गयाः राहुल ने अपनी नयी नवेली पत्नी सरिता कुमारी का मुखिया (Mukhiya) पद के लिए नामांकन पर्चा भरवा दिया है. राहुल ने सरिता से एक दिन पहले ही बिना लगन के शादी (Marriage Without Muhurta) की थी. आनन-फानन में शादी भी इसलिए की, क्योंकि राहुल ने मुखिया बनने का सपना संजोया था. उसके पास जाति प्रमाण पत्र (caste certificate) नहीं था, तो उसे लगा कि शादी कर लेना ही एक मात्र उपाय है.
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बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) के पहले चरण के लिए गया जिले में नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी. नामांकन पर्चा भरने की बुधवार को आखिरी तारीख थी. अब आखिरी तारीख थी तो राहुल चांस मिस नहीं करना चाहता था. इसी कारण मंगलवार को ही राहुल ने सरिता से शादी रचा ली. सरिता के पास जाति प्रमाण पत्र था, इसलिए नामांकन पर्चा भी भरा गया.
बता दें कि नामांकन भरने के दौरान उनके साथ गांव के कई लोग थे. रिश्तेदारों ने दोनों को फूल-माला पहनाया. गांव पहुंचते ही दोनों के लिए नारे लगाए गए. लोगों ने भी कहा कि उनके जद्दोजहद के कारण लोग उन्हें वोट देना चाहते हैं.
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दरअसल, खिजरसराय प्रखंड के होरमा पंचायत के बिंदौल गांव में आदित्य कुमार उर्फ राहुल कुमार काफी दिनों से पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने का सपना संजोए हुए था. लेकिन मुखिया बनने के सपने पर उसे पानी फिरता हुआ दिख रहा था.
हुआ यूं कि नामांकन के लिए जाति प्रमाण पत्र जरूरी था लेकिन उसका प्रमाण पत्र बन नहीं पाया था. कारण के तौर पर बताया गया कि जमीन से संबंधित खतियान में उसके नाम के साथ दांगी शब्द का उल्लेख नहीं है. इसलिए उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन सकता है.
बता दें कि बुधवार को खिंजरसराय प्रखंड कार्यालय परिसर में नई नवेली दुल्हन अपनी पति के साथ पहुंची. मुखिया पद पर नामांकन पर्चा दाखिल किया. नामांकन होने के बाद उनके समर्थकों द्वारा प्रखंड कार्यालय के बाहर फूल मालाओं से पति-पत्नी को लाद दिया गया.
सभी समर्थक एक ही नारा लगा रहे थे कि हमारी मुखिया कैसी हो नई नवेली दुल्हनिया जैसी हो. इस दौरान नई नवेली दुल्हन की नामांकन करने की खबर सुनते ही ब्लॉक परिसर के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई थी. लोग सरिता को नई दुल्हनिया कहकर बुलाने लगे हैं.
इसके बाद उसे बस एक ही उपाय सूझा, वो थी शादी. ऐसे में राहुल ने बिना लगन और बैंड-बाजा के ही सूर्य मंदिर में शादी कर ली. राहुल की पत्नी सरिता कुमारी खिजरसराय प्रखंड के नौडिहा गांव की रहने वाली है. सूर्य मंदिर में हुई इस शादी में वर-वधु दोनों पक्ष के लोग मौजूद थे. इस चुनावी शादी की पूरे इलाके में चर्चा हो रही है.
राहुल की दुल्हन के पास जाति प्रमाण पत्र है. इसलिए वह चुनाव लड़ सकेगी. राहुल ने आज ही अपनी नई-नवेली पत्नी का मुखिया पद के लिए नामांकन कराया. दरअसल, गया जिले में पंचायत चुनाव के पहले चरण के नामांकन की प्रक्रिया चल रही थी. नामांकन पर्चा भरने की आज आखिरी तारीख थी. इसी कारण से जल्दबाजी में राहुल ने शादी रचा ली जिसकी इलाके में चर्चा हो रही है.
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बता दें कि राहुल चुनाव लड़ने की तैयारी को लेकर काफी दिनों से गांव-गांव, टोला-टोला घूम रहा था. लेकिन अचानक अपने जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पाने की खबर सुनकर वह परेशान हो गया. राहुल को हर हाल में चुनाव लड़ना ही था.
'करीब 3 सालों से अपने क्षेत्र में मुखिया बनने के लिए काम कर रहा था. लोगों के हर समस्याओं से रूबरू हो रहा था. कई लोगों को काम भी करवा चुका था. लेकिन जब नामांकन करने की बारी आई तो पता चला कि जाति प्रमाण पत्र में गड़बड़ी हो गई है. जिससे हमारा नामांकन नहीं हो सकता है. ऐसे में मेरे परिजन दूसरे गांव के अपनी ही जाति की सरिता कुमारी से संपर्क किया. दोनों की सहमित से शादी एक मंदिर में संपन्न हुई. आज मेरी पत्नी नामांकन करवायी है. मैं अपनी पत्नी के साथ हूं. मुझे विश्वास है, वो चुनाव जीत जाएगी.' -आदित्य कुमार ऊर्फ राहुल, पति, नई दुल्हनिया
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पंचायत चुनाव 2021 में पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया बिहार के 10 जिलों में संपन्न हो चुकी है. पहले चरण के चुनाव के लिए गया जिले के क्षेत्र खिंजरसराय प्रखंड में सबसे ज्यादा महिला उम्मीदवारों ने पंचायत के मुखिया पद के लिए अपना नामांकन किया है.
गया जिले के खिंजरसराय प्रखंड में पंचायत की मुखिया कंचन देवी ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. अपने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों के बल पर एक बार फिर से पंचायत चुनाव के मैदान में वे उतर चुकी हैं. वहीं उनके नामांकन के बाद पंचायत के ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ा. पूरे जोश के साथ उनका स्वागत किया गया और जमकर नारा लगाया गया.