ETV Bharat / state

स्लम बस्तियों में शिक्षा की अलख जगा रहे हैं गया कॉलेज के छात्र, देते हैं मुफ्त शिक्षा

गया कॉलेज के छात्र सतीश बताते हैं कि कॉलेज से पढ़ाई के बाद बचे समय में वे और उनके कुछ साथी इन बच्चों को पढ़ाते हैं. जहां वे 40 से 50 तक के स्लम बच्चों को शिक्षा देते हैं.

gaya college
स्लम बस्तियों में शिक्षा
author img

By

Published : Dec 26, 2019, 3:27 PM IST

गया: शहर के पुलिस लाइन के पास भीम नगर स्लम बस्ती में रहने वाले बच्चों को गया कॉलेज के छात्र निःशुल्क शिक्षा दे रहे हैं. इन बच्चों का सपना है कि वे पढ़ लिखकर सिपाही बनें. ऐसे में इनके सपनो में जान देने का काम गया कॉलेज के छात्र कर रहे हैं.

गौरतलब है कि बिहार सरकार बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. लेकिन ये सुविधाएं जमीनी स्तर तक नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे लाखों छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं.

gaya college
रोजाना 40 से 50 बच्चें आते हैं पढ़ने

बच्चों को आता है पढ़ने में मजा
शिक्षा के अभाव के कारण स्लम बस्तियों के बच्चों का विकास ढंग से नहीं हो पाता है. स्लम बस्ती की रहने वाली प्रतिज्ञा कहती है कि वो स्कूल तो जाती है, लेकिन स्कूल में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण पढ़ाई नहीं होती है. ऐसे में गया कॉलेज के राहुल और सतीश भैया आकर उन लोगों को पढ़ाते हैं. जहां पढ़ाई करने में उन लोगों को काफी मजा आता है.

स्लम बस्ती के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रहे गया कॉलेज के छात्र

'अभिभावकों को बताया पढ़ाई का महत्व'
बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने वाले गया कॉलेज के छात्र सतीश बताते हैं कि कॉलेज से पढ़ाई के बाद बचे समय में वे और उनके कुछ साथी इन बच्चों को पढ़ाते हैं. जहां वे 40 से 50 तक के स्लम बच्चों को शिक्षा देते हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआत में सिर्फ 5 बच्चे ही पढ़ने आते थे. बच्चों को समझाने के साथ-साथ इनके अभिभावकों को समझाना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन आखिरकार उन्हें सफलता मिली और अब काफी बच्चे पढ़ने के लिए आने लगे हैं.

गया: शहर के पुलिस लाइन के पास भीम नगर स्लम बस्ती में रहने वाले बच्चों को गया कॉलेज के छात्र निःशुल्क शिक्षा दे रहे हैं. इन बच्चों का सपना है कि वे पढ़ लिखकर सिपाही बनें. ऐसे में इनके सपनो में जान देने का काम गया कॉलेज के छात्र कर रहे हैं.

गौरतलब है कि बिहार सरकार बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. लेकिन ये सुविधाएं जमीनी स्तर तक नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे लाखों छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं.

gaya college
रोजाना 40 से 50 बच्चें आते हैं पढ़ने

बच्चों को आता है पढ़ने में मजा
शिक्षा के अभाव के कारण स्लम बस्तियों के बच्चों का विकास ढंग से नहीं हो पाता है. स्लम बस्ती की रहने वाली प्रतिज्ञा कहती है कि वो स्कूल तो जाती है, लेकिन स्कूल में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण पढ़ाई नहीं होती है. ऐसे में गया कॉलेज के राहुल और सतीश भैया आकर उन लोगों को पढ़ाते हैं. जहां पढ़ाई करने में उन लोगों को काफी मजा आता है.

स्लम बस्ती के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रहे गया कॉलेज के छात्र

'अभिभावकों को बताया पढ़ाई का महत्व'
बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने वाले गया कॉलेज के छात्र सतीश बताते हैं कि कॉलेज से पढ़ाई के बाद बचे समय में वे और उनके कुछ साथी इन बच्चों को पढ़ाते हैं. जहां वे 40 से 50 तक के स्लम बच्चों को शिक्षा देते हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआत में सिर्फ 5 बच्चे ही पढ़ने आते थे. बच्चों को समझाने के साथ-साथ इनके अभिभावकों को समझाना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन आखिरकार उन्हें सफलता मिली और अब काफी बच्चे पढ़ने के लिए आने लगे हैं.

Intro:गया शहर के पुलिस लाइन के समीप भीम नगर स्लम बस्ती में कूड़ा चुनने वाले बच्चों को गया कॉलेज के छात्र निःशुल्क शिक्षा दे रहा है। कड़ा चुनने वाले बच्चों का एक ही सपना है पढ़ लिखकर सिपाही बने इनके सपनो में जान देने का काम गया कॉलेज के छात्रों का समूह कर रहा है।


Body:गौरतलब है कि बिहार सरकार बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने के लिए कई योजनाओं को चला रहा है लेकिन ये सुविधा जमींनी स्तर तक नही पहुँच पाता हैं जिससे लाखो छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं। ऐसे पढ़ाई से वंचित गया के बच्चों के लिए एक सहारा बनकर गया कॉलेज के छात्र निःशुल्क शिक्षा दे रहे हैं।

vo:1 गया के स्लम बस्तियों के बच्चे आज भी शिक्षा से काफी हद तक वंचित हैं शिक्षा के गुणवत्ता के अभाव के कारण छात्रों का विकास नही हो पा रहा है। स्लम बस्ती के रहनेवाली प्रतिज्ञा कहती है मैं सरकारी स्कूल तो जाती हूं लेकिन स्कूल बुनियादी सुविधाओं के अभाव में पढ़ाई नही होता हैं। गया कॉलेज से राहुल और सतीश ने भैया आकर हमलोग को दो महीने से पढ़ाई रहे हैं। यहां छात्रों का अलग अलग करके हर दिन अलग विषय पढ़ाई किया जाता है। मुश्किल इस बस्ती के चंद बच्चे पढ़ने जाते है बाकी बच्चे कूड़ा चुनते हैं या गन्दा काम करते हैं जबसे यहां पढ़ाने के लिए गया कॉलेज से लोग आए तो माहौल अच्छा हो गया।

vo:2 गया कॉलेज के छात्र कॉलेज से पढ़ाई के बाद बचे समय मे इन बच्चों को पढ़ाई के लिए स्लम बस्ती में आते हैं भीम नगर पढ़ाने आये सतीश ने बताया यहां 40 से 50 बच्चे पढ़ाई करते हैं शुरुआत 5 बच्चे मुश्किल से आते थे अब हमलोग के मेहनत से बच्चे आने लगे हैं। सारे बच्चे कूड़ा चुनते थे इनको जाकर समझाना फिर इनके अभिभावकों को इसका फायदा बताना ये सब करके आज सफलता मिला। हमलोग कॉलेज के छात्र कक समूह बनाकर हर रोज आकर दो लोग बच्चों को शिक्षा देते हैं।


Conclusion:भीम नगर स्लम बस्ती के बगल में पुलिस लाइन हैं यहां पुलिस रहते हैं इन पुलिस को देखते हुए बच्चों ने भी एक सपना पाल लिया है हमलोग भी पुलिस बनेंगे, बच्चों के इन सपनो को सरकार की स्कूल और योजनाओं सच करने में नही लगी हैं बल्कि गया के कॉलेज के छात्र निःशुल्क शिक्षा देकर लगे है ।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.