नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव के समय NDA से मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बनाया था. लोकसभा चुनाव के बाद यह गठबंधन बिखरता नजर आ रहा है. अरविंद केजरीवाल, तेजस्वी यादव, ममता बनर्जी, उमर अबदुल्लाह और संजय राउत ने इंडिया गठबंधन में टूट की ओर इशारा किया था. कांग्रेस ने इसका खंडन करते हुए कहा कि सपा और टीएमसी जैसे कुछ घटक दल दिल्ली में आप के लिए प्रचार कर रहे हैं, इससे गठबंधन पर असर नहीं पड़ेगा. क्योंकि, इंडिया ब्लॉक की राष्ट्रीय भूमिका है.
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मोहम्मद जावेद ने ईटीवी भारत से कहा, "क्षेत्रीय दलों का अपना एजेंडा और एक-दूसरे का समर्थन करने के अपने कारण हैं. दिल्ली में सपा और टीएमसी द्वारा आप का समर्थन करने से कांग्रेस की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. इंडिया ब्लॉक की पार्टियां संसद सत्र के दौरान एकजुट रहेंगी और एनडीए सरकार का मुकाबला करेंगी." संसद का शीतकालीन सत्र 31 जनवरी से शुरू हो रहा है.
जावेद ने कहा, "बेरोजगारी, महंगाई, अर्थव्यवस्था और संविधान को खतरा जैसे मुद्दे इंडिया ब्लॉक द्वारा उठाए जाएंगे. हम पिछले कुछ समय से इन मुद्दों को उठा रहे हैं और फिर से उठाएंगे, क्योंकि सरकार द्वारा इन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है." सांसद ने कहा कि संसद सत्र के दौरान उठाए जाने वाले मुद्दों पर जल्द ही कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में फैसला लिया जाएगा.
दिल्ली में कांग्रेस के बजाय सपा और टीएमसी ने आप को चुनने के मुद्दे को एनडीए भुनाने की कोशिश कर रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं ने जहां गुट के बीच मतभेद की खबरों को कम करने की कोशिश की है, वहीं संदीप दीक्षित और अलका लांबा जैसे नेता क्षेत्रीय दलों की आलोचना करते हुए कहा है कि अब आप को गिरने से कोई नहीं बचा सकता. संदीप दीक्षित और अलका लांबा, अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
संदीप दीक्षित ने अखिलेश को उन आरोपों की याद दिलाई जो केजरीवाल ने उनके पिता मुलायम सिंह यादव के खिलाफ लगाए थे. अलका लांबा ने कहा था कि केजरीवाल खुद को बचाने के लिए बाहरी पार्टियों को बुला रहे हैं. शिवसेना यूबीटी ने भी दिल्ली में आप के खिलाफ कांग्रेस के लड़ने की आलोचना की थी. हालांकि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के दिल्ली में 'आप' के लिए प्रचार करने की संभावना नहीं है.
कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अच्छा अभियान चला रही है. 2020 के चुनावों की तुलना में लोगों से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. राहुल गांधी ने मंगलवार को नई दिल्ली सीट पर दीक्षित और पटपड़गंज के उम्मीदवार अनिल चौधरी के लिए वोट मांगे, जिससे पता चलता है कि कांग्रेस इस बार कुछ सीटें जीत सकती है. उन्होंने कहा कि मुस्तफाबाद सीट पर बसपा उम्मीदवार नीरू चौधरी द्वारा पार्टी उम्मीदवार अली मेहंदी को समर्थन देने से भी इसका संकेत मिलता है.
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने ईटीवी भारत से कहा, "हमारे सभी शीर्ष नेता भी प्रचार करेंगे और हमारे वरिष्ठ एआईसीसी नेता पहले से ही दिल्ली भर में प्रचार कर रहे हैं, जिसमें सीडब्ल्यूसी सदस्य सचिन पायलट और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी के अलावा निर्दलीय सांसद पप्पू यादव शामिल हैं."
इसे भी पढ़ेंः