ETV Bharat / state

Pitru Paksha mela 2023: गया में पितृपक्ष मेले का समापन, 10 लाख श्रद्धालुओं ने किया पिंडदान

author img

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 14, 2023, 11:05 PM IST

गया में विश्व प्रसिद्ध पितृपक्ष मेला (Pitru Paksha Mela 2023 In Gaya) का शनिवार 14 अक्टूबर को अंतिम दिन था. पितृपक्ष मेले के 17वें दिन आश्विन कृष्ण अमावस्या को इसका समापन हो गया. पितृपक्ष मेले में इस दफा 10 लाख के करीब यात्री पहुंचे. आगे पढ़ें पूरी खबर...

गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन.
पितृपक्ष मेला का समापन.

गया: बिहार के गया में पितृपक्ष मेला 2023 शनिवार को संपन्न हो गया. पितृपक्ष मेले के 17वें दिन आश्विन कृष्ण अमावस्या को इसका समापन हो गया. पितृपक्ष मेले में इस दफा 10 लाख के करीब यात्री पहुंचे. हालांकि संख्या वर्ष 2022 से थोड़ी कम है. उस समय कोरोना काल के बाद तीर्थ यात्री काफी संख्या में आए थे और उनकी अनुमानित संख्या करीब 12-13 लाख की थी. इस बार 2023 के पितृपक्ष मेले में 10 लाख यात्री पहुंचे.

ये भी पढ़ें - Pitru Paksha 2023: जर्मनी से गया पहुंची 11 महिलाएं, फल्गु नदी के किनारे पूर्वजों का किया तर्पण, बोलीं- यहां आकर शांति मिली


गया में दिखा मिनी भारत का नजाराः पितृपक्ष मेला 2023 महासंगम की शुरुआत 28 सितंबर से हुई थी. यह मेला 17 दिनों तक यानी की 14 अक्टूबर तक चला. इस दौरान देश और विदेश से तीर्थयात्री आए और अपने पितरों के निमित्त पिंडदान तर्पण, श्राद्ध का कर्मकांड किया. पितृपक्ष मेले में देश भर के सभी राज्यों से तीर्थ यात्री गया जी को आए. ऐसा लगा जैसे गया जी मिनी भारत बन गया हो. यहां देश के सभी राज्यों से तीर्थयात्री पितृपक्ष मेले में आए. भारत के विभिन्न राज्यों की अलग-अलग संस्कृति का समागम देखने को मिला.


एक अरब रुपए से अधिक का कारोबारः इस बार पितृपक्ष मेले में करीब एक अरब रुपए का कारोबार होने का अनुमान है. चूंकि 10 लाख के करीब यहां तीर्थयात्री पहुंचे हैं, एक तीर्थयात्री पर न्यूनतम 1000 से 2000 के बीच खर्च होता है. ऐसे में अनुमानित कारोबार एक अरब रुपए से अधिक का बताया जाता है. वैसे गयापाल पंडा बताते हैं, कि श्रद्धा करने वाले तीर्थयात्री 25 हजार तक खर्च करके यहां से जाते हैं.

गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन



सबसे अधिक बर्तनों की खरीदारी करते हैंः पितृपक्ष मेले में गया जी को पहुंचने वाले तीर्थयात्री सबसे अधिक बर्तनों की खरीदारी करते हैं. धाम से बर्तनों को ले जाकर हुए वे गया जी से लाई गई चीजों को धार्मिक रूप से काफी महता देते हैं. वहीं पीतल के बर्तनों की ज्यादा बिक्री होती है. इसके अलावे अन्य सामान भी तीर्थयात्री धार्मिक रूप से गयाजी से ले जाते हैं.

गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन
"वर्ष 2023 पितृपक्ष मेले में करीब 10 लाख तीर्थयात्री पहुंचे. 2022 की तुलना में थोड़े कम तीर्थयात्री गया जी को आए हैं. कोरोना काल से उबरने के बाद 2022 में तीर्थ यात्रियों की भीड़ ज्यादा आई थी."
- शंभू लाल विट्ठल, अध्यक्ष, विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति गया
गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन

संबंधित खबरें:

Gaya Pitru Paksha Mela का 14वां दिन आज, भीमगया, गोप्रचार और गदालोल में पिंडदान का विधान

Gaya Pitru Paksha Mela का 13वां दिन आज, मुंडपृष्ठा, आदिगया व धौतपद में तिल-गुड़ और खोवे से पिंडदान का विधान

Gaya Pitru Paksha Mela: गया पितृपक्ष मेले का 12वां दिन आज, गयासिर और गयाकूप में पिंडदान का विधान, मिलती है प्रेतबाधा से मुक्ति

Gaya Pitru Paksha Mela : पितृपक्ष मेले का आज 11 वें दिन, सीताकुंड पर बालू से पिंड देने का विधान, जानें महत्व

Gaya Pitru Paksha के नौवें दिन 16 वेदियों पर होता है पिंडदान, श्री विष्णु चरण के दर्शन से तर जाते हैं पितर

Gaya Pitru Paksha Mela में सातवें दिन खीर के पिंड से श्राद्ध का विधान, भीष्म ने यहां किया था पिंडदान

Gaya Pitru Paksha Mela का छठा दिन आज, ब्रह्मसरोवर..आम्र सिंचन और काकबली का विधान

Pitru Paksha Mela : पितृपक्ष मेला में पांचवे दिन है धर्मारण्य पिंडदान का विधान, युधिष्ठिर ने भी किया था तप और तर्पण

Gaya Pitru Paksha : चौथे दिन के पिंडदान से पितर जन्म-मरण का बंधन से होते हैं मुक्त, उत्तर मानस का है विधान

Gaya Pitru Paksha Mela 3rd Day : गयाजी में तीसरे दिन प्रेतशिला पर पिंडदान का विधान, अकाल मौत से मरे पितरों का होता है तर्पण

Pitru Paksha 2023 : गयाजी में दूसरे दिन से फल्गु तट पर खीर से श्राद्ध की शुरुआत, 17 दिनों तक चलेगा पितृ पक्ष

पितृपक्ष मेला का समापन.

गया: बिहार के गया में पितृपक्ष मेला 2023 शनिवार को संपन्न हो गया. पितृपक्ष मेले के 17वें दिन आश्विन कृष्ण अमावस्या को इसका समापन हो गया. पितृपक्ष मेले में इस दफा 10 लाख के करीब यात्री पहुंचे. हालांकि संख्या वर्ष 2022 से थोड़ी कम है. उस समय कोरोना काल के बाद तीर्थ यात्री काफी संख्या में आए थे और उनकी अनुमानित संख्या करीब 12-13 लाख की थी. इस बार 2023 के पितृपक्ष मेले में 10 लाख यात्री पहुंचे.

ये भी पढ़ें - Pitru Paksha 2023: जर्मनी से गया पहुंची 11 महिलाएं, फल्गु नदी के किनारे पूर्वजों का किया तर्पण, बोलीं- यहां आकर शांति मिली


गया में दिखा मिनी भारत का नजाराः पितृपक्ष मेला 2023 महासंगम की शुरुआत 28 सितंबर से हुई थी. यह मेला 17 दिनों तक यानी की 14 अक्टूबर तक चला. इस दौरान देश और विदेश से तीर्थयात्री आए और अपने पितरों के निमित्त पिंडदान तर्पण, श्राद्ध का कर्मकांड किया. पितृपक्ष मेले में देश भर के सभी राज्यों से तीर्थ यात्री गया जी को आए. ऐसा लगा जैसे गया जी मिनी भारत बन गया हो. यहां देश के सभी राज्यों से तीर्थयात्री पितृपक्ष मेले में आए. भारत के विभिन्न राज्यों की अलग-अलग संस्कृति का समागम देखने को मिला.


एक अरब रुपए से अधिक का कारोबारः इस बार पितृपक्ष मेले में करीब एक अरब रुपए का कारोबार होने का अनुमान है. चूंकि 10 लाख के करीब यहां तीर्थयात्री पहुंचे हैं, एक तीर्थयात्री पर न्यूनतम 1000 से 2000 के बीच खर्च होता है. ऐसे में अनुमानित कारोबार एक अरब रुपए से अधिक का बताया जाता है. वैसे गयापाल पंडा बताते हैं, कि श्रद्धा करने वाले तीर्थयात्री 25 हजार तक खर्च करके यहां से जाते हैं.

गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन



सबसे अधिक बर्तनों की खरीदारी करते हैंः पितृपक्ष मेले में गया जी को पहुंचने वाले तीर्थयात्री सबसे अधिक बर्तनों की खरीदारी करते हैं. धाम से बर्तनों को ले जाकर हुए वे गया जी से लाई गई चीजों को धार्मिक रूप से काफी महता देते हैं. वहीं पीतल के बर्तनों की ज्यादा बिक्री होती है. इसके अलावे अन्य सामान भी तीर्थयात्री धार्मिक रूप से गयाजी से ले जाते हैं.

गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन
"वर्ष 2023 पितृपक्ष मेले में करीब 10 लाख तीर्थयात्री पहुंचे. 2022 की तुलना में थोड़े कम तीर्थयात्री गया जी को आए हैं. कोरोना काल से उबरने के बाद 2022 में तीर्थ यात्रियों की भीड़ ज्यादा आई थी."- शंभू लाल विट्ठल, अध्यक्ष, विष्णुपद प्रबंध कारिणी समिति गया
गया में पितृपक्ष मेले का समापन
गया में पितृपक्ष मेले का समापन

संबंधित खबरें:

Gaya Pitru Paksha Mela का 14वां दिन आज, भीमगया, गोप्रचार और गदालोल में पिंडदान का विधान

Gaya Pitru Paksha Mela का 13वां दिन आज, मुंडपृष्ठा, आदिगया व धौतपद में तिल-गुड़ और खोवे से पिंडदान का विधान

Gaya Pitru Paksha Mela: गया पितृपक्ष मेले का 12वां दिन आज, गयासिर और गयाकूप में पिंडदान का विधान, मिलती है प्रेतबाधा से मुक्ति

Gaya Pitru Paksha Mela : पितृपक्ष मेले का आज 11 वें दिन, सीताकुंड पर बालू से पिंड देने का विधान, जानें महत्व

Gaya Pitru Paksha के नौवें दिन 16 वेदियों पर होता है पिंडदान, श्री विष्णु चरण के दर्शन से तर जाते हैं पितर

Gaya Pitru Paksha Mela में सातवें दिन खीर के पिंड से श्राद्ध का विधान, भीष्म ने यहां किया था पिंडदान

Gaya Pitru Paksha Mela का छठा दिन आज, ब्रह्मसरोवर..आम्र सिंचन और काकबली का विधान

Pitru Paksha Mela : पितृपक्ष मेला में पांचवे दिन है धर्मारण्य पिंडदान का विधान, युधिष्ठिर ने भी किया था तप और तर्पण

Gaya Pitru Paksha : चौथे दिन के पिंडदान से पितर जन्म-मरण का बंधन से होते हैं मुक्त, उत्तर मानस का है विधान

Gaya Pitru Paksha Mela 3rd Day : गयाजी में तीसरे दिन प्रेतशिला पर पिंडदान का विधान, अकाल मौत से मरे पितरों का होता है तर्पण

Pitru Paksha 2023 : गयाजी में दूसरे दिन से फल्गु तट पर खीर से श्राद्ध की शुरुआत, 17 दिनों तक चलेगा पितृ पक्ष

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.