गया: वैश्विक महामारी कोरोना से सुरक्षा और बचाव के लिए जारी लॉकडाउन के दौरान विदेश में फंसे बिहार वासियों को वंदे भारत मिशन के तहत 24 मई से लाने का शुरुआत की जायेगी. वंदे भारत मिशन के तहत बिहार वासियों को स्वदेश लाने के लिए गया एयरपोर्ट को लैंडिंग प्वाइंट बनाया गया है. गया एयरपोर्ट पर आगामी 24 मई को पहली फ्लाइट आनी है, इसको लेकर गया एयरपोर्ट अथॉरिटी ने पूरी तैयारी कर ली है.
आगामी 24 मई को एयर इंडिया की विशेष विमान से विदेश में फंसे भारतीय नागरिक अपने वतन को लौटेंगे. विदेश में फंसे बिहार के लोगों को लाने के लिए गया एयरपोर्ट को लैंडिंग प्वाइंट बनाया गया है. जानकारी के मुताबिक गया एयरपोर्ट पर 24 मई को पहली फ्लाइट मस्कट ओमान से आएगी.
एयरपोर्ट निदेशक ने दी जानकारी
इस संबंध मे गया एयरपोर्ट के निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि वंदे भारत मिशन के तहत विदेश में फंसे प्रवासियों को स्वदेश लाने के लिए प्रस्ताव है. गया एयरपोर्ट पर आने वाले फ्लाइट की शेड्यूल जारी कर दी गई है. पहली प्लाइट 24 मई को मस्कट ओमान से आएगी. गया एयरपोर्ट पर 24 मई से 3 जून तक आएगी, जिसमें पहले चरण में 7 देशों से फ्लाइट आनी है.
एहतियातन उठाए जाएंगे कई कदम
वही निदेशक ने बताया कि इस महामारी का संक्रमण न फैले इसके लिए कई कदम उठाए जाएंगे. यात्रियों को लेकर जब गया एयरपोर्ट पर फ्लाइट आएगी तो उस समय पूरे एयरपोर्ट परिसर के एसी को बंद कर दिया जाएगा. सिर्फ पंखे का प्रयोग किया जाएगा ताकि संक्रमण न फैले. गया एयरपोर्ट के सुरक्षा को लेकर सीआईएसएफ प्रभारी बलवंत सिंह ने बताया कि लोग कई महीनों के बाद स्वदेश लौट रहे हैं, ऐसे में परिजनों में भावनात्मक जुड़ाव होगा इसलिए वो यात्रियों से मिलेंगे. लेकिन मगध प्रमंडल आयुक्त के आदेशानुसार किसी को एयरपोर्ट परिसर में आने की अनुमति नहीं होगी. सभी यात्रियों को भारत सरकार के आदेशानुसार सभी को 21 दिनों तक क्वॉरेंटीन में रखा जाएगा.
8000 लोगों की होनी है वतन वापसी
बता दें कि वंदे भारत मिशन के तहत विभिन्न देशों से 8,000 भारतीयों की स्वदेश वापसी होगी. यह 8,000 प्रवासी बिहार के रहने वाले हैं. उनकी लैंडिंग गया एयरपोर्ट पर होगी. इनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन, गया एयरपोर्ट अथॉरिटी और बिहार सरकार लगातार तैयारियों में जुटी हुई है.