गयाः जिले में पितृपक्ष मेला का समापन हो गया है. मेले के समापन के साथ ही 17 दिवसीय पिंडदान करने वाले पिंडदानी अपने घर की ओर लौट रहे हैं. वहीं, औरंगाबाद जिले के ओबरा से आये एक पिंडदानी की मौत हार्ट अटैक से हो गई.
'हार्ट अटैक आने से हुई मौत'
बिहार के औरंगाबाद जिले के ओबरा गांव के रहने वाले दामोदर प्रसाद अग्रवाल गया जी में 17 दिवसीय पिंडदान करने आये थे. शनिवार को पिंडदान के अंतिम दिन पिंडदान का कर्मकांड पूरा करके घर लौटने ही वाले थे, तभी चांद चौरा स्थित पंडा जी के घर के निकट (75) वर्षीय दामोदर प्रसाद अग्रवाल को हार्ट अटैक आ गया. आनन फानन में परिजन नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र ले गए. वहां से उन्हें मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया. लेकिन अस्पताल पहुंचते ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
'11 सितंबर को आए थे गया'
मृतक के परिजनों ने बताया कि हम लोग पूरे परिवार के साथ पिंडदान करने औरंगाबाद से 11 सितंबर को गया जी आये थे, पिंडदान संपन्न हो गया था और हम लोग घर लौटने वाले थे. तभी पंडा जी के घर के पहले इनकी तबियत खराब हो गई. हमलोग नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर ग ए. जहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां आने पर डॉक्टर ने ईसीजी किया. उसके बाद मृत्य घोषित कर दिया. वहीं, उन्होंने यह भी बताया कि पंडा जी के घर से लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक जाम ही जाम था. पुलिस को बताने पर वो लोग प्रयास कर रहे थे. लेकिन भीषण जाम के कारण बहुत टाइम लग गया. यदि थोड़े देर पहले पहुंच जाते, तो शायद जान बच जाती.
'डॉक्टरों की नहीं की गई तैनाती'
इसके पहले ईटीवी ने एक खबर दिखाई थी, जिसमे मुख्यमंत्री ने आदेश दिया था कि मेला अवधि तक हार्ट अटैक की स्पेशलिस्ट डॉक्टरों को नियुक्त किया जाए. स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री के समक्ष हां में हां मिला दिया था. लेकिन मेला खत्म होने तक डॉक्टर की तैनाती नहीं की गई.