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Gaya Pitru Paksha Mela: रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों के मोक्ष के लिए सामूहिक पिंडदान, यूक्रेनी युवती ने की विश्व शांति की कामना - गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला

गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला (Pitru Paksha Mela in Gaya) में लोग देश-विदेश आकर आपनों के मोक्ष के लिए पिंडदान कर रहे रहे हैं. उधर रूस- यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगो की मुक्ति के लिए यूक्रेनी युवती यूलिया ने भी सामूहिक पिंडदान किया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

गया में सामूहिक पिंडदान
गया में सामूहिक पिंडदान
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 7, 2023, 5:31 PM IST

गया: बिहार के गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला चल रहा है. यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं और अपने पितरों के मोक्ष की कामना कर रहे हैं. इस बीच सात समुंदर पार से भी श्रद्धालु यहां आ रहे हैं. इसी कड़ी में रूस -यूक्रेन युद्ध में मारे गए दोनों देशों के लोगों के लिए गया में यूक्रेन की युवती ने सामूहिक पिंडदान किया है. यूक्रेन की रहने वाली यूलिया जिटोमेरेस स्काई ने घाट किनारे सामूहिक पिंडदान का कर्मकांड किया.

गया में सामूहिक पिंडदान
गया में सामूहिक पिंडदान

पढ़ें-Gaya Pitru Paksha के नौवें दिन 16 वेदियों पर होता है पिंडदान, श्री विष्णु चरण के दर्शन से तर जाते हैं पितर

यूक्रेनी युुवती ने किया सामूहिक पिंडदान: शनिवार को यूक्रेनी युवती यूलिया ने गया विष्णुपद तीर्थ में पहुंचकर मोक्षदायिनी फल्गु के देवघाट तट पर पिंडदान किया है. इस दौरान विश्व शांति की भी कामना की. 32 विदेशियों का एक दल पिंडदान करने गया पहुंचा है. कुल 60 के करीब विदेशी पिंडदानी गया जी को आएंगे, जो कि रूस, यूक्रेन, यूएस, जर्मनी समेत अन्य देशों से होंगे. ये विदेशी तीर्थ यात्री अलग-अलग दिनों में पिंडदान का कर्मकांड करेंगे.

यूलिया को सनातन धर्म में है काफी विश्वास
यूलिया को सनातन धर्म में है काफी विश्वास

युद्ध में मारे गए सैनिकों का पिंडदान: रूस -यूक्रेन के बीच युद्ध अभी जारी है. ऐसे में यूक्रेनी युवती ने युद्ध में मारे गए यूक्रेन ही नहीं, बल्कि रूसी सैनिकों के लिए भी पिंडदान किया. यूलिया ने रूस- यूक्रेन युद्ध में मारे गए सैनिकों-आम लोगों के आत्म शांति और उनके मोक्ष प्राप्ति के लिए कामना की. यूलिया ने बताया कि वह युद्ध को खत्म होते देखना चाहती है. वहीं वह दोनों देशों के युद्ध में मारे गए लोगों के मोक्ष की और विश्व शांति की कामना को लेकर यहां पिंडदान करने आई हैं.

32 विदेशियों का एक दल पहुंचा गया
32 विदेशियों का एक दल पहुंचा गया

"गया जी से मैं काफी प्रभावित हूं. मैं अपने माता-पिता का भी पिंडदान करने आई है. गया जी तीर्थ में आकर मुझे काफी शांति मिलती है. हालांकि पिंडदान के बाद मुझे और अधिक शांति मिल रही है. मैंने रूस यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों के आत्म शांति और मोक्ष के लिए सामूहिक पिंडदान किया है और विश्व शांति की भी कामना की है."-यूलिया, यूक्रेनी युवती

यूक्रेन में साइकोलॉजिस्ट हैं यूलिया: वहीं इस्कॉन के धर्म प्रचारक लोकनाथ गौड़ ने बताया कि यूक्रेनी युवती यूलिया के माता-पिता नहीं है. वह एक साइकोलॉजिस्टवह हैं और दूसरी दफा गया जी आई हैं. वह गया मोक्ष धाम से काफी प्रभावित है. अपने देश में वह सनातन धर्म को लेकर लोगों को बताती रहती है. यूलिया को सनातन धर्म में काफी विश्वास है.

पितृपक्ष मेला में पिंडदान
पितृपक्ष मेला में पिंडदान

"यूलिया ने गया जी मोक्ष धाम पर काफी अध्ययन किया है. इस बार वह रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों के लिए सामूहिक पिंडदान कर रही है. वहीं अपने माता-पिता के मोक्ष की भी कामना की है. इसके अलावा उन्होंने गया की भूमि से विश्व शांति की कामना की है."-लोकनाथ गौड़, इस्कॉन के प्रचारक

रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों की मुक्ति
रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों की मुक्ति

गया: बिहार के गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला चल रहा है. यहां देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु आ रहे हैं और अपने पितरों के मोक्ष की कामना कर रहे हैं. इस बीच सात समुंदर पार से भी श्रद्धालु यहां आ रहे हैं. इसी कड़ी में रूस -यूक्रेन युद्ध में मारे गए दोनों देशों के लोगों के लिए गया में यूक्रेन की युवती ने सामूहिक पिंडदान किया है. यूक्रेन की रहने वाली यूलिया जिटोमेरेस स्काई ने घाट किनारे सामूहिक पिंडदान का कर्मकांड किया.

गया में सामूहिक पिंडदान
गया में सामूहिक पिंडदान

पढ़ें-Gaya Pitru Paksha के नौवें दिन 16 वेदियों पर होता है पिंडदान, श्री विष्णु चरण के दर्शन से तर जाते हैं पितर

यूक्रेनी युुवती ने किया सामूहिक पिंडदान: शनिवार को यूक्रेनी युवती यूलिया ने गया विष्णुपद तीर्थ में पहुंचकर मोक्षदायिनी फल्गु के देवघाट तट पर पिंडदान किया है. इस दौरान विश्व शांति की भी कामना की. 32 विदेशियों का एक दल पिंडदान करने गया पहुंचा है. कुल 60 के करीब विदेशी पिंडदानी गया जी को आएंगे, जो कि रूस, यूक्रेन, यूएस, जर्मनी समेत अन्य देशों से होंगे. ये विदेशी तीर्थ यात्री अलग-अलग दिनों में पिंडदान का कर्मकांड करेंगे.

यूलिया को सनातन धर्म में है काफी विश्वास
यूलिया को सनातन धर्म में है काफी विश्वास

युद्ध में मारे गए सैनिकों का पिंडदान: रूस -यूक्रेन के बीच युद्ध अभी जारी है. ऐसे में यूक्रेनी युवती ने युद्ध में मारे गए यूक्रेन ही नहीं, बल्कि रूसी सैनिकों के लिए भी पिंडदान किया. यूलिया ने रूस- यूक्रेन युद्ध में मारे गए सैनिकों-आम लोगों के आत्म शांति और उनके मोक्ष प्राप्ति के लिए कामना की. यूलिया ने बताया कि वह युद्ध को खत्म होते देखना चाहती है. वहीं वह दोनों देशों के युद्ध में मारे गए लोगों के मोक्ष की और विश्व शांति की कामना को लेकर यहां पिंडदान करने आई हैं.

32 विदेशियों का एक दल पहुंचा गया
32 विदेशियों का एक दल पहुंचा गया

"गया जी से मैं काफी प्रभावित हूं. मैं अपने माता-पिता का भी पिंडदान करने आई है. गया जी तीर्थ में आकर मुझे काफी शांति मिलती है. हालांकि पिंडदान के बाद मुझे और अधिक शांति मिल रही है. मैंने रूस यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों के आत्म शांति और मोक्ष के लिए सामूहिक पिंडदान किया है और विश्व शांति की भी कामना की है."-यूलिया, यूक्रेनी युवती

यूक्रेन में साइकोलॉजिस्ट हैं यूलिया: वहीं इस्कॉन के धर्म प्रचारक लोकनाथ गौड़ ने बताया कि यूक्रेनी युवती यूलिया के माता-पिता नहीं है. वह एक साइकोलॉजिस्टवह हैं और दूसरी दफा गया जी आई हैं. वह गया मोक्ष धाम से काफी प्रभावित है. अपने देश में वह सनातन धर्म को लेकर लोगों को बताती रहती है. यूलिया को सनातन धर्म में काफी विश्वास है.

पितृपक्ष मेला में पिंडदान
पितृपक्ष मेला में पिंडदान

"यूलिया ने गया जी मोक्ष धाम पर काफी अध्ययन किया है. इस बार वह रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों के लिए सामूहिक पिंडदान कर रही है. वहीं अपने माता-पिता के मोक्ष की भी कामना की है. इसके अलावा उन्होंने गया की भूमि से विश्व शांति की कामना की है."-लोकनाथ गौड़, इस्कॉन के प्रचारक

रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों की मुक्ति
रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों की मुक्ति
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