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प्रचंड गर्मी से पहले ही गया में पानी की किल्लत शुरू, वार्ड-6 में गंभीर हुई समस्या

जिले के वागेश्वरी बमभोला मोहल्ले में गर्मी का मौसम आते ही पानी की समस्या उत्पन्न हो गई है. बता दें कि इस मोहल्ले के लोग लगभग पिछले 30 सालों से पानी की समस्या से परेशान है.

पेयजल संकट
पेयजल संकट
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Published : Mar 25, 2021, 12:04 PM IST

Updated : Mar 25, 2021, 3:44 PM IST

गया: शहर का भौगोलिक स्थिति पथरीला है. भूमिगत जलस्त्रोत बहुत कम स्थानों पर है. शहर के अन्य स्थानों पर पाइपलाइन जरिये पानी पहुंचाया जाता है. वहीं गया नगर निगम के अंतर्गत कई ऐसे वार्ड है जहां लोग पीने का पानी भी नहीं मिलता है. वार्ड नम्बर-6 में सालों पुराने कुंआ के जरिये रात भर जगकर लोग पीने के लिए पानी भरते है. गया नगर निगम के नगर आयुक्त ने कहा निगम जल्द वहां अपनी राशि से पानी पहुंचाएगा.

गैलन में पानी लेकर आती हुई महिला.
गैलन में पानी लेकर आती हुई महिला.

इसे भी पढ़ें: समस्तीपुर में हर घर नल का जल योजना फेल, आखिर कहां गए 18 करोड़ रुपये?

पेयजल की संकट
गर्मी की आहट होते ही पेयजल की संकट उतपन्न हो गई है. शहर में कई स्थानों पर आज के समय में भी लोग पानी के लिए घण्टो इंतजार करते है. शहर के वार्ड नम्बर-6 में तो लोग पूरी रात जगकर कुआं से पानी भरते हैं. इस तरह का दृश्य गया शहर के लिए नया नहीं है. लेकिन सरकार के दावों के आगे आज की ये तस्वीर सरकार की दावों और वादों की पोल खोल दी है.

पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही समस्या
वागेश्वरी बमभोला मोहल्ले में पानी की समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी चलती चली आ रही है. एक महिला ने बताया कि इस मुहल्ले में पाइपलाइन बिछा हुआ है लेकिन पानी नहीं आता है. मोहल्ले के सभी लोग पीने का पानी कुआं से निकालते है. महिलाओं ने बताया कि कभी-कभी कुंआ में भी पानी नहीं रहता है. एक घण्टे में एक बाल्टी पानी भरता है. महिलाओं का कहना है कि अभी तो गर्मी की शुरुआत है तो ये हालात है, आगे तो जीना मुश्किल हो जाएगा.

देखें रिपोर्ट.

ये भी पढ़ें: जमीनी हकीकत: नल तो है, जल का दर्शन तक नहीं होता

एक बाल्टी पानी के लिए तरसते है लोग
महिलाओं ने बताया कि कपड़ा धोने के लिए या नहाने के लिये भी पानी नहीं मिलता है. नहाने के लिए भी दूर जाकर नहाना पड़ता है. मोहल्ले के सभी लोग नगर निगम को टैक्स भी देते है लेकिन फिर भी एक बाल्टी पानी के लिए तरसना पड़ता है.

शो पीस बना पाइपलाइन
सालों से ये पाइपलाइन शो पीस में बना हुआ है. अधिकारी आते है फोटो लेकर चल जाते है. घर मे मेहमान आने पर एक किलोमीटर दूर एक बोरिंग पर स्नान करवाने ले जाना पड़ता है. एक व्यक्ति ने बताया कि घर में पानी भरने के लिए ड्यूटी छोड़ना पड़ता है. एक दिन ड्यूटी छोड़ते है तो दो से तीन दिन का पानी भरते है. जो लोग बचपन में पानी ढोकर लाते थे वे लोग आज भी वैसे ही पानी ढो रहे हैं. 30 वर्षों में पानी की समस्या को लेकर कुछ नहीं बदला.

वार्ड नंबर-6 में निगम अपनी राशि से नल से जल पहुंचाएगा. बुडको के जरिये काम किया जा रहा है. लेकिन बुडको का काम सितंबर तक पूरा होगा. इसी बीच गर्मी आ जाएगी इसलिए पानी की समस्या दूर करने के लिए हमलोग खुद की राशि से बोरिंग करवा रहे हैं. नल के जरिये सावर्जनिक जगहों पर पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. -सावन कुमार, नगर निगम के नगर आयुक्त

टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई
गौरतलब है कि शहर में आज भी 8 वार्डों के 11 स्थानों पर टैंकर के जरिये पानी की सप्लाई होती है. सबसे ज्यादा वागेश्वरी क्षेत्र में टैंकर से पानी की सप्लाई होती है. गर्मी की आहट से इन 11 स्थानों पर 13 टैंकर सुबह और शाम पानी की आपूर्ति करता है.

गया: शहर का भौगोलिक स्थिति पथरीला है. भूमिगत जलस्त्रोत बहुत कम स्थानों पर है. शहर के अन्य स्थानों पर पाइपलाइन जरिये पानी पहुंचाया जाता है. वहीं गया नगर निगम के अंतर्गत कई ऐसे वार्ड है जहां लोग पीने का पानी भी नहीं मिलता है. वार्ड नम्बर-6 में सालों पुराने कुंआ के जरिये रात भर जगकर लोग पीने के लिए पानी भरते है. गया नगर निगम के नगर आयुक्त ने कहा निगम जल्द वहां अपनी राशि से पानी पहुंचाएगा.

गैलन में पानी लेकर आती हुई महिला.
गैलन में पानी लेकर आती हुई महिला.

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पेयजल की संकट
गर्मी की आहट होते ही पेयजल की संकट उतपन्न हो गई है. शहर में कई स्थानों पर आज के समय में भी लोग पानी के लिए घण्टो इंतजार करते है. शहर के वार्ड नम्बर-6 में तो लोग पूरी रात जगकर कुआं से पानी भरते हैं. इस तरह का दृश्य गया शहर के लिए नया नहीं है. लेकिन सरकार के दावों के आगे आज की ये तस्वीर सरकार की दावों और वादों की पोल खोल दी है.

पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही समस्या
वागेश्वरी बमभोला मोहल्ले में पानी की समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी चलती चली आ रही है. एक महिला ने बताया कि इस मुहल्ले में पाइपलाइन बिछा हुआ है लेकिन पानी नहीं आता है. मोहल्ले के सभी लोग पीने का पानी कुआं से निकालते है. महिलाओं ने बताया कि कभी-कभी कुंआ में भी पानी नहीं रहता है. एक घण्टे में एक बाल्टी पानी भरता है. महिलाओं का कहना है कि अभी तो गर्मी की शुरुआत है तो ये हालात है, आगे तो जीना मुश्किल हो जाएगा.

देखें रिपोर्ट.

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एक बाल्टी पानी के लिए तरसते है लोग
महिलाओं ने बताया कि कपड़ा धोने के लिए या नहाने के लिये भी पानी नहीं मिलता है. नहाने के लिए भी दूर जाकर नहाना पड़ता है. मोहल्ले के सभी लोग नगर निगम को टैक्स भी देते है लेकिन फिर भी एक बाल्टी पानी के लिए तरसना पड़ता है.

शो पीस बना पाइपलाइन
सालों से ये पाइपलाइन शो पीस में बना हुआ है. अधिकारी आते है फोटो लेकर चल जाते है. घर मे मेहमान आने पर एक किलोमीटर दूर एक बोरिंग पर स्नान करवाने ले जाना पड़ता है. एक व्यक्ति ने बताया कि घर में पानी भरने के लिए ड्यूटी छोड़ना पड़ता है. एक दिन ड्यूटी छोड़ते है तो दो से तीन दिन का पानी भरते है. जो लोग बचपन में पानी ढोकर लाते थे वे लोग आज भी वैसे ही पानी ढो रहे हैं. 30 वर्षों में पानी की समस्या को लेकर कुछ नहीं बदला.

वार्ड नंबर-6 में निगम अपनी राशि से नल से जल पहुंचाएगा. बुडको के जरिये काम किया जा रहा है. लेकिन बुडको का काम सितंबर तक पूरा होगा. इसी बीच गर्मी आ जाएगी इसलिए पानी की समस्या दूर करने के लिए हमलोग खुद की राशि से बोरिंग करवा रहे हैं. नल के जरिये सावर्जनिक जगहों पर पानी उपलब्ध करवाया जाएगा. -सावन कुमार, नगर निगम के नगर आयुक्त

टैंकर के जरिए पानी की सप्लाई
गौरतलब है कि शहर में आज भी 8 वार्डों के 11 स्थानों पर टैंकर के जरिये पानी की सप्लाई होती है. सबसे ज्यादा वागेश्वरी क्षेत्र में टैंकर से पानी की सप्लाई होती है. गर्मी की आहट से इन 11 स्थानों पर 13 टैंकर सुबह और शाम पानी की आपूर्ति करता है.

Last Updated : Mar 25, 2021, 3:44 PM IST
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