गया: शहर के पुलिस लाइन के पास भीम नगर स्लम बस्ती में रहने वाले बच्चों को गया कॉलेज के छात्र निःशुल्क शिक्षा दे रहे हैं. इन बच्चों का सपना है कि वे पढ़ लिखकर सिपाही बनें. ऐसे में इनके सपनो में जान देने का काम गया कॉलेज के छात्र कर रहे हैं.
गौरतलब है कि बिहार सरकार बच्चों को प्राथमिक शिक्षा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है. लेकिन ये सुविधाएं जमीनी स्तर तक नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे लाखों छात्र पढ़ाई से वंचित रह जाते हैं.
बच्चों को आता है पढ़ने में मजा
शिक्षा के अभाव के कारण स्लम बस्तियों के बच्चों का विकास ढंग से नहीं हो पाता है. स्लम बस्ती की रहने वाली प्रतिज्ञा कहती है कि वो स्कूल तो जाती है, लेकिन स्कूल में बुनियादी सुविधाओं के अभाव के कारण पढ़ाई नहीं होती है. ऐसे में गया कॉलेज के राहुल और सतीश भैया आकर उन लोगों को पढ़ाते हैं. जहां पढ़ाई करने में उन लोगों को काफी मजा आता है.
'अभिभावकों को बताया पढ़ाई का महत्व'
बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने वाले गया कॉलेज के छात्र सतीश बताते हैं कि कॉलेज से पढ़ाई के बाद बचे समय में वे और उनके कुछ साथी इन बच्चों को पढ़ाते हैं. जहां वे 40 से 50 तक के स्लम बच्चों को शिक्षा देते हैं. उन्होंने बताया कि शुरुआत में सिर्फ 5 बच्चे ही पढ़ने आते थे. बच्चों को समझाने के साथ-साथ इनके अभिभावकों को समझाना उनके लिए आसान नहीं था, लेकिन आखिरकार उन्हें सफलता मिली और अब काफी बच्चे पढ़ने के लिए आने लगे हैं.