गया: बोधगया मगध विश्वविद्यालय में लगातार गिरती शिक्षा व्यवस्था को लेकर छात्र-छात्राएं प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां पढ़ रहे विद्यार्थियों का आरोप है कि ये विश्वविद्यालय भ्रष्टाचार में लिप्त है. छात्र मात्र डिग्री पाकर अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं.
लगातार गिर रहा है शिक्षा का स्तर
प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि विश्व विद्यालय में शिक्षा का स्तर लगातार गिरता ही जा रहा है. यहां कि सिलेबस भी अपडेटड नहीं है. वार्षिक सत्र भी लेट चलता है. यही नहीं इस विश्व विद्यालय के छात्रावास की स्थिती भी बेहद खराब है. छात्र जमीन पर सोने के लिए मजबूर हैं. इन सभी समस्याओं से परेशान होकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र छात्राएं धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
प्रदर्शन कर रहे छात्रों की विभिन्न मांगे हैं:
- सभी विश्व विद्यालय में बढ़े हुए स्नाकोत्तर ने नामंकन में शुल्क अबिलम्ब वापस हो.
- सीनेट में छात्रों का प्रतिनिधि सुनिश्चित किया जाय.
- विश्व विद्यालय में सत्र नियमित किया जाय और अभिलंब शैक्षणिक कैलेंडर पालन किया जाए.
- विश्व विद्यालय में 180 दिनों तक पढ़ाई सुनिश्चित किया जाय. साथ ही 40 दिनों के अंदर परीक्षाफल प्रकाशन किया जाए.
- मूल प्रमाण पत्र विश्व विद्यालय अभिलंब प्रकाशन किया जाय.
क्या कहते हैं छात्र
एक छात्रा ने बताया कि हमारा सत्र होने के कारण रिजल्ट भी देरी से प्रकाशित होता है. इस कारण स्टूडेंट्स को काफी परेशानी होती है. छात्रा ने कहा कि सरकार की योजना के अनुसार पीजी-डिप्लोमा जैसा कोर्सों में बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिल रही है. लेकिन यहां पढ़ाई के नाम पर छात्रों से विश्व विद्यालय नामामकन से लेकर फ्रॉम फिल्प तक काफी तक फीस लिया जा रहा है. छात्रा श्रुती त्रिपाठी ने कहा है कि अगर प्रशासन और सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है तो ये आंदोलन ऐसे ही जारी रहेगा.