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गया में बेमौसम बारिश और आंधी ने नष्ट की आम और जामुन की फसल, किसान परेशान - गया में तेज आंधी

गया में आंधी और बारिश के कारण आम और जामुन के मंजर झड़ गए हैं. इस बारिश से किसान काफी परेशान हैं और सरकार की तरफ मदद की आस लगाए बैठे हैं.

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Published : Apr 20, 2020, 5:31 PM IST

गया: एक तरफ कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है तो दूसरी तरफ बारिश भी जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. मौसम की मार के कारण इस बार आम, अमरूद और जामुन की पैदावार कम रहने की संभावना जताई जा रही है. इस बारिश के कारण आने वाले समय में आम के अलावा अन्य फल की कीमतों में काफी बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

बारिश से आम और जामुन की पैदावार कम
किसानों का कहना है कि इस बार जिस तरह से आम, जामुन और अमरूद के पेड़ों पर मंजर आया था. उससे उन्हें काफी खुशी मिली थी, लेकिन बेमौसम आंधी और बारिश ने सब चौपट कर दिया है. वहीं, कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन होने के कारण पेड़ों पर बचे-खुचे मंजर पर छिड़काव करने के लिए दवा लाने भी किसान बाजार नहीं जा रहे हैं.

बारिश के कारण आम और जामुन के मंजर झड़े
बारिश के कारण आम और जामुन के मंजर झड़

बची हुए फसल से उम्मीद
किसानों की मानें तो इस बार आम की अच्छी पैदावार होने की उम्मीदथी, लेकिन मौसम की बेरुखी ने सब खत्म कर दिया है. फिर भी किसानों का हौसला बुलंद है. वे बचे हुए आम के फलों को ही संजोने में लगे हैं.

आंधी-तूफान ने बर्बाद किए आम के मंजर
आम की खेती करने वाले प्रभु पासवान ने बताया कि तेज तूफान और बारिश की वजह से आम के साथ-साथ बागान में लगे अमरूद और जामुन के मंजर को काफी नुकसान हुआ है. पहले तो आम के पेड़ों पर काफी मंजर दिखाई दे रहे थे, लेकिन आंधी तूफान की वजह से सब मंजर झड़ चुके हैं. किसानों का कहना है कि ऐसे में सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. हम लोग एक वर्ष इसी पर आधारित रहते हैं. इसी से अपना जीवनयापन करते हैं.

गया: एक तरफ कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है तो दूसरी तरफ बारिश भी जले पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. मौसम की मार के कारण इस बार आम, अमरूद और जामुन की पैदावार कम रहने की संभावना जताई जा रही है. इस बारिश के कारण आने वाले समय में आम के अलावा अन्य फल की कीमतों में काफी बढ़ोतरी देखी जा सकती है.

बारिश से आम और जामुन की पैदावार कम
किसानों का कहना है कि इस बार जिस तरह से आम, जामुन और अमरूद के पेड़ों पर मंजर आया था. उससे उन्हें काफी खुशी मिली थी, लेकिन बेमौसम आंधी और बारिश ने सब चौपट कर दिया है. वहीं, कोरोना वायरस को लेकर लॉकडाउन होने के कारण पेड़ों पर बचे-खुचे मंजर पर छिड़काव करने के लिए दवा लाने भी किसान बाजार नहीं जा रहे हैं.

बारिश के कारण आम और जामुन के मंजर झड़े
बारिश के कारण आम और जामुन के मंजर झड़

बची हुए फसल से उम्मीद
किसानों की मानें तो इस बार आम की अच्छी पैदावार होने की उम्मीदथी, लेकिन मौसम की बेरुखी ने सब खत्म कर दिया है. फिर भी किसानों का हौसला बुलंद है. वे बचे हुए आम के फलों को ही संजोने में लगे हैं.

आंधी-तूफान ने बर्बाद किए आम के मंजर
आम की खेती करने वाले प्रभु पासवान ने बताया कि तेज तूफान और बारिश की वजह से आम के साथ-साथ बागान में लगे अमरूद और जामुन के मंजर को काफी नुकसान हुआ है. पहले तो आम के पेड़ों पर काफी मंजर दिखाई दे रहे थे, लेकिन आंधी तूफान की वजह से सब मंजर झड़ चुके हैं. किसानों का कहना है कि ऐसे में सरकार को इस पर ध्यान देने की जरूरत है. हम लोग एक वर्ष इसी पर आधारित रहते हैं. इसी से अपना जीवनयापन करते हैं.

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