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साल 2019 में KBC में गूंजे बिहार के नाम, 3 धुरंधरों ने जीते 1-1 करोड़

चर्चित रिएलिटी शो कौम 'कौन बनेगा करोड़पति सीजन-11' में बिहार के तीन धुरंधरों ने बारी-बारी से 1 करोड़ रुपये जीते. 11 सितंबर को जहानाबाद के सनोज राज, 13 नवंबर को गया के अजीत कुमार और फिर  29 नवंबर को मधुबनी के गौतम झा ने अखबारों की सुर्खियां बटोरी.

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Published : Dec 31, 2019, 7:03 AM IST

जहानाबाद/गया/मधुबनी: साल 2019 में पूरे देश ने एकबार फिर बिहार के ज्ञान का लोहा माना. दरअसल, चर्चित रिएलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति सीजन-11' में बिहार के तीन धुरंधरों ने बारी-बारी से 1 करोड़ रुपये जीते. 11 सितंबर को जहानाबाद के सनोज राज, 13 नवंबर को गया के अजीत कुमार और फिर 29 नवंबर को मधुबनी के गौतम झा ने अखबारों की सुर्खियां बटोरी.

केबीसी सीजन-11 में 1 करोड़ जीतने वाले सनोज राज जहानाबाद के ढोंगरा के रहने वाले हैं. उनकी इस उपलब्धि से परिवार समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल है. जिला मुख्यालय से तकरीबन 30 किमी दूर रहने वाले सनोज राज ने बीटेक की पढ़ाई की है. उनके पिता किसान और मां गृहणी है. इन दिनों सनोज यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

आईपीएस बनना चाहते हैं सनोज राज
सनोज राज बताते हैं कि वे आईपीएस बनने की चाहत रखते हैं. उनका सपना है कि वे अधिकारी बन देश और समाज की सेवा करें. यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने काफी लंबा समय दिल्ली में बिताया. उसी दौरान उन्हें केबीसी में जाने का मौका मिला. इन दिनों वे अपने गांव में रह रहे हैं और स्थानीय बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोलने में जुटे हुए हैं.

गया के अजीत ने भी मारी बाजी
केबीसी में सनोज के बाद गया के बेलागंज प्रखंड निवासी अजीत कुमार ने 1 करोड़ रुपये जीते. गयावासी अजीत को युथ ऑइकन मानते हैं. अजीत कुमार बेलागंज प्रखंड के अंदर बाजार बेला के रहनेवाले हैं. वे बताते हैं कि उनके लिए ये आसान कतई नहीं था. 7 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया. जिसके बाद उनके बड़े भाई ने उन्हें पढ़ाया-लिखाया. हाल ही में अजीत ने बतौर जेल अधीक्षक नौकरी ज्वाइन की है. उनकी इस कामयाबी से गया समेत पूरे बिहार को उनपर गर्व है.

मधुबनी के गौतम झा ने किया नाम रोशन
29 नवंबर को मधुबनी जिला सुर्खियों में रहा. जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के गंगद्वार गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने केबीसी में 1 करोड़ रुपये जीत कर पूरे प्रदेश का नाम ऊंचा किया. गौतम काफी लंबे समय से बिहार से बाहर हैं. हालांकि, उनका परिवार यहीं रहता है. गौतम के दादा बताते हैं कि वे बचपन से ही काफी होनहार थे. पढ़ने-लिखने में खासी रुचि थी इसलिए प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्हें बाहर ही भेज दिया गया. परिवार वालों और पड़ोसियों को गौतम से काफी उम्मीदें हैं.

जहानाबाद/गया/मधुबनी: साल 2019 में पूरे देश ने एकबार फिर बिहार के ज्ञान का लोहा माना. दरअसल, चर्चित रिएलिटी शो 'कौन बनेगा करोड़पति सीजन-11' में बिहार के तीन धुरंधरों ने बारी-बारी से 1 करोड़ रुपये जीते. 11 सितंबर को जहानाबाद के सनोज राज, 13 नवंबर को गया के अजीत कुमार और फिर 29 नवंबर को मधुबनी के गौतम झा ने अखबारों की सुर्खियां बटोरी.

केबीसी सीजन-11 में 1 करोड़ जीतने वाले सनोज राज जहानाबाद के ढोंगरा के रहने वाले हैं. उनकी इस उपलब्धि से परिवार समेत पूरे गांव में खुशी का माहौल है. जिला मुख्यालय से तकरीबन 30 किमी दूर रहने वाले सनोज राज ने बीटेक की पढ़ाई की है. उनके पिता किसान और मां गृहणी है. इन दिनों सनोज यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं.

देखें पूरी रिपोर्ट

आईपीएस बनना चाहते हैं सनोज राज
सनोज राज बताते हैं कि वे आईपीएस बनने की चाहत रखते हैं. उनका सपना है कि वे अधिकारी बन देश और समाज की सेवा करें. यूपीएससी की तैयारी के लिए उन्होंने काफी लंबा समय दिल्ली में बिताया. उसी दौरान उन्हें केबीसी में जाने का मौका मिला. इन दिनों वे अपने गांव में रह रहे हैं और स्थानीय बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोलने में जुटे हुए हैं.

गया के अजीत ने भी मारी बाजी
केबीसी में सनोज के बाद गया के बेलागंज प्रखंड निवासी अजीत कुमार ने 1 करोड़ रुपये जीते. गयावासी अजीत को युथ ऑइकन मानते हैं. अजीत कुमार बेलागंज प्रखंड के अंदर बाजार बेला के रहनेवाले हैं. वे बताते हैं कि उनके लिए ये आसान कतई नहीं था. 7 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने पिता को खो दिया. जिसके बाद उनके बड़े भाई ने उन्हें पढ़ाया-लिखाया. हाल ही में अजीत ने बतौर जेल अधीक्षक नौकरी ज्वाइन की है. उनकी इस कामयाबी से गया समेत पूरे बिहार को उनपर गर्व है.

मधुबनी के गौतम झा ने किया नाम रोशन
29 नवंबर को मधुबनी जिला सुर्खियों में रहा. जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के गंगद्वार गांव के रहने वाले हैं. उन्होंने केबीसी में 1 करोड़ रुपये जीत कर पूरे प्रदेश का नाम ऊंचा किया. गौतम काफी लंबे समय से बिहार से बाहर हैं. हालांकि, उनका परिवार यहीं रहता है. गौतम के दादा बताते हैं कि वे बचपन से ही काफी होनहार थे. पढ़ने-लिखने में खासी रुचि थी इसलिए प्रारंभिक शिक्षा के बाद उन्हें बाहर ही भेज दिया गया. परिवार वालों और पड़ोसियों को गौतम से काफी उम्मीदें हैं.

Intro:केबीसी 11 वे सीजन में बिहारीयो का दबदबा रहा, इस सीजन में तीन बिहारी करोड़पति बने हैं। उसमें से गया जिला के बेलागंज प्रखण्ड अंदर बाजार बेला के रहनेवाले अजित कुमार ने केबीसी के कार्यक्रम के 15 वे सवाल के जवाब देते हुए एक करोड़ जीते थे। उनके इस जीत पर परिवार और पड़ोसियों में खुशी का माहौल हैं वही गया के युवा 2019 के लिए अजित कुमार को यूथ आइकॉन मान रहे हैं।


Body:केबीसी विजेता अजित कुमार दानपुर कारागार में जेल अधीक्षक के रूप में नवनियुक्त हुई है अजित का सफर इतना आसान नही था , उनके इस सफर की जानकारी अजित के पैतृक गांव में रहनेवाले उनके रिश्तेदार राजेश कुमार उर्फ बबलू कुमार ने बताया । बब्लू कहते हैं अजित के पास इतनी सफलता मिलने का राज सिर्फ मेहनत हैं। अजित जब 7 साल के थे उनके पिता जी का निधन हो गया उसके बाद पूरा परिवार के जिंदगी में पहाड़ टूट पड़ा। बड़े भाई ने पूरे परिवार का भरण पोषण किया , ये सभी भाई पढ़ाई ट्यूशन पढ़ाकर करते थे। अजित के चारो भाई आज सरकारी नौकरी में है। अजित 15 सालो से केबीसी में जाने के लिए प्रयास कर रहे थे 2019 में एक लम्हा आया वो केबीसी के हॉट सीट पर बैठकर एक करोड़ जीता। पड़ोसी चन्द्र भूषण बताते हैं बचपन ने चौथवी क्लास तक बेलागंज में पढ़ाई किया पिता जी के देहांत के बाद सभी लोग धनबाद चले गए सभी का पढ़ाई लिखाई वही हुआ। इनकी जिंदगी में सँघर्ष से भरा रहा है। अच्छी पढ़ाई के लिए उतने पैसे नही थे लेकिन मेघा के धनी अजित ने एक नौकरी छोड़ आज के समय मे जेल अधीक्षक बन गया है साथ ही गया का नाम केबीसी विजेता बन रौशन कर दिया।


Conclusion:केबीसी विजेता अजित कुमार के सँघर्ष की कहानी और उनकी सफलता को गया के बेलागंज में सब जानते हैं। गया के इस लाल पर उनके रिश्तेदार गर्व महसूस तो कर रहा है साथ ही जिला ले युवा 2019 के लिए यूथ आइकॉन के रूप में अजित को देख रहे हैं।
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