुकी मां

इलाज के कारण बच्ची के स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार हुआ. लेकिन इसी बीच सविता लगातार अपनी मां से घर जाने के लिए जिद करने लगी. मां भी सविता के जिद के आगे झुक गई और उसे पीएमसीएच से लेकर घर मधु सरेया चली आई. यहां 2 दिन बाद उसकी मौत हो गई.

सविता की मौत से उसकी मां के नहीं रूक रहे आंसू

ईटीवी भारत पर प्रमुखता से दिखाई गई थी खबर

सविता की जिंदगी बचाने के लिए ईटीवी भारत ने हर संभव प्रयास किया. लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. आज ईटीवी भारत की सराहना हर कोई कर रहा है. सविता की मां लगातार इस बात को कह रही है कि आप लोगों की बदौलत हमारी बेटी इतने दिनों तक जीवित रही. कई सुविधा आप लोगों ने दिलाया. आप लोग भगवान बनकर कर आए. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था जिसके कारण आज सविता इस दुनिया में नहीं है.

गोपालगंज: जिले के मधु सरेया की सविता बीते 5 माह से जिंदगी और मौत से लड़ने के बाद अब हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह गई. सविता जिंदगी और मौत की जंग में हार गई. उसकी मां अपनी बेटी को याद कर लगातार आंसू बहा रही है.

जिंदगी की जंग हार गई सविता

एक्टर पंकज त्रिपाठी बढ़ाये थे मदद के लिए हाथ

बतातें चलें कि पिछले 30 जून को ईटीवी भारत ने बीमारी से ग्रसित बच्ची सविता की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था. जिसमें बच्ची सविता ने गुहार लगाते हुए कहा था कि मैं जीना चाहती हूं. मुझे बचा लीजिए. सबिता का इलाज पैसे के अभाव में नही हो रहा था. इसपर ईटीवी भारत ने पहल कर सबिता की गुहार जन-जन तक पहुचाया. जिसके बाद फिल्म अभिनेता पंकज त्रिपाठी, समाजसेवी जय हिंद प्रसाद, जन अधिकार पार्टी के महासचिव शमसुल हक और जिला अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया.

etv bharat
मदद के लिए एक्टर पंकज त्रिपाठी ने बढ़ाया था हाथ

बीडीओ ने घर जाकर करवााय था चेकअप

बीमार बच्ची सविता का माझा प्रखंड के बीडीओ वेद प्रकाश ने डॉक्टरों की टीम के साथ उसके घर जाकर चेकअप कराया. उनके द्वारा आर्थिक मदद के साथ इलाज के लिए एंबुलेंस से लाकर सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर कर दिया.

etv bharat
बीडीओ ने घर पर जाकर करवाया था उसका चेकअप

पीएमसीएच में चल रहा था इलाज

बच्ची के इलाज में शिशु रोग विशेषज्ञ नौशाद आलम ने भी आर्थिक मदद की. जबकि जय हिंद प्रसाद और जन अधिकार पार्टी के नेता विजय प्रताप सिंह बच्ची को एंबुलेंस द्वारा पीएमसीएच ले जाकर भर्ती करवाया. पीएमसीएच में भर्ती बच्ची का देखभाल शमसुल हक आजाद द्वारा की जा रही थी. समय-समय पर डॉक्टर आकर चेकअप करने लगे और उसका इलाज जारी था.

etv bharat
पीएमसीएच में चल रहा था सविता का इलाज

बच्ची की जिद के आगे झुकी मां

इलाज के कारण बच्ची के स्वास्थ्य में काफी हद तक सुधार हुआ. लेकिन इसी बीच सविता लगातार अपनी मां से घर जाने के लिए जिद करने लगी. मां भी सविता के जिद के आगे झुक गई और उसे पीएमसीएच से लेकर घर मधु सरेया चली आई. यहां 2 दिन बाद उसकी मौत हो गई.

सविता की मौत से उसकी मां के नहीं रूक रहे आंसू

ईटीवी भारत पर प्रमुखता से दिखाई गई थी खबर

सविता की जिंदगी बचाने के लिए ईटीवी भारत ने हर संभव प्रयास किया. लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था. आज ईटीवी भारत की सराहना हर कोई कर रहा है. सविता की मां लगातार इस बात को कह रही है कि आप लोगों की बदौलत हमारी बेटी इतने दिनों तक जीवित रही. कई सुविधा आप लोगों ने दिलाया. आप लोग भगवान बनकर कर आए. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था जिसके कारण आज सविता इस दुनिया में नहीं है.

Intro:बीते 5 माह से जिंदगी और मौत से लड़ने वाली सविता अब हमेशा के लिए इस दुनिया से अलविदा कर गई। सविता की जिंदगी पर मौत हावी हो गया और वह मौत से हार गई। लेकिन सविता की मां अपनी बेटी को याद कर लगातार आंसू बहा रही है।


Body:ज्ञात हो कि पिछले 30 जून को ईटीवी भारत ने बीमारी से ग्रसित बच्ची सविता की खबर प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसमे बच्ची सविता ने गुहार लगाते हुए कहा था कि मैं जीना चाहती हूं मुझे बचा लीजिए। सबिता की इलाज पैसे के अभाव में नही हो रहा था। जिसपर ईटीवी भारत ने पहल कर सबिता की गुहार जन जन तक पहुचाने का काम किया था। जिसके बाद फिल्म अभिनेता पंकज त्रिपाठी, समाजसेवी जय हिंद प्रसाद, जन अधिकार पार्टी के महासचिव शमसुल हक, व जिला अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह ने मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाया था। वही बीमार पड़ी सविता को माझा प्रखंड के बीडीओ वेद प्रकाश ने डॉक्टरों की टीम के साथ उसके घर जाकर बीमार बच्ची का चेकअप कराया और आर्थिक मदद के साथ इलाज के लिए एंबुलेंस द्वारा सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहा चिकित्सकों द्वारा बेहतर इलाज के लिए पटना पीएमसीएच रेफर किया गया। था वही बच्ची के इलाज में शिशु रोग विशेषज्ञ नौशाद आलम ने भी आर्थिक मदद की जबकि जय हिंद प्रसाद और जन अधिकार पार्टी के नेता विजय प्रताप सिंह बच्ची को एंबुलेंस द्वारा पटना पीएमसीएच ले जाकर भर्ती कराया । पीएमसीएच में भर्ती बच्ची का देखभाल शमसुल हक आजाद द्वारा की जा रही थी। समय पर डॉक्टर आकर चेकअप करते और व दवा चलने लगी काफी हद तक सुधार हुआ लेकिन इसी बीच सविता लगातार अपनी मां से घर जाने के लिए जिद करने लगी। माँ भी सविता के जिद के आगे झुक गई और उसे पीएमसीएच से निकाल कर अपने घर मधु सरेया लेकर चली आई जहां 2 दिन बाद उसकी मौत हो गई। सविता के जिंदगी बचाने के लिए ईटीवी भारत ने हर संभव प्रयास किया लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। आज ईटीवी भारत की सराहना हर कोई कर रहा है। सविता की मां लगातार इस बात को कह रही है कि आप लोग के बदौलत हमारी बेटी इतने दिनों तक जीवित रह सकी। कई सुविधा आप लोगों ने दिया आप लोग भगवान बनकर कर आए है से लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था जिसके कारण आज सविता इस दुनिया में नहीं है।


Conclusion:na
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.