गया: चीन में कोरोना वायरस से कई लोग की मौत हो चुकी है. ऐसे में भारत में भी इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अलर्ट जारी कर दिया है. रविवार को बोधगया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह पहुचे. जहां उन्होंने चीन से आए लोगों के बारे में जानकारी ली.
'कोरोना वायरस के मरीजों का करेंगे उपचार'
सिविल सर्जन डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर मूलतः हम उन्ही लोगों की जांच कर रहे हैं, जो चीन के अलावे अन्य चार देश से 15 जनवरी के बाद वापस लौट कर भारत आए है या इससे पहले जो भी लोग आए है.वे लोग इस टारगेट में नहीं है. एस्कुलस पीरियड खत्म हो चुका है. हमारे गाइड लाइन में ऐसे लोगों को सेंडम शुरू होगा. जैसे- बुखार, खांसी-जुकाम आदि. ऐसे लोगों की सुरक्षा के लिहाज से जांच करते है. अगर वो पोजेटिव पाये जाते है, तो हमारे हॉस्पिटल में आसोलेशन वार्ड बनाया गया. जहां स्पेशल शिक्षित डॉक्टर और नर्स को नियुक्त किया गया है, जो पोजेटीव पाए गये मरीजों का उपचार करेंगे.
'सावधानियां बरतने की जरूरत'
डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह ने कहा कि गया जिले में अभी तक करीब चार हजार लोगों का जांच किया गया है. जिसमे से एक भी पोजेटीव मरीज नहीं पाया गया है. हालांकि बोधगया अन्तर्राष्ट्रीय टूरिस्ट प्लेस होने के कारण विश्व के कई देश के पर्यटक यहां घूमने आते है. ऐसे में संधिगत मरीज अगर पाया जाता है, तो सुरक्षा पाने के लिये मास्क लगाये और हाथ मिलाने के बाद हैंड वाश से जरूर हाथ को साफ करें. उन्होंने कहा कि सावधानियां बरतने की जरूरत है. ऐसे में इसका कोई सफल इलाज नहीं पाया गया है.