गया: बोधगया स्थित लाओस देश की मोनेस्ट्री में बौद्ध लामा और धर्मगुरुओं की ओर से विश्व शांति और कोरोना वायरस से बचाव को लेकर विशेष पूजा की जा रही है. इस पूजा में बौद्ध धर्म गुरु रत्ना सूतपाठ कर रहे है. यह सूतपाठ कोरोना वायरस से बचाव को लेकर किया जा रहा है.
महामारी को भगाने के लिए पूजा
लाओस मोनेस्ट्री के प्रभारी भंते साईं साना ने बताया कि लाओस देश के बौद्ध धर्म गुरुओं के द्वारा रत्ना सूतपाठ किया जा रहा है. ताकि लोगों को कोरोना जैसी महामारी से बचाया जा सके. उन्होंने कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के कल्याण के लिए यह पूजा की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि भगवान बुद्ध के समय में वैशाली में इसी तरह की महामारी फैली थी, जिसके बाद भगवान बुद्ध के द्वारा रत्ना सूतपाठ पूजा का आयोजन किया गया था. तब लोगों को महामारी से निजात मिली थी.
प्रधानमंत्री को दिया धन्यवाद
भंते साईं साना ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान भारत में फंसे विदेशियों को उनके घर वापस भेजने के लिए भारत सरकार ने विमान सेवा शुरू की. इसके लिए हम भारत सरकार और प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं. विमान सेवा शुरू होने से जो लोग भारत में भ्रमण करने के दौरान जहां-तहां फंस गए थे, वापस अपने देश लौट सके.
तीन दिवसीय पूजा का आयोजन
लाओस मोनेस्ट्री के केयरटेकर संजय कुमार ने बताया कि बताया कि बट लाव बोधगया इंटरनेशनल के बैनर तले तीन दिवसीय पूजा का आयोजन किया गया है. साथ ही बौद्ध धर्म गुरुओं और लामाओं द्वारा रत्ना सूतपाठ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सुबह 2 घंटे और शाम में 2 घंटे यह पूजा की जाती है.