गया: आमस थाना क्षेत्र के शेरघाटी उपकारा गेट के सामने से दो कैदी फरार हो गए. घटना मंगलवार शाम की है. दोनों कैदियों को स्वास्थ्य जांच के बाद जेल भेजा गया था. गेट के सामने पुलिस की गाड़ी रुकी. इसी दौरान दोनों ने हाथ से हथकड़ी खिसका ली और वाहन से कूदकर फरार हो गए. पुलिस फरार कैदियों की तलाश में छापेमारी कर रही है.
दोनों कैदियों को वजीरगंज थाना क्षेत्र से लाया गया था. वजीरगंज थाना के एसआई इंद्रदेव मुखिया अपराधियों को शेरघाटी जेल में सुरक्षित वाहन से पेशी करने के लिए ले गए थे. जेल गेट के सामने जैसे ही पुलिस की गाड़ी रुकी दोनों अपराधी हाथ से हथकड़ी खिसकाकर गाड़ी से कूदकर भाग गए. पुलिस ने दोनों का पीछा भी किया. लेकिन अंधेरे का फायदा उठाकर अपराधी भागने में कामयाब रहे. सूचना पर पहुंची आमस थाना की पुलिस ने आसपास के क्षेत्रों में घंटों छापेमारी की, लेकिन दोनों का पता नहीं चला.
पहले भी जेल जा चुके हैं दोनों
वजीरगंज थाना अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार ने बताया कि फरार होने वाले कैदियों में मोहनपुर थाना के अमकोला गांव का रहने वाला विक्रम कुमार और वजीरगंज थाना के बक्सुआ गांव का रहने वाला पिंकू कुमार शामिल है. दोनों गुमटी से चोरी के आरोप में गिरफ्तार किए गए थे. गिरफ्तार होने के बाद कैदियों को स्थानीय अस्पताल में जांच के बाद जेल भेजा गया था. जेल गेट पर ही दोनों ने पुलिस को चकमा दिया और फरार हो गए. विक्रम और पिंकू पहले भी जेल जा चुके हैं. दोनों के खिलाफ हत्या और लूट जैसे संगीन मामले दर्ज हैं. आमस थाना अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने बताया कि भागे हुए कैदियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. इनके खिलाफ एक और मुकदमा हो सकता है.
पुलिस की लापरवाही पर उठ रहे सवाल
पुलिस को चकमा दे कैदियों के भागने की कई घटनाएं हुई हैं. इसके बाद भी पुलिस अधिकारी लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे है. इससे उन पर सवाल उठने लगे हैं. लूट और हत्या जैसे संगीन अपराध के कैदियों को कोर्ट में पेशी के लिए ले जाने में पूरी सतर्कता क्यों नहीं बरती जाती है? पिछली घटनाओं से भी अधिकारियों को सीखने की जरूरत है. किंतु पुलिस अधिकारी सीखने के बजाय हथकड़ी के भरोसे रह जाते हैं और घटनाओं की पुनरावृति हो जाती है.