गया: अंतर्राष्ट्रीय स्थली बोधगया महाबोधि मंदिर में कठिन चीवरदान का कार्यक्रम शुरू हो गया है. कठिन चीवरदान को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. वहीं महाबोधि मंदिर में वार्षिक पूजन का आगाज पिछले सप्ताह से ही शुरू हो गया है. नवंबर महीने की बात करें, तो विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर एवं बोधगया में पर्यटन सीजन शुरू होते ही बौद्ध श्रद्धालुओं का बड़ी संख्या में आना शुरू हो जाता है.
80 हजार श्रद्धालु पहुंचे बोधगया: महाबोधि मंदिर के बौद्ध भिक्षु द्वारा कठिन चीवरदान का आयोजन किया जाता है. बोधगया में अब तक 80 हजार बौद्ध श्रद्धालु बोधगया पहुंच चुके हैं. बता दें कि करीब 43 हजार पुरुष और 35 हजार महिला बौद्ध श्रद्धालुओं का परिभ्रमण बोधगया में हुआ है. लोगों के आगमन को लेकर जिला प्रशासन भी पूरी तरह से तत्पर है.
महाबोधि मंदिर में वार्षिक पूजन का आगाज: कठिन चीवरदान का कार्यक्रम 12 नवंबर को महाबोधि मंदिर में होगा. वहीं, इसके बाद 13, 14, 16, 20 और 22 नवंबर को विभिन्न मंदिर वियतनाम, कोरिया, श्रीलंका में भी कठिन चीवरदान का आयोजन होगा. दिसंबर महीने में बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा का आगमन की संभावित है.
बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा का बोधगया आगमन: मिली जानकारी के अनुसार बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा का 15 दिसंबर को आगमन होने वाला है. आगमन के बाद 20 दिसंबर 2023 को बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के द्वारा महाबोधि संस्कृति केंद्र में इंटरनेशनल संघ फोरम का आयोजन किया जाएगा जिसका समापन 23 दिसंबर को होगा. इसमें मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल होंगे. वहीं इसमें विभिन्न देशों के लगभग ढाई हजार लोग शिरकत करेंगे.
दलाई लामा का एक माह बोधगया प्रवास: बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा 30, 31 और 1 जनवरी को कालचक्र मैदान में टीचिंग का कार्यक्रम करेंगे. बताया जा रहा है कि बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा तकरीबन एक माह तक बोधगया प्रवास करेंगे. उनके आगमन को देखते हुए जिला प्रशासन के द्वारा तैयारियों का निरीक्षण अभी से ही शुरू कर दिया गया है.
"15 दिसंबर को बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा का बोधगया में आगमन होगा. ये पूरे दिसंबर और जनवरी के आधे माह बोधगया प्रवास पर होंगे. इस दौरान टीचिंग कार्यक्रम भी करेंगे."- अरविंद कुमार सिंह, सदस्य, बीटीएमसी
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