गया: बोधगया में भाकपा माले की राज्य कमिटी की ओर से दो दिवसीय बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य अपने सैकड़ों सहयोगियों के साथ शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने जेएनयू छात्रों के आंदोलन पर बात की. उन्होंने कहा कि छात्रों का यह आंदोलन किसी एक छात्र का आंदोलन नहीं बल्कि, यह पूरे देश के शिक्षा का आंदोलन है.
'मजबूरी में छात्र कर रहे आंदोलन'
माले नेता ने कहा कि जेएनयू के छात्रों के आंदोलन को पूरे देश का आंदोलन समझिए. छात्रों का आंदोलन किसी एक छात्र का आंदोलन नहीं बल्कि पूरे देश के शिक्षा का आंदोलन है. जहां उच्च शिक्षा में गरीबों की पहुंच बनी थीं वहां साजिश रची जा रही है. साथ ही कहा कि एक ऐसा विश्वविद्यालय जहां पिछड़े वर्ग के लोग उच्च शिक्षा हासिल करने के लिये पहुंचते थे, आज वहां मजबूरी में छात्रों को आंदोलन करना पड़ रहा है.
'राजनीति की लड़ाई में छात्रों को नुकसान'
माले के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि बीजेपी, आरएसएस की विचारधारा छात्रों पर थोपना चाहती है. वह नहीं चाहती है कि छात्रों के बीच खुली बहस और खुले विचार हो. देश के लोकतंत्र के अनुसार संविधान में जो छात्रों का अधिकार है उसके अनुसार ही जेएनयू की आवाज निकली है. वह छात्रों के लिए अच्छी शिक्षा और सस्ती शिक्षा दिलाना है. साथ ही कहा कि बीएचयू हो या जेएनयू इन दोनों संस्थानों में ही उच्च शिक्षा और विश्व विद्यालय के खिलाफ बहुत बड़ी साजिश रची जा रही है. राजनीति की इस लड़ाई में सबसे ज्यादा नुकसान छात्रों को भुगतना पड़ रहा है.