गया: लॉकडाउन के कारण पूरे देश में लोगों के सामने खाने-पीने की समस्या उत्पन्न हो गई है. गरीब, मजदूर, लाचार और असहाय लोगों की स्थिति खराब है. ऐसे में जिले के मोहनपुर प्रखंड के सिंधुगढ़ गांव निवासी प्रेम कुमार शारीरिक रूप से असहाय और विधवा महिलाओं के लिए लगातार राशन उपलब्ध करा रहे हैं. जब उनके पास पैसे खत्म हो गए तो, उन्होंने अपनी बाइक बेच दी. बाइक बेचकर मिले पैसे से अब पैदल ही घर-घर जाकर लोगों को राशन उपलब्ध करा रहे हैं.
बाइक बेच कर रहे हैं समाज सेवा
युवा समाजसेवी ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी उत्पन्न होने के बाद गरीब लोग खाने-पीने को तरस रहे हैं. ऐसी स्थिति को देखते हुए भी वे बीते 24 मार्च से लगातार लोगों को राशन उपलब्ध करा रहे थे. जिले के मोहनपुर और फतेहपुर प्रखंड के तरमा, धरहरा, भदया, झुरांग, सिंधुगढ़ सहित कई गांव के दलित टोलों में विधवा और असहाय लोगों को लगातार राशन उपलब्ध करा रहे थे. इस बीच पैसे खत्म हो गए. इसके बाद लोग उनसे मोबाइल पर संपर्क कर खाने पीने की सामानों की मांग कर रहे थे. समाजसेवा के लिए उन्होंने अपनी बाइक बेच दी और लोगों की सेवा में लग गए. ताकि लोगों को भोजन मिल सके.
गरीबों के सामने रोजी-रोटी का संकट
बता दें कि कोरोनावायरस की वजह से पूरी मानवता पर संकट छाया हुआ है. लोगों को घर में रहने को कहा गया है. कोरोना वायरस के संक्रमण ने दिहाड़ी मजदूर, गरीब अहसहाय लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा कर दिया है.