गोपालगंज: अपने विभिन्न मांगों को लेकर शिक्षकों ने आंदोलन तेज कर दिया है. जिले के शिक्षा भवन परिसर में माध्यमिक और प्राथमिक शिक्षक संघ का हड़ताल जारी है. शिक्षकों के हड़ताल से पूरे जिले में लगभग 300 विद्यालय प्रभावित हैं. वहीं, डेढ़ हजार शिक्षक हड़ताल पर हैं.
'शिक्षकों के हड़ताल से दबाव में सरकार'
हड़ताल पर बैठे परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नीलमणी शाही ने कहा कि सरकार नियोजित शिक्षकों की हड़ताल से पूरी तरह से दबाव में है. सरकार बौखलाहट में शिक्षकों पर कार्रवाई कर रही है. शिक्षक इससे डरने वाले नहीं है.
'1 इंच भी पीछे नहीं हटेंगे'
शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि शिक्षकों को डराने और धमकाने के लिए सरकार दमनकारी बल का प्रयोग कर रही है. सरकार के इस बंदर घुड़की से नियोजित शिक्षक डरने वाले नहीं है. हड़ताली शिक्षकों ने कहा कि कानून में ऐसा कोई प्रवधान नहीं है, जिसमें अपनी मांगो और अधिकारों की मांग करने के लिए संवैधानिक तरीके से हड़ताल करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
शिक्षकों ने कहा कि नियोजित शिक्षक सरकार के आदेश को अपने एकता के बल पर मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार हैं. हड़ताल के पूर्व हमलोगों ने मुख्यमंत्री से लेकर जिले के अधिकारियों को सूचित किया था. लेकिन सरकार ने मामले पर कोई ध्यान नहीं दिया था. मांगे पूरी होने तक शिक्षक संघ एक इंच भी पीछे नहीं हटेगा.