गयाः बाराचट्टी प्रखंड के घोर नक्सल प्रभवित इलाकों में 32वीं वाहिनी सशस्त्र सिमा बल धनगाई और वन क्षेत्र के पदाधिकारी मो. अफसर अंसारी के नेतृत्व में 11.46 एकड़ में लगी अफीम की फसल को जेसीबी मशीन चलाकर नष्ट किया गया. नष्ट की गई अफीम की अनुमानित बाजार मूल्य 30 लाख रुपये से ऊपर आंकी जा रही है.
नक्सल प्रभवित इलाकों में हुई कार्रवाई
बाराचट्टी प्रखण्ड के घोर नक्सल प्रभवित इलाके धनगाई थानां क्षेत्र के कुम्भी,पकरिया व पोखरिया के जंगलों में अफीम माफिया के लागये गए अफीम की फसल को सुरक्षाबलों ने नष्ट कर दिया है. वन विभाग के पदाधिकारी मो. अफसर की नेतृत्व बिहार झारखण्ड की सीमा पर बसे गांवों में सफेद फूलों वाली लहलहाती निजी और वन भूमि की जमीन पर 11.46 एकड़ में अफ़ीम की खेती को नष्ट करने की कार्रवाई की गई.
घेराबंदी कर अफीम की खेती को किया गया नष्ट
कार्रवाई के पूर्व सुरक्षाबलों ने पूरे इलाको में घेराबंदी कर दी. इसके बाद करीब पांच घण्टे तक जेसीबी मशीन चलाकर पूरी तरह से अफीम को नष्ट किया गया. इसके पहले सुरक्षाबलों ने सोमिया और दोवात के जंगलों में 12 एकड़ में लहलहाती अफीम की खेती को नष्ट किया था. इस अभियान में 32 वीं वाहिनी एसएसबी धनगाई, धनगाई पुलिस, वन विभाग, नारकोटिक्स विभाग, राजस्व विभाग की संयुक्त टीमें शामिल थीं.
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चिन्हित कर आरोपी पर होगा मुकदमा दर्ज
वन क्षेत्र के पदाधिकारी मो. अफसर ने बताया कि अफीम के खिलाफ पूरे अभियान की मॉनिटरिंग जिला वन पदाधिकारी अभिषेक कुमार के द्वारा की जा रही है. वन भूमि और निजी जमीन में अफीम लगाने वालों को चिन्हित कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.