गया : पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने गया में आयोजित हम पार्टी के गरीब जागरूकता रैली के पूर्व मीडिया से बातचीत के क्रम में कहा कि 'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही तेजस्वी को छोड़ देंगे, लेकिन वे नीतीश कुमार को नहीं छोड़ेंगे. ये मेरा कमिटमेंट है'. जीतनराम मांझी ने बड़े ही भोलेपन से बड़ी गहरीचोट सीएम नीतीश को दी है. उन्होंने कई मौकों पर याद दिलाते हुए कहा कि समय-समय पर नीतीश जी हमें धक्का दे देते हैं. हाल ही में उन्होंने हमारा 2 विभाग में से एक विभाग छीन लिया. तब उनके मन में लगा होगा कि मांझी जी दुखी होंगे इसलिए उन्होंने पूर्णिया की रैली में बोल दिया का मांझी इधर उधर मत जाइएगा.
ये भी पढ़ें- Purnea Rally: 7 दलों के महागठबंधन में झोल, सीएम नीतीश किसको साथ न छोड़ने की दे रहे नसीहत?
''हम कहां जाएंगे? आज जो कुछ भी हूं सीएम नीतीश की बदौलत ही हूं. नीतीश मेरे मेंटर हैं. ये अलग बात है कि समय-समय पर हमारे मुख्यमंत्री हमें धक्का दे देते हैं. नीतीश जी तेजस्वी को छोड़ देंगे लेकिन मैं नीतीश के साथ ही रहूंगा. नीतीश जहां रहेंगे मैं वहीं पर रहूंगा. हमारे मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद नहीं है. हम नीतीश को नहीं छोड़ेंगे. उनके दिमाग में क्या है ये वही जानें''- जीतन राम मांझी, पूर्व मुख्यमंत्री, बिहार
शराबबंदी पर फिर बोले जीतन राम मांझी: जीतनराम मांझी ने साफ किया बिहार में शराबबंदी पर हमारी मांगे नीतीश को कालांतर में माननी ही होगी. पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि शराब नीति में गड़बड़ी हो रही थी. 3 बार समीक्षा किया गया तो सुधार हुआ है, लेकिन आज भी 5-6 लाख में से 3 लाख लोग अनुसूचित जाति के हैं, जिन पर शराब के मामले के केस दर्ज हैं. उन्हें पूरा विश्वास है कि कालांतर में शराबबंदी में संशोधन को लेकर उनकी बातों को सीएम नीतीश द्वारा माना जाएगा. गौरतलब हो, कि जीतन राम मांझी 'थोड़ी-थोड़ी पिया करो की बात' आए दिन कहते रहते हैं. इसे लेकर वे लगातार संशोधन की बात भी कह रहे हैं.
'तेजस्वी से बेस्ट हैं सुमन': पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने यह भी कहा कि अभी वर्तमान में जिसके बारे में 2025 का मुख्यमंत्री होने की बात हो रही है. उस संबंध में वह कहना चाहते हैं, कि मेरा पुत्र संतोष बेहतर है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के तेजस्वी के बने मुख्यमंत्री बनने की तारीख जानने को लेकर कहा कि वह कौन होते हैं, इस तरह की बात पूछने वाले.