गया: जिले में पानी के संकट को दूर करने के लिए प्रशासन ने 'वाटर मैन ऑफ इंडिया' के नाम से विख्यात और रेमन मैग्सेसे पुरस्कार विजेता राजेन्द्र सिंह के साथ सीताकुंड से लेकर रसलपुर गांव तक जल पदयात्रा निकाली. इसमें जिलाधिकारी अभिषेक सिंह के साथ कई अधिकारी और सैकड़ों स्कूली बच्चे भी शामिल हुए. ईटीवी भारत ने इस मौके पर 'वाटर मैन' राजेन्द्र सिंह से खास बातचीत की.
अभियान के जरिए लोग बनेंगे जल साक्षर
जल पुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि बिहार सरकार की ओर से चलाए जा रहे अभियान 'जल जीवन हरियाली' से लोग जल साक्षर होंगे. जिससे वे पहाड़ों की हरियाली के साथ-साथ नदी की पवित्रता के काम में जुटेंगे. उन्होंने कहा कि फल्गु नदी का जीर्णोद्धार वो या जिलाधिकारी अकेले नहीं कर सकते, बल्कि इसके लिए सबको जुटना होगा, तभी नदी फिर से जीवित हो पाए.
'गया बनेगा उदाहरण'
वहीं, पदयात्रा के दौरान जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने कहा कि कोई भी अभियान जनता के सहयोग और उनकी भागीदारी के बिना सफल नहीं हो सकता है. इस कार्यक्रम के तहत वे लोग लोगों को जल साक्षर बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसमें उनके साथ जल पुरुष आए हैं. जिनसे प्रेरणा लेकर वे लोग अभियान को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने फिर कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गया पूरे देश में जल संचय और हरियाली को लेकर उदाहरण बनेगा.
मौन संकल्प के बाद शुरू हुई पदयात्रा
जलपुरुष राजेन्द्र सिंह 36 सालों से जल संचय और सूखी नदियों के जीर्णोद्धार के लिए काम कर रहे हैं. ऐसे में जिले में जल संकट को दूर करने के लिए उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद लोगों को मौन संकल्प दिलवाकर जल पदयात्रा शुरू की. ये पदयात्रा सीताकुंड से लेकर भुसंडा मोड़, मुफस्सिल और अबगिला होते हुए लखनपुर पंचायत के रसलपुर गांव पहुंची. रास्ते में जगह-जगह नगरवासी और ग्रामीणों ने जलपुरुष राजेन्द्र सिंह और जिलाधिकारी का फूल-माला से स्वागत किया.