ETV Bharat / state

गया में जल शक्ति अभियान की शुरुआत, 20 लाख पौधा लगाने और जल संचय का है लक्ष्य

राज्य के 11 जिलों समेत गया में जल शक्ति अभियान की शुरुआत की गई है. केंद्र और राज्य सरकार द्वारा शुरुआत में इसका लक्ष्य जल संचय और पौधरोपण करना है.

author img

By

Published : Jul 3, 2019, 11:08 AM IST

Updated : Jul 3, 2019, 11:41 AM IST

अभिषेक सिंह

गया: बिहार के 11 जिलों के साथ-साथ गया में भी जल शक्ति अभियान की शुरुआत की गई. इस मौके पर जिलाधिकारी ने इसकी पूरी जानकारी मीडिया को दी. उन्होंने कहा कि गया में घटते भूमिगत जलस्त्रोत और हिट स्ट्रोक के बचाव के लिए मनरेगा और वन विभाग के सहयोग से 20 लाख पौधारोपण कराया जाएगा. इस अभियान के तहत जल संचय और पौधारोपण करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जायेगा.

जिले में इस वर्ष भूमिगत जलस्रोत पिछले वर्ष की तुलना में तीन फीट नीचे चला गया है. पिछले महीने ही गया में लू से 50 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी. केंद्र और राज्य सरकार 11 जिले में जल शक्ति अभियान कार्यक्रम चलाएगी. इस अभियान के तहत गया जिला को भी शामिल किया गया है. 11 जिला सहित आज गया में इस अभियान की शुरुआत की गई. इसके तहत जिला प्रशासन के द्वारा 20 लाख पौधारोपण किया जाएगा. साथ ही तेजी से घटते जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय का भी विभिन्न कार्यक्रम चलाया जाएगा.

अभिषेक सिंह

अभियान का उद्देश्य

जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से एक जुलाई को जल शक्ति अभियान की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य पौधरोपण और जल संचय करना है. साथ ही विभिन्न तकनीक को एक साथ लाकर दो से ढाई महीने में अभियान पूरा कर लेना है.

क्यों चुना गया गया जिला?

गया का भूमिगत जलस्तर तेजी से घट रहा है. हिट वेब वैसी जगह हुआ जहां पानी और पेड़-पौधों की कमी थी. इस अभियान के तहत मनरेगा, वन विभाग, स्कूल, एनजीओ की मदद से 20 लाख पौधरोपण किया जायेगा. ये अभियान सरकारी नहीं आम लोगों का रहेगा.

इस अभियान का लक्ष्य

⦁ जहां जलस्तर सबसे नीचे है, वहां सॉकपिट बनाया जायेगा.

⦁ नगर निकाय क्षेत्र में घर के साथ जल संरक्षण के लिए भी व्यवस्था की जाएगी.
⦁ 2 जुलाई 2019 से 31 जुलाई 2019 तक जागरुकता अभियान चलाएगा, जिसमें अनेक कार्यक्रम किए जाएंगे. जैसे वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड सिविल सोसायटी के साथ बैठक, पैदल मार्ग, साइकिल मार्च, पेड़ में राखी बांधो कार्यक्रम, पौधे में पानी डालो कार्यक्रम के साथ विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे.

पुरस्कृत भी किया जाएगा

यदि कोई व्यक्ति 500 से ज्यादा पौधा लगाता है तो उसको पुरस्कृत भी किया जाएगा. साथ ही जल संरक्षण के लिए अपने घर में अच्छी व्यवस्था करने वाले को भी पुरस्कार दिया जाएगा और जो रूफ फार्मिंग करेंगे उनके टैक्स में रियायत दी जाएगी. विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा चार लाख पौधारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

गया: बिहार के 11 जिलों के साथ-साथ गया में भी जल शक्ति अभियान की शुरुआत की गई. इस मौके पर जिलाधिकारी ने इसकी पूरी जानकारी मीडिया को दी. उन्होंने कहा कि गया में घटते भूमिगत जलस्त्रोत और हिट स्ट्रोक के बचाव के लिए मनरेगा और वन विभाग के सहयोग से 20 लाख पौधारोपण कराया जाएगा. इस अभियान के तहत जल संचय और पौधारोपण करने के लिए जागरुकता अभियान चलाया जायेगा.

जिले में इस वर्ष भूमिगत जलस्रोत पिछले वर्ष की तुलना में तीन फीट नीचे चला गया है. पिछले महीने ही गया में लू से 50 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई थी. केंद्र और राज्य सरकार 11 जिले में जल शक्ति अभियान कार्यक्रम चलाएगी. इस अभियान के तहत गया जिला को भी शामिल किया गया है. 11 जिला सहित आज गया में इस अभियान की शुरुआत की गई. इसके तहत जिला प्रशासन के द्वारा 20 लाख पौधारोपण किया जाएगा. साथ ही तेजी से घटते जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय का भी विभिन्न कार्यक्रम चलाया जाएगा.

अभिषेक सिंह

अभियान का उद्देश्य

जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से एक जुलाई को जल शक्ति अभियान की शुरुआत की गई है. इसका उद्देश्य पौधरोपण और जल संचय करना है. साथ ही विभिन्न तकनीक को एक साथ लाकर दो से ढाई महीने में अभियान पूरा कर लेना है.

क्यों चुना गया गया जिला?

गया का भूमिगत जलस्तर तेजी से घट रहा है. हिट वेब वैसी जगह हुआ जहां पानी और पेड़-पौधों की कमी थी. इस अभियान के तहत मनरेगा, वन विभाग, स्कूल, एनजीओ की मदद से 20 लाख पौधरोपण किया जायेगा. ये अभियान सरकारी नहीं आम लोगों का रहेगा.

इस अभियान का लक्ष्य

⦁ जहां जलस्तर सबसे नीचे है, वहां सॉकपिट बनाया जायेगा.

⦁ नगर निकाय क्षेत्र में घर के साथ जल संरक्षण के लिए भी व्यवस्था की जाएगी.
⦁ 2 जुलाई 2019 से 31 जुलाई 2019 तक जागरुकता अभियान चलाएगा, जिसमें अनेक कार्यक्रम किए जाएंगे. जैसे वाद-विवाद प्रतियोगिता, निबंध लेखन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड सिविल सोसायटी के साथ बैठक, पैदल मार्ग, साइकिल मार्च, पेड़ में राखी बांधो कार्यक्रम, पौधे में पानी डालो कार्यक्रम के साथ विभिन्न जागरुकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे.

पुरस्कृत भी किया जाएगा

यदि कोई व्यक्ति 500 से ज्यादा पौधा लगाता है तो उसको पुरस्कृत भी किया जाएगा. साथ ही जल संरक्षण के लिए अपने घर में अच्छी व्यवस्था करने वाले को भी पुरस्कार दिया जाएगा और जो रूफ फार्मिंग करेंगे उनके टैक्स में रियायत दी जाएगी. विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा चार लाख पौधारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

Intro:बिहार के 11 जिलों के साथ गया में जल शक्ति अभियान का शुरुआत किया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने जल शक्ति अभियान की पूरी जानकारी मीडिया को दिया। उन्होंने कहा गया में घटते भूमिगत जलस्त्रोत और हिटस्ट्रॉक के बचाव के लिए 20 लाख पौधरोपण मनरेगा और वन विभाग के सहयोगी से कराया जाएगा साथ ही इस अभियान के तहत पानी संचय करने और पौधरोपण करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।


Body:गया में इस वर्ष भूमिगत जलस्रोत पिछले वर्ष तीन फीट नीचे गया है, इसी वर्ष पिछले माह गया में लू से 50 से अधिक लोग का मृत्यु हुआ है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार ने बिहार 12 जिला में जल शक्ति अभियान कार्यक्रम को चलाएगी। इस अभियान के तहत गया जिला को भी शामिल किया गया है। 11 जिला सहित आज गया में इस अभियान का शुरुआत हो गया हैं। इस अभियान के तहत जिला प्रशासन के द्वारा 20 लाख पौधरोपण किया जाएगा, साथ ही तेजी से घटते जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय का विभिन्न कार्यक्रम चलाया जाएगा।

जल शक्ति अभियान का जानकारी जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने दिया। जिलाधिकारी ने बताया आकांक्षी जिला व जल शक्ति अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा एक जुलाई को शुरुआत किया गया हैं। जल शक्ति अभियान का उद्देश्य हैं पौधरोपण करना , जल संचय करना साथ ही जल संचय के विभिन्न तकनीक को एक साथ लाकर अभियान में तेजी लाकर दो स ढाई माह में पूरा कर लेना है। गया को इसलिए चुना गया है गया के भूमीगत जलस्तर तेजी से घट रहा है। गया आकांक्षी जिला हैं इसके तहत बड़ा प्लानिंग कर पौधरोपण करना हैं। इस बार हिट वेब का असर अधिक रहा लोगो जान गया हैं। हिट वेब वैसे जगह हुआ जहां पानी और पेड़-पौधा की कमी थी। इस अभियान के तहत मनरेगा, वन विभाग, स्कूल, एनजीओ के मदद से 20 लाख पौधरोपण किया जायेगा। ये अभियान सरकारी नही रहेगा ये अभियान आम लोग का रहेगा।

गया में जहां जलस्तर सबसे नीचे है वहा सॉकपिट बनाया जायेगा। नगर निकाय क्षेत्र में घर के साथ जल संरक्षण के लिए भी व्यवस्था किया जाएगा। 2 जुलाई 2019 से 31 जुलाई 2019 तक जागरूकता अभियान चलाएगा। जिसमें अनेक कार्यक्रम किए जाएंगे जैसे वाद विवाद प्रतियोगिता,निबंध लेखन प्रतियोगिता, पेंटिंग प्रतियोगिता, जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड सिविल सोसायटी के साथ बैठक, पैदल मार्ग, साइकिल मार्च, पेड़ में राखी बांधो कार्यक्रम ,पौधे में पानी डालो कार्यक्रम के साथ विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। यदि कोई व्यक्ति 500 से ज्यादा पौधा लगाता है उसको पुरस्कृत भी किया जाएगा ।साथ ही जल संरक्षण के लिए अपने घर में अच्छी व्यवस्था करने वाले को पुरस्कृत किया जाएगा, और जो रूफ फार्मिंग करेगे उनके टैक्स में रियायत दिया जाएगा। विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा चार लाख पौधारोपण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।


Conclusion:
Last Updated : Jul 3, 2019, 11:41 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.