गया: आम बजट पर समाज के विभिन्न तबके के लोगों की अलग-अलग राय है. कुछ लोग इसे लाभकारी बता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग इसे गरीब विरोधी बता रहे हैं.
इस बजट से बढ़ेगा विदेशी निवेश
स्थानीय छात्र राहुल रंजन ने का कहना है कि यह बजट लोगों के हित में है. इस बजट से विदेशी निवेश बढ़ेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि निर्मला सीतारमण के द्वारा जो बजट लाया गया है. वह काफी सराहनीय है. इससे विदेशी कंपनियां भारत में निवेश करेंगी. जिससे सरकार और स्थानीय लोगों को काफी फायदा होगा. एक तरह से देखा जाए तो यह डिजिटल बजट है, जो पूरी तरह से पेपरलेस है. साथ ही उन्होंने कहा कि आज सरकार हर पैमाने पर लोगों के बारे में सोच रही है. यही वजह है कि जो जाति, जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में महीनों लगते थे, आज ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत जल्द बन जाते हैं. इसलिए यह बजट लोगों के हित में है.
गरीब और किसान विरोधी है बजट
आम बजट के बारे में स्थानीय निवासी राजीव कुमार कन्हैया से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह बजट गरीब और किसान विरोधी है. इस बजट में किसानों के लिए कुछ भी नहीं दिया गया है. बजट ऐसा होना चाहिए था कि जो किसान आंदोलन कर रहे हैं, वे अपना आंदोलन खत्म कर देते. इस बजट में ना तो गरीबों के लिए कुछ है और ना ही व्यवसायियों के लिए. केंद्र सरकार का यह बजट पूरी तरह से फेल साबित हुआ है.
व्यवसायियों को नहीं दी गई कोई छूट
वहीं स्थानीय व्यावसायी विजय कुमार ने बताया कि हम लोग वीडियोग्राफी के कार्य से जुड़े हुए हैं. सरकारी और निजी स्तर कार्यक्रमों में वीडियोग्राफी का काम करते हैं. लेकिन जीएसटी की वजह से जो कैमरा हम पहले कम कीमत पर खरीदते थे, अब उसकी ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है. उन्होंने कहा कि इस बजट में व्यवसायियों के लिए कुछ भी छूट नहीं दी गई है. बजट ऐसा होना चाहिए था कि जिससे मध्यम, गरीब और व्यवसायी वर्ग को को छूट मिलती. व्यवसायियों को लोन की सुविधा देनी चाहिए थी. जिससे लोग व्यवसाय को आगे बढ़ा सकें. सरकार को जनता के हित में और ज्यादा सोचते हुए इस बजट में सुधार करने की जरूरत है.