गया : किसानों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए गया जिले में रबी अभियान का उद्घाटन किया गया. यह आयोजन मानपुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में किया गया. जहां कृषि निदेशालय पटना से आए नोडल पदाधिकारी शंकर कुमार चौधरी द्वारा इसका उद्घाटन किया गया. रबी फसल को लेकर किसानों को फ्लेक्सी बोर्ड के साथ-साथ एलईडी रथ के माध्यम से भी विविध जानकारियां दी जाएगी.
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कृषि रोड मैप के तहत किया जा रहा कार्यक्रम: बिहार राज्य बीज एवं जैविक अभिकरण के निदेशक के अनुसार, कृषि विभाग द्वारा मक्का, दलहन, तिलहन के उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि के उद्देश्य से कार्य किए जा रहे हैं. पीएम किसान योजना में किसानों को ईकेवाईसी करना अनिवार्य है तथा अयोग्य किसानों से राशि की रिकवरी करने का निर्देश दिया गया है.
''चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत जलवायु के बदलते परिवेश को ध्यान में रखकर पारंपरिक फसलों का निर्णय लिया गया है. ऐसे में मक्का, स्वीट कॉर्न, बेबी कॉर्न, चना, मसूर, राई सरसों फसलों के विस्तार उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि करने के उद्देश्य से मक्का 4500 हेक्टेयर, चना 18100, मसूर 22300, राई- सरसों 7300 हेक्टेयर, तीसी 1800 हेक्टेयर अच्छादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.''- जिला कृषि पदाधिकारी
अनुदानित दरों पर बीज का वितरण: जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इसके लिए कृषि विभाग द्वारा प्रशिक्षण के साथ-साथ अनुदानित दर पर बीजों का वितरण किया जाएगा. जहां गेहूं 18049 क्विंटल, चना 3805 क्विंटल, मसूर 2241 क्विंटल, मक्का 666 क्विंटल, राई 158 क्विंटल वितरण करवाया जा रहा है. रबी मौसम में मक्का, बेबी कॉर्न, स्वीट कॉर्न फसल पर किसान पाठशाला का आयोजन कर किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
गाफा खुर्द पंचायत का चयन क्लस्टर के रूप में हुआ : गुणवत्तापूर्ण बीजों की उपलब्धता हेतु जिले में दो सीड हब की स्थापना करने का लक्ष्य रखा गया है. गेहूं फसल के लिए गुरारू प्रखंड अंतर्गत डीहा एवं देवकली गांव एवं चना फसल के लिए अतरी प्रखंड अंतर्गत बैरका गांव का चयन किया गया है. वित्तीय वर्ष 2023 -24 में आरएडी योजना अंतर्गत बोधगया प्रखंड के गाफा खुर्द पंचायत का चयन क्लस्टर के रूप में किया गया है.
एलईडी रथ के माध्यम से प्रचार: जिला कृषि पदाधिकारी ने कहा कि इसके साथ ही राज्य से भेजे गए एलईडी रथ के माध्यम से और फ्लेक्सी बोर्ड से इसका प्रचार किया जा रहा है. वहीं सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण ने कहा कि कृषि यांत्रिकीकरण योजना के तहत 108 प्रकार के कृषि यंत्रों को अनुदान पर देने का प्रावधान है. पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर आवेदनों को अधिक अनुदान वाले योजना के लाभ पहले दिए जाएंगे.