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स्वतंत्रता आंदोलन में टिकारी के लोगों ने दिया था योगदान, आज भी ग्रामीण करते हैं याद

गया के टिकारी के युवाओं में जोश आज भी भरा है और कल भी भरपूर था. इसका सबूत देता है टिकरी प्रखंड में लगा शिलान्यास जहां आज उन सेनानियों के नाम दर्ज हैं. जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन में अपना योगदान दिया, जिनमें से 2019 में स्वतंत्रता सेनानी विष्णुदेव नारायण को महामहिम की ओर से सम्मानित भी किया गया.

Fighter of Indian independence movement
भारतीय स्वाधीनता आंदोलन के सेनानी
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Published : Aug 12, 2020, 5:20 PM IST

गया(टिकारी): देश को आजादी दिलाने में गया के टिकारी के लोगों ने भी अंग्रेजों के जमकर छक्के छुड़ाए थे. दस्तावेजों के अनुसार टिकारी क्षेत्र के लगभग 20 स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में अपना योगदान दिया था. स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए टिकारी प्रखंड कार्यालय में शिलालेख लगाया गया है. जिसमें 14 स्वतंत्रता सेनानियों का नाम दर्ज है. प्रखंड के चितौखर ग्राम निवासी स्वतन्त्रता सेनानी विष्णुदेव नारायण को बीते साल 2019 के 9 अगस्त को महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से सम्मानित भी किया गया था.

1933 में गिरफ्तारी के बाद बगावत शुरू हुई थी
1857-58 के सिपाही विद्रोह के दौरान ब्रिटिश वार्ड होने के बावजूद भी तत्कालीन महारानी इंद्रजीत कुंवर ने आंदोलनकारियों को अप्रत्यक्ष रूप से सहायता की थी. ब्रिटिश हुकूमत ने टिकारी राज की तालाशी भी ली और महारानी पर आंदोलनकारियों को सहयोग करने का आरोप लगा था. साल 1933 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आंदोलन में हुए लाठीचार्ज और क्षेत्र के 8 लोगों की गिरफ्तारी हो जाने से आंदोलन की आग और सुलग गई थी. क्षेत्र के गांव में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत शुरू हो गई थी. स्वतंत्रता सेनानी राजेन्द्र प्रसाद, विष्णुदेव नारायण सिंह और महावीर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में बैठक कर आंदोलन को तेज किया गया था. अंग्रेजों को भनक लगते ही तीनों की गिरफ्तारी की गई. लेकिन जनता के भारी विरोध और आक्रोश के कारण उन्हें मुक्त कर दिया गया था.

अंग्रेजों भारत छोड़ो के आह्वान पर और तेज हुआ आंदोलन
महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो के आह्वाहन के टिकारी के छात्र भी आंदोलन में कूद पड़े. वहीं, 17 अगस्त 1942 को टिकारी थाना में बंद क्रांतिकारियों को अंग्रेजों के चंगुल से छुड़ा लिया गया. टिकारी राज स्कूल के छात्रों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जमकर बवाल मचाया. जिसके उपरांत टिकारी में विशेष फौजी दस्ता को तैनात किया गया. छात्रों ने विष्णुदेव नारायण सिंह और महावीर सिंह के नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत के झंडे भी जला दिए थे.

टिकारी के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी का नाम
प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में रामचंद्र मिश्रा, महावीर प्रसाद सिंह, अवधेश चरण सिंह, गुरु देहल दास, कुलदीप सिंह, वैद्यनाथ शर्मा, मोहन प्रसाद सिंह, नंद किशोर मिश्र, कर्ण सिंह, मुंद्रिका सिंह, रामाश्रय सिंह, रामचरण सिंह, फागु साव, केदारनाथ सिंह, जवाहर साव, दलु सिंह, परशुराम सिंह, राम अवतार शर्मा, विष्णुदेव नारायण सिंह, कुमार झा का नाम शामिल हैं.

गया(टिकारी): देश को आजादी दिलाने में गया के टिकारी के लोगों ने भी अंग्रेजों के जमकर छक्के छुड़ाए थे. दस्तावेजों के अनुसार टिकारी क्षेत्र के लगभग 20 स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी भारतीय स्वाधीनता आंदोलन में अपना योगदान दिया था. स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए टिकारी प्रखंड कार्यालय में शिलालेख लगाया गया है. जिसमें 14 स्वतंत्रता सेनानियों का नाम दर्ज है. प्रखंड के चितौखर ग्राम निवासी स्वतन्त्रता सेनानी विष्णुदेव नारायण को बीते साल 2019 के 9 अगस्त को महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से सम्मानित भी किया गया था.

1933 में गिरफ्तारी के बाद बगावत शुरू हुई थी
1857-58 के सिपाही विद्रोह के दौरान ब्रिटिश वार्ड होने के बावजूद भी तत्कालीन महारानी इंद्रजीत कुंवर ने आंदोलनकारियों को अप्रत्यक्ष रूप से सहायता की थी. ब्रिटिश हुकूमत ने टिकारी राज की तालाशी भी ली और महारानी पर आंदोलनकारियों को सहयोग करने का आरोप लगा था. साल 1933 में ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आंदोलन में हुए लाठीचार्ज और क्षेत्र के 8 लोगों की गिरफ्तारी हो जाने से आंदोलन की आग और सुलग गई थी. क्षेत्र के गांव में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत शुरू हो गई थी. स्वतंत्रता सेनानी राजेन्द्र प्रसाद, विष्णुदेव नारायण सिंह और महावीर प्रसाद सिंह के नेतृत्व में बैठक कर आंदोलन को तेज किया गया था. अंग्रेजों को भनक लगते ही तीनों की गिरफ्तारी की गई. लेकिन जनता के भारी विरोध और आक्रोश के कारण उन्हें मुक्त कर दिया गया था.

अंग्रेजों भारत छोड़ो के आह्वान पर और तेज हुआ आंदोलन
महात्मा गांधी के अंग्रेजों भारत छोड़ो के आह्वाहन के टिकारी के छात्र भी आंदोलन में कूद पड़े. वहीं, 17 अगस्त 1942 को टिकारी थाना में बंद क्रांतिकारियों को अंग्रेजों के चंगुल से छुड़ा लिया गया. टिकारी राज स्कूल के छात्रों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ जमकर बवाल मचाया. जिसके उपरांत टिकारी में विशेष फौजी दस्ता को तैनात किया गया. छात्रों ने विष्णुदेव नारायण सिंह और महावीर सिंह के नेतृत्व में अंग्रेजी हुकूमत के झंडे भी जला दिए थे.

टिकारी के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी का नाम
प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में रामचंद्र मिश्रा, महावीर प्रसाद सिंह, अवधेश चरण सिंह, गुरु देहल दास, कुलदीप सिंह, वैद्यनाथ शर्मा, मोहन प्रसाद सिंह, नंद किशोर मिश्र, कर्ण सिंह, मुंद्रिका सिंह, रामाश्रय सिंह, रामचरण सिंह, फागु साव, केदारनाथ सिंह, जवाहर साव, दलु सिंह, परशुराम सिंह, राम अवतार शर्मा, विष्णुदेव नारायण सिंह, कुमार झा का नाम शामिल हैं.

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