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गयाः मांझी का पूरा गांव एक चापाकल के भरोसे, पानी के लिए त्राहिमाम

2014 से 2019 के बीच किस्मत के अव्वल नेता पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पैतृक गांव महकार में विकास की बयार मांझी के मुख्यमंत्री रहते हुए खूब बही. मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री होते ही विकास कार्य थम गया. आज पूरा गांव एक चापाकल से प्यास बुझा रहा है.

पानी के लिए खड़ी महिलाएं और बच्चे
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Published : May 16, 2019, 3:27 PM IST

गयाः लोकसभा चुनाव 2019 अंतिम दौर में चल रहा है. अंतिम चरण का चुनाव जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में 19 मई को होने वाला है. ईटीवी भारत की टीम जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के गया जिले के अतरी विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के गांव महकार पहुंची. गर्मी के बढ़ते तापमान और लू के थपेड़ों के बीच गांव के कुछ ग्रामीण चुनावी चर्चा में शामिल हुए. ग्रामीणों ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की खूब तारीफ की. लोगों ने कहा कि वह कुछ दिन और मुख्यमंत्री रह जाते तो आज हम प्यासे नहीं रहते.

पूरे गांव में एक ही हैंडपंप
गया के अधिकांश गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का गांव भी पानी की किल्लत से अछूता नहीं है. चर्चा में शामिल एक महिला ने कहा कि गांव का विकास तो हुआ लेकिन पूरे गांव में एक ही चापाकल है. महकार गांव में विकास की धारा खूब बही है. बड़ी इमारत में स्कूल, सुसज्जित प्राथमिक अस्पताल, भवन युक्त थाना, सड़क, बिजली जरूरत की हर सुविधा गांव में मुख्यमंत्री काल मे मांझी ने पहुंचा दिया था. मुख्यमंत्री पद से हटते ही विकास कार्य पर रोक लग गया. गांव में अभी तक नल जल योजना नहीं पहुंची है. ग्रामीण एक चापाकल के भरोसे जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

बयान देते स्थानीय लोग

जीतन राम मांझी पर जताया विश्वास
ग्रामीणों के बीच जब चुनावी चर्चा हुई तो ग्रामीणों ने जीतन राम मांझी पर विश्वास जताया. उन्होंने कहा जीतन राम मांझी जिधर रहेंगे उधर ही मेरा वोट जाएगा. वहीं, कुछ ग्रामीणों ने कहा कि जीतन राम मांझी हमारे गांव के नेता हैं. गांव के नाम रौशन किया हैं. लेकिन ये चुनाव मुख्यमंत्री का नहीं प्रधानमंत्री का हो रहा है. प्रधानमंत्री की योजनाओं से हम लोग लाभान्वित हुए हैं.

water
खराब पड़ा हैंडपंप

विकास के नाम पर लोग करेंगे मतदान

वहीं, एक ग्रामीण कहते हैं जो काम की बात करेगा उसी को मत देंगे. एक युवा मतदाता ने कहा कि पिछली बार मोदी जी के चलते अरुण कुमार को वोट दिया था. आज तक वो गांव में नहीं आये. एक महिला मतदाता ने बताया कि गांव में पानी का समस्या भीषण है. जो इसको बेहतर करेगा उसी को वोट देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के गांव में लोग विकास की बात कर रहे थे. लोगों ने समस्या और मुद्दा पर अपनी बात खुलकर रखी.

village
जीतन राम मांझी का गांव

क्या बोले कार्यपालक अभियंता
दरअसल, गया जिला भूगोलिक परिस्थितियों से प्यासा है. इसकी जमीन पथरीला है और नदियां सुखी हैं. गया के अधिकांश गांव में पानी के लिए हाहाकार मची हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री जितनराम मांझी का गांव महकार में विकास की धारा खूब बही है. लेकिन यहां भी लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. इस सिलसिले में पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता विवेक कुमार ने बताया कि महकार में पूर्व से पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति किया जा रहा है. सभी चापाकल चालू है. वर्तमान में जल नल योजना का कार्य शुरू है. बोरिंग करवा दिया गया है, जल्द ही पाइपलाइन बिछवा कर हर घर नल से जल पहुंचाया जाएगा.

गयाः लोकसभा चुनाव 2019 अंतिम दौर में चल रहा है. अंतिम चरण का चुनाव जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में 19 मई को होने वाला है. ईटीवी भारत की टीम जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के गया जिले के अतरी विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के गांव महकार पहुंची. गर्मी के बढ़ते तापमान और लू के थपेड़ों के बीच गांव के कुछ ग्रामीण चुनावी चर्चा में शामिल हुए. ग्रामीणों ने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की खूब तारीफ की. लोगों ने कहा कि वह कुछ दिन और मुख्यमंत्री रह जाते तो आज हम प्यासे नहीं रहते.

पूरे गांव में एक ही हैंडपंप
गया के अधिकांश गांव में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का गांव भी पानी की किल्लत से अछूता नहीं है. चर्चा में शामिल एक महिला ने कहा कि गांव का विकास तो हुआ लेकिन पूरे गांव में एक ही चापाकल है. महकार गांव में विकास की धारा खूब बही है. बड़ी इमारत में स्कूल, सुसज्जित प्राथमिक अस्पताल, भवन युक्त थाना, सड़क, बिजली जरूरत की हर सुविधा गांव में मुख्यमंत्री काल मे मांझी ने पहुंचा दिया था. मुख्यमंत्री पद से हटते ही विकास कार्य पर रोक लग गया. गांव में अभी तक नल जल योजना नहीं पहुंची है. ग्रामीण एक चापाकल के भरोसे जीवन व्यतीत कर रहे हैं.

बयान देते स्थानीय लोग

जीतन राम मांझी पर जताया विश्वास
ग्रामीणों के बीच जब चुनावी चर्चा हुई तो ग्रामीणों ने जीतन राम मांझी पर विश्वास जताया. उन्होंने कहा जीतन राम मांझी जिधर रहेंगे उधर ही मेरा वोट जाएगा. वहीं, कुछ ग्रामीणों ने कहा कि जीतन राम मांझी हमारे गांव के नेता हैं. गांव के नाम रौशन किया हैं. लेकिन ये चुनाव मुख्यमंत्री का नहीं प्रधानमंत्री का हो रहा है. प्रधानमंत्री की योजनाओं से हम लोग लाभान्वित हुए हैं.

water
खराब पड़ा हैंडपंप

विकास के नाम पर लोग करेंगे मतदान

वहीं, एक ग्रामीण कहते हैं जो काम की बात करेगा उसी को मत देंगे. एक युवा मतदाता ने कहा कि पिछली बार मोदी जी के चलते अरुण कुमार को वोट दिया था. आज तक वो गांव में नहीं आये. एक महिला मतदाता ने बताया कि गांव में पानी का समस्या भीषण है. जो इसको बेहतर करेगा उसी को वोट देंगे. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के गांव में लोग विकास की बात कर रहे थे. लोगों ने समस्या और मुद्दा पर अपनी बात खुलकर रखी.

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जीतन राम मांझी का गांव

क्या बोले कार्यपालक अभियंता
दरअसल, गया जिला भूगोलिक परिस्थितियों से प्यासा है. इसकी जमीन पथरीला है और नदियां सुखी हैं. गया के अधिकांश गांव में पानी के लिए हाहाकार मची हुआ है. पूर्व मुख्यमंत्री जितनराम मांझी का गांव महकार में विकास की धारा खूब बही है. लेकिन यहां भी लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं. इस सिलसिले में पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता विवेक कुमार ने बताया कि महकार में पूर्व से पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति किया जा रहा है. सभी चापाकल चालू है. वर्तमान में जल नल योजना का कार्य शुरू है. बोरिंग करवा दिया गया है, जल्द ही पाइपलाइन बिछवा कर हर घर नल से जल पहुंचाया जाएगा.

Intro:EX_CM_JITANRAM_MANJHI_VILLAGE_ALL_FACILLITIES_BUT_WATER_CRISIS

2014 से 2019 के बीच किस्मत के अव्वल नेता पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के पैतृक गांव महकार में विकास के बयार मांझी के मुख्यमंत्री रहते पहुँचा था। मुख्यमंत्री से पूर्व मुख्यमंत्री होते ही विकास कार्य थम गया,आज पूरा गांव एक चापाकल से प्यास बुझा रहा है।


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लोकसभा चुनाव 2019 अंतिम दौर में चल रहा है। अंतिम चरण का चुनाव जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में 19 मई को होने वाला है। ईटीवी जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र के गया जिला के अतरी विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जितनराम मांझी के गाँव पहुँचा। गर्मी की बढ़ती तापमान और लू के थपेड़ों के बीच एक्स सीएम के गाँव मे कुछ ग्रामीण दुरा पर बैठे मिले। चुनावी चर्चा में ग्रामीणों ने पूर्व मुख्यमंत्री जितनराम मांझी की खूब तारीफ किया, लोगो ने कहा कुछ दिन पद और रह जाते आज प्यासे नही रहते।

गया जिला भूगोलिक परिस्थितियों से प्यासा है इसकी जमीन पथरीला हैं और नदियां सुखी है। गया के अधिकांश गांव मे पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। ऐसे में पूर्व मुख्यमंत्री जितनराम मांझी का गाँव भी पानी की किल्लत से अछूता नही रहा। महकार गाँव मे विकास की धारा खूब बही हैं। बड़ी इमारत में स्कूल, सुसज्जित प्राथमिक अस्पताल, भवन युक्त थाना, सड़क, बिजली जरूरत की हर सुविधा गांव में मुख्यमंत्री काल मे मांझी ने पहुँचा दिए थे। मुख्यमंत्री पद से हटते ही विकास कार्य पर रोक लग गया। गाँव मे अभी तक नल जल योजना नही पहुँचा है। ग्रामीण एक चापाकल के भरोसे जीवन व्यतीत कर रहे हैं।

ग्रामीणों के बीच जब चुनावी चर्चा हुआ तो ग्रामीण ने जितनराम मांझी पर विश्वास जताते दिखे उन्होंने कहा जितनराम मांझी जिधर रहेंगे उधर ही मेरा वोट जाएगा। वही कुछ ग्रामीण ने कहा जितनराम मांझी हमारे गांव के नेता हैं गाँव के नाम रौशन किये हैं लेकिन ये चुनाव मुख्यमंत्री का नही प्रधानमंत्री का हो रहा है। प्रधानमंत्री के योजनाओं से हमलोग लाभवनित हैं। वही एक ग्रामीण कहते हैं जो काम की बात करेगा उसी को मत देगे। एक युवा मतदाता ने कहा पिछले बार मोदीजी के चलते अरुण कुमार को वोट दिए थे आज तक वो गाँव मे नही आये हैं। महिला मतदाता ने बताया गांव में पानी का समस्या भीषण है। जो इसको बेहतर करेगा उसी को वोट देंगे। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के गाँव मे लोग विकास की बात कर रहे थे। लोगों ने समस्या और मुद्दा पर अपनी बात खुलकर रखे।


Conclusion:पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता विवेक कुमार ने बताया महकार में पूर्व से पाइपलाइन के माध्यम से जलापूर्ति किया जा रहा है। सभी चापाकल चालू है। वर्तमान में जल नल योजना का कार्य शुरू है, बोरिंग करवा दिया गया है जल्द ही पाइपलाइन बिछवा कर हर घर नल से जल पहुँच जाएगा।
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