गया: गया जिले के इमामगंज प्रखंड अंतर्गत सलैया थाने की पुलिस ने सुरक्षा बलों की मदद से अफीम की खेती के खिलाफ अभियान चलाया. बिहार-झारखंड के बॉर्डर पर स्थित पत्थल, धसा व जारी आहर केे जंगली इलाको में लगभग 30 एकड़ भूमि में लगे अफीम की फसल को अभियान चलाकर नष्ट (Security forces destroyed opium crop in Gaya) किया गया. यह अभियान घंटों तक चला. इस दौरान इलाके में सुरक्षा बल हर गतिविधि पर नजर रख रहे थे.
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प्रशासन के लिए समस्या बन गई है अफीम: बिहार के गया में अफीम की खेती प्रशासन के लिए समस्या बन गई है. कुछ स्थानों पर इसे नक्सलियों का संरक्षण बताया जा रहा है. तो कुछ स्थानों पर माफिया अपनी गहरी पैठ जमा चुके हैं. ठंड के दिनों में सुरक्षाबलों को सैकड़ों एकड़ भूमि में लगी अफीम की फसल को नष्ट करने के लिए लगातार पसीना बहाना पड़ रहा है. इसी कड़ी में सुरक्षाबलों ने ट्रैक्टर चलाकर अफीम की खेती को नष्ट करने का काम किया.
अफीम की खेती नष्ट करने के लिए चलाए गए ट्रैक्टर: इस अभियान में कई ट्रैक्टर को लगाया गया था. ट्रैक्टर की मदद से अफीम की खेती को नष्ट किया गया. कुछ दिन पूर्व ही सैकड़ों एकड़ में लगे अफीम की फसल को सुरक्षा बलों ने नष्ट किया था. जानकारी के मुताबिक सलैया थाना क्षेत्र में अब भी कई एकड़ में अफीम की फसल लगी हुई है. अफीम की खेती नक्सलियों के इशारे पर किए जाने की बात सामने आती रही है. नक्सली इससे अपने आर्थिक स्रोत को मजबूत करते हैं.
"बिहार-झारखंड के बॉर्डर पर स्थित पत्थल, धसा व जारी आहर के जंगली इलाको में अफीम की खेती के खिलाफ अभियान चलाया गया. रैयती व वन विभाग की भूमि पर बड़े पैमाने पर लगी अफीम की फसल को नष्ट किया गया है. इस अभियान में एसएसबी 29 वी वाहिनी के अधिकारी, उत्पाद विभाग, वन विभाग व स्थानीय पुलिस, इमामगंज सीओ अजय कुमार सिंह आदि शामिल थे"- राजकुमार यादव, थानाध्यक्ष सलैया
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