गया: फल्गु नदी के तट पर बसा गया एक धार्मिक नगरी के रूप में दुनियाभर में विख्यात है. पितृपक्ष के अवसर पर यहां लाखों श्रद्धालु पिंडदान के लिए जुटते हैं. गया राज्य के दक्षिणी हिस्से में और झारखंड सीमा पर स्थित है. राजनीतिक दृष्टिकोण से इस जिले में दस विधानसभा क्षेत्र हैं. हालांकि, जिले के ये सभी 10 सीट काफी अहम हैं. लेकिन बेलागंज विधानसभा क्षेत्र हर बार के चुनाव में प्रदेश के सबसे हॉट सीट के रूप में जाना जाता रहा है.
साल के अंत तक बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले है. सभी दलो अपने स्तर से तैयरी कर रही है. इस बार बेलागंज विधानसभा क्षेत्र से जदयू के दो नेता अपनी-अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं. जहां एक ओर जदयू के टिकारी विधायक अभय कुशवाहा इस बार बेलागंज से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे है. वही जदयू के ही नगर निकाय के प्रदेश प्रवक्ता चंदन यादव भी बेलागंज से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं.
'कौन किस सीट पर लड़ेगा ये अभी सस्पेंस'
इस संबंध में ईटीवी भारत संवाददाता ने जब टिकारी विधायक अभय कुशवाहा से बात की उन्होंने कहा अभी हमलोग एनडीए गठबंधन में है. गठबंधन से आगे तय होगा किसी कहां से चुनाव लड़ने के लिए सीट मिलेगा. उसके बाद जदयू पार्टी तय करेगी. उन्होंने कहा कि वे जदयू के सच्चे सिपाही है. उनको पार्टी जहां से भी चुनावी मैदान में उतारेगी, वो उसी जगह से चुनाव लड़ेगें.
'लोग बेवजह नियुक्ती पत्र लेकर घूम रहे हैं'
वहीं, जदयू के नेता चंदन यादव ने कहा अभी बहाली भी नहीं निकाला है और लोग नियुक्ति पत्र लेकर घूम रहे है. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश ने उनको छह साल पहले ही बेलागंज विधानसभा में चुनाव लड़ने के लिए आशीर्वाद दिया था. लेकिन उस समय महागठबंधन से सुरेंद्र यादव के उम्मीदवार रहने के कारण मुझे मौका नहीं मिला था. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस बार वे सीएम नीतीश कुमार के आशीर्वाद चुनावी मैदान में उतरेंगे.
राजद विधायक ने जदयू पर साधा निशाना
इस संबंध में जब ईटीवी भारत की टीम ने राजद नेता अनिल यादव से बात की तो उन्होंने बताया कि टिकारी विधानसभा के विधायक अभय कुशवाहा दूसरा ठिकाना तलाश रहे हैं. टिकारी विधायक पहले जनता को यह जवाब दें कि ऐसी कौन सी परिस्थिति आ गई की अभय कुशवाहा को अपनी टिकारी सीट छोड़कर किसी अन्य सीट की तलाश कर रहे हैं. वहीं, राजद के ही एक अन्य नेता सुभाष यादव ने कहा कि जदयू विधायक अभय कुशवाहा ने अपने इलाके में एक भी विकास का काम नहीं किया है. जिस वजह से वे किसी अन्य सीट पर संभावनाओं की तालाश कर रहे हैं. उनका यहां कोई जनाधार नही है.
विधानसभा सीटों का समीकरण
बेलागंज विधानसभा क्षेत्र गया संसदीय सीट के तहत आता है. बेलागंज के अलावे इस संसदीय इलाके में विधानसभा की 5 अन्य सीट रघाटी, बाराचट्टी, बोधगया, गया टाउन और वजीरगंज आता है. इनमें से बाराचट्टी और बोधगया दोनों आरक्षित सीटें हैं. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन 6 सीटों में से 3 सीटें आरजेडी जबकि 1-1 सीट बीजेपी-जेडीयू और कांग्रेस के खाते में गईं थी.
बता दें कि 2015 के विधानसभा चुनाव में बेलागंज विधानसभा सीट से बिहार सरकार के पूर्व मंत्री सुरेंद्र यादव के वजह से हमेशा से ही चर्चा में रहा है. लेकिन इस बार चुनाव से पहले जदयू के दो नेताओं के वजह से चर्चा का विषय बना हुआ है. टिकारी विधानसभा क्षेत्र के विधायक अपनी सिटिंग सीट छोड़कर बेलागंज से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी कर लिए है. वहीं, जदयू नगर निकाय के प्रदेश प्रवक्ता चंदन यादव भी बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय होकर ताल ठोक रहे हैं.