गया: बिहार में गया शहर से करीब 50 किलोमीटर दूर शेरघाटी अनुमंडल के श्रीरामपुर पंचायत का शेरपुर गांव. गांव में कोरोना वायरस (Covid 19) को लेकर ग्रामीणों में खौफ नहीं है. ग्रामीण बिना मास्क के इधर-उधर घूमते नजर आ जाएंगे. इतना ही नहीं गांव में किसी भी ग्रामीण ने अब तक कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) नहीं लगवाया. ग्रामीणों की माने तो वैक्सीन लगवाने से लोगों की मौत हो रही है.
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सबसे बड़ी बात यह है कि शेरपुर गांव के लोगों को जागरूक करने के लिए सरकारी महकमे से आज तक कोई भी नहीं पहुंचा है. ग्रामीण सविता देवी बताती हैं कि गांव के लोग कोरोना से बचाव के लिए सिर्फ गांव से बाहर नहीं जाते. गांव में कोई मास्क नहीं लगाता है. गांव में अभी तक किसी ने कोरोना का टीका नहीं लिया है. यहां अफवाह है कि जो कोरोना का टीका ले रहा है वह बीमार पड़ रहा है और उसकी मौत हो रही है.
''गांव में लोग पहले जैसे ही रह रहे हैं. कोरोना शहर में होता है. इसलिए गांव में कोरोना वैक्सीन किसी ने नहीं लिया है. किसी को जरूरत महसूस नहीं हुई.'' - शांति देवी, ग्रामीण, शेरपुर गांव
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लोगों को किया जाएगा जागरूक : सिविल सर्जन
इस बारे में जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने सिविल सर्जन डॉ के. के. राय से बात की तो उन्होंने कहा कि शेरपुर गांव में जल्द कैम्प लगाकर टीकाकरण किया जाएगा.
'गांव-गांव तक टीकाकरण करने के लिए बीडीओ के साथ बैठक की गई है. लोगों को जागरूक करने से लेकर टीका देने तक की रूपरेखा तैयार है.' - डॉ के. के. राय, सिविल सर्जन
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पूर्व सीएम के गांव में नहीं लिया टीका
आपको बता दें कि गया जिले में सिर्फ शेरपुर गांव में ऐसी स्थिति नहीं है, बल्कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के गांव में भी लोगों ने टीका नहीं लिया है. गांव में अस्पताल रहने के बावजूद यहां जागरुकता नहीं है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के गांव महकार में भी कोरोना वैक्सीन को लेकर अफवाह है. इस अफवाह को खत्म करने के लिए जिला प्रशासन और जिला स्वास्थ्य विभाग का काम धरातल पर नहीं दिख रहा है.