गया: बुधवार को डीएम अभिषेक सिंह और वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा की अध्यक्षता में लॉकडाउन के दौरान गठित कोषांगों के कार्यों की समीक्षा की गयी. क्वॉरेंटाइन कोषांग के वरीय नोडल पदाधिकारी-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा ने बताया कि अब तक कोरोना के कुल 372 संदिग्ध मामले आए हैं. 297 मामले अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल, 35 मामले अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार और 40 मामले पृथक केंद्र, बोधगया के हैं.
इसमें कुल 314 लोगों को डिस्चार्ज किया जा चुका है. जिनमें 31 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, महकार और 281 अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल अस्पताल और 2 पृथक केंद्र बोधगया से किये गए हैं.
8 मामले में रिकवरी
नरेश झा ने बताया कि गया के कुल 49 में से 8 मामले में रिकवरी हो चुकी है. 39 मामले प्रवासी मजदूर के आये हैं, जो पृथक केंद्र बोधगया में हैं. बैठक में सिविल सर्जन ने बताया कि बुधवार को 113 वैसी क्वॉरेंटाइन महिलाओं के सैंपल लिए गए हैं, जिनके या तो बच्चे छोटे हैं या तो वे संदिग्ध हैं. 29 मई से पल्स पोलियो टीम से पुनः डोर टू डोर सर्वे कराया जाएगा.
डोर टू डोर सर्वे
डीएम ने उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी को कहा कि डोर टू डोर सर्वे के दौरान मनरेगा के भी कर्मी को लगाया जाए. ताकि वैसे लोग जिनका जॉब कार्ड नहीं बना है, उनका जॉब कार्ड बनाते जाएंगे. साथ ही जो छूट गए हैं, उनकी स्किल मैपिंग भी कर लेंगे. बैठक में विभिन्न प्रखंडों के लिए प्रतिनियुक्त क्वॉरेंटाइन सेंटर निरीक्षण करने वाले पदाधिकारियों ने अपने-अपने निरीक्षण प्रतिवेदन से डीएम को अवगत कराया.
कई अधिकारी रहे मौजूद
बैठक में नगर आयुक्त, नगर निगम, गया सावन कुमार, सहायक समाहर्ता केएम अशोक, उप विकास आयुक्त किशोरी चौधरी, अपर समाहर्ता, मनोज कुमार, जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरेश झा, सिविल सर्जन गया ब्रजेश कुमार सिंह, अधीक्षक एएनएमएमसीएच और सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी उपस्थित रहे.