गया: जिले के एनएच- 83 के फोरलेन निर्माण में बेलाडीह के किसानों को कृषि जल संग्रह का मुख्य साधन नष्ट हो रही थी. ग्रमीणों ने जिसकी शिकायत बेलाडीह के उच्च अधिकारियों से किसानों की समस्याओं का निदान निकालने के लिए गुहार लगाया था. जिसके बाद एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर ने किसानों और ग्रामीणों के साथ बैठक की. उन्होंने ग्रामीणों को संतुष्ट किया कि बाईपास के निर्माण कार्य के दौरान किसानों के साथ आम लोगों को उत्पन्न होने वाली समस्या हर संभव ख्याल रखा जायेगा.
अधिकारियों का किसानों के साथ बैठक
बता दें कि एनएच-83 के फोरलेन निर्माण में बेलागंज बाजार के लिए बेलाडीह गांव के पूरब से बाईपास निकाला गया है. बाईपास निर्माण में गांव के किसानों का कृषि जल संग्रह का मुख्य साधन आहर, पोखर, पईन का अस्तित्व नष्ट हो रहा है. इस पर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी सहित विभाग के उच्च अधिकारियों से जल संग्रह के साधनों को बचाने का गुहार लगाया था. जिसको देखते हुए बुधवार को एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रभात रंजन पांडेय और विभागीय अभियंता गौरव कुमार ने बेलाडीह गांव के किसानों और ग्रामीणों के साथ बैठक कर उनके समस्याओं से अवगत हुए.
समस्याओं का होगा निदान
'बाईपास निर्माण में विद्यालय टूट रहा है. जिसके अलग निर्माण के लिए जिलाधिकारी के द्वारा अंचलाधिकारी को सरकारी जमीन मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है. वहीं, ग्रामीण अगर निजी जमीन मुहैया कराते हैं तो मंदिर का भी निर्माण तत्काल करा दिया जाएगा. ग्रामीणों द्वारा रखे गए हर समस्याओं को एनएचएआई के अधिकारियों ने हर संभव निदान करने का आश्वासन दिया.'- प्रभात रंजन पांडेय, प्रोजेक्ट डायरेक्टर
किया जाएगा अंडरपास का निर्माण
'जहां-जहां भी आहर-पोखर-पईन है. वहां पानी निकासी के साथ बेलागंज के पूर्वी क्षेत्र के लोगों को आवागमन को लेकर निमचक-बेलागंज रोड में अंडरपास का निर्माण कराया जायेगा. ये कार्य प्रोजेक्ट डीपीआर में शामिल नहीं था. लेकिन आमलोगों की सुविधा को मद्देनजर इस स्किम को डीपीआर में शामिल किया जाएगा.' - गौरव कुमार, विभागीय अभियंता, एनएचएआई