गया: वैष्णो देवी की तर्ज पर गया में दुर्गा पूजा पंडाल इन दिनों लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वैष्णो देवी की तर्ज पर बनी गुफा करीब 15 से 25 फीट ऊंची और 1500 फीट लंबी बनी थी. हालांकि प्रशासन ने सुरक्षा और अन्य दृष्टि से कई तथ्यों को देखते हुए अब गुफा में प्रवेश और दर्शन पर रोक लगा दी है.
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50 लाख की लागत से बना पंडाल: गया शहर के हाते गोदाम में 50 लाख की लागत से वैष्णो देवी की तर्ज पर गुफा बनाई गई थी. वैष्णो देवी की तर्ज पर बनाई गई गुफा में वाणगंगा से लेकर अर्धकुमारी समेत अन्य मंदिरों का स्वरूप बनाया गया था. इसे लेकर नवरात्र चढ़ते ही यहां भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी थी, जिसे संभालना आयोजक मंडल और प्रशासन के लिए भी मुश्किल साबित हो रहा था. वहीं, बढ़ती भीड़ को देखकर पुलिस प्रशासन के द्वारा एनओसी मांगा गया था, जिसे नहीं दिए जाने पर प्रशासन के द्वारा अब स्थाई रूप लगा दी गई है.
त्रिपिंडी स्वरूप में माता के दर्शन: वैष्णो देवी की तर्ज पर बनाई गई गुफा काफी आकर्षक बनी थी. यह घरों की छतों के सहारे बनाई गई थी, जो कि करीब 1500 फीट लंबी तक थी. इसमें गुफा के सबसे अंदर में माता वैष्णो देवी का त्रिपिंडी स्वरूप बनाया गया था, जो महाकाली, महालक्ष्मी, महा सरस्वती रूप में विराजमान थी. वहीं पास में ही भैरव बाबा की भी प्रतिमा स्थापित की गई थी.
अस्थाई तौर पर बंद कर दी गई गुफा: वहीं, पुलिस प्रशासन की ओर से बताया गया कि नवरात्र चढ़ते ही वैष्णो देवी की तर्ज पर बने गुफा को देखने वालों की भीड़ बढ़ रही थी. यहां दूसरे जिलों से भी लोग आ रहे थे, जिससे आयोजक मंडल से भीड़ संभाल नहीं पा रही थी. वहीं, वैष्णो देवी गुफा में कई स्थानों पर खराबी आ गई थी. कई तरह की आशंकाओं को देखते हुए आयोजक मंडल से एनओसी मांगा गया था, लेकिन एनओसी नहीं दिया गया और पूरी तरह से गुफा में लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.
"शहर के हाते गोदाम में बनाए गए वैष्णो देवी की तर्ज वाले पंडाल में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. अब प्रवेश पर रोक पूरी तरह से लागू रहेगी. कई तरह के तथ्यों को देखते हुए अब रोक को पूरी तरह से प्रभावी कर दिया गया है"- बबन बैठा, थानाध्यक्ष, कोतवाली थाना