गया: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. गया केंद्रीय कारागार में बंद कैदियों ने भी छठ पूजा मनाई. यहां 14 महिला कैदियों और 2 पुरुष कैदियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रखा. कैदियों ने शाम को अस्तलाचलगामी और सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर पारण किया.
व्रत रखने वाले कैदियों के लिए जेल अधीक्षक और उपाधीक्षक ने खास इंतजाम किए. जेल परिसर में ही अस्थाई कुंड का निर्माण कराया गया, जहां छठव्रती महिला और पुरुष बंदी ने भगवान भास्कर को दोनों समय का अर्घ्य दिया. पूजा के बाद सभी कैदियों को प्रसाद ग्रहण कराया गया.
छठी मईया के गीतों से गूंज उठा जेल परिसर
वहीं, जेल अधीक्षक और उपाधीक्षक के परिजनों ने भी उगते सूर्य को अर्घ्य दिया. छठ पूजा को लेकर पूरे जेल परिसर को सुंदर तरीके से सजाया गया था. छठ गीतों से जेल परिसर गुंजयमान हो रहा था. जेल में छठ के त्योहार को लेकर काफी हर्ष उल्लास का माहौल बना रहा.
जेल अधीक्षक विजय कुमार अरोड़ा एवं जेल उपाधीक्षक रामानुज कुमार ने छठ का व्रत कर रहे महिला-पुरुष बंदियों के बीच साड़ी और अन्य वस्त्र, सूप, दउरा, फल पूजन की सामग्री का वितरण किया. इस दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराया गया.