गया: नगर निगम (Gaya Nagar Nigam) के नैली गांव स्थित डंपिंग यार्ड में अत्याधुनिक कचरा प्रबंधन प्लांट स्थापित ( Waste Management Plant ) किये जाने का कार्य युद्धस्तर पर चालू है. इस प्लांट में शहर के कचरे से उर्वरक तैयार किया जाएगा. साथ ही कचरे में मौजूद प्लास्टिक, कपड़े इत्यादि से रस्सी का निर्माण होगा.
वहीं प्लांट चालू हो जाने के बाद सबसे ज्यादा राहत डंपिंग यार्ड के आसपास रहने वाले हजारों लोगों को मिलने वाला है. मंगलवार को प्लांट इंस्टॉलेशन कार्य का मेयर गणेश पासवान, डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव, नगर आयुक्त सावन कुमार सहित कई वार्ड पार्षदों ने निरीक्षण किया.
मेयर और डिप्टी मेयर ने कार्यों का किया निरीक्षण
निरीक्षण के दौरन मेयर व डिप्टी मेयर ने निर्माण कार्यों की जानकारी वहां उपस्थित कर्मचारियों व अधिकारियों से ली. मेयर गणेश पासवान और डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कार्य प्रगति पर संतोष जाहिर किया. उन्होंने बताया कि प्लांट के चालू हो जाने के बाद गया शहर भी कचरा प्रबंधन में बड़े शहरों की सूची में शामिल हो जाएगा. साथ ही इसमें स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे.
'कचरा प्रबंधन प्लांट लग जाने से आसपास के लोगों को रोजगार मिलेगा. साथ ही नैली गांव के आसपास के लोग, जो वर्षों से यहां पड़े गीले और सूखे कचरे की दुर्गंध और धूल से परेशान रहते थे. इससे उनको निजात मिलेगी. ये एक ऐतिहासिक कार्य हो रहा है. पूरे बिहार में इस तरह का प्लांट कहीं नहीं है. इससे इसके बन जाने से शहर के कचड़े का निष्पादन समय पर होगा और उससे कई तरह की चीजें बनाई जा सकेंगी.' :- गणेश पासवान, मेयर
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आसपास के लोगों को दुर्गंध व धूल से मिलेगी निजात
वहीं डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने बताया कि शहर से आने वाले कचरे का यहां स्क्रीनिंग किया जाएगा और उन्हें अलग-अलग किया जाएगा. तत्पश्चात प्लांट में उर्वरक और रस्सी का निर्माण किया जाएगा. 28 करोड़ की लागत से यहां प्लांट लगाया जा रहा है. 'बिहार में इस तरह का पहला अत्याधुनिक प्लांट है. इसके बन जाने से न सिर्फ आसपास के लोगों को दुर्गंध और धूल से राहत मिलेगी बल्कि कचरा से जैविक खाद एवं अन्य चीजों का निर्माण किया जाएगा.' :- मोहन श्रीवास्तव, डिप्टी मेयर, गया