लिव इन रिलेशनशिप पर मोदी के मंत्री की नसीहत..'अनपढ़ लड़कियों से सीखें पढ़ी-लिखी लड़कियां' - श्रद्धा हत्याकांड पर कौशल किशोर की प्रतिक्रिया
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी गया में (Union Minister Kishore Chaudhary in Gaya) वीरांगना ऊदा देवी की श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने पहुंचे थे. उन्होंने इस मौके पर श्रद्धा हत्याकांड पर लड़कियों को लिव-इन में नहीं रहने की नसीहत दे डाली. इसके अलावा उन्होंने लोगों को नशा नहीं करने की शपथ भी दिलाई. पढ़ें पूरी खबर..
गयाः बिहार के गया पहुंचे केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी ने श्रद्धा हत्याकांड की निंदा (Kaushal Kishor reaction on Shraddha murder case) की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पढ़ी-लिखी लड़कियों को अनपढ़ लड़कियों से सीख लेनी चाहिए. पढ़ी-लिखी लड़कियां लिव-इन के लिए अपने मां-बाप को छोड़ देती हैं. इस कारण ही अपराध बढ़ता है. किसी को भी लिव-इन रिलेशनशिप में नहीं जाना चाहिए, जो लड़कियां लिव-इन रिलेशनशिप में जा रही हैं, तो उन्हें कोर्ट से पेपर बनवा लेना चाहिए. अगर किसी लड़के के साथ रहना ही है तो शादी करके रहो. इस तरह केंद्रीय मंत्री ने आधुनिक खयालात वाली लड़कियों को एक तरह से नसीहत दे डाली. वह यहां गया क्लब के प्रांगण में आयोजित महान वीरांगना ऊदा देवी के श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने आये थे.
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लोगों को नशा न करने की दिलाई शपथः केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर चौधरी को गया क्लब में आयोजित महान वीरांगना ऊदा देवी की श्रंद्धाजलि सभा में फूल-माला पहनाकर व अंग वस्त्र देकर उन्हें सम्मानित किया गया. इस दौरान केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर चौधरी ने उपस्थित लोगों को नशा नहीं करने की शपथ भी दिलाई. इस दौरान उन्होंने कहा कि ऊदा देवी पासी जी एक महान वीरांगना थी, जो पासी समाज से आती थी. उन्होंने अंग्रेजों से आजादी की लड़ाई लड़ी थी. अपने जीवनकाल में उन्होंने 36 अंग्रेजों को मौत के घाट उतार दिया था. उनके शहादत दिवस को बलिदान दिवस के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है. इसी कार्यक्रम के तहत आज हम गया पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि देश को नशा मुक्त करना जरूरी है. तभी नई पीढ़ी आगे बढ़ सकेगी.
कौशल किशोर चौधरी के बेटे का नशा से हुआ था लीवर खराबः कौशल किशोर ने उदाहरण देते हुए कहा कि मेरा बेटा भी नशा करता था. इस कारण उसका लीवर खराब हो गया और उसकी मौत हो गई. मैं और मेरी पत्नी अपने बेटे को नहीं बचा सके. ऐसे में हमने यह अभियान चलाया है कि पूरे देश को नशा मुक्त करना है. हमारे अभियान के तहत करोड़ों लोग हमसे जुड़ चुके हैं. आज भी हमने नशा न करने के लिए लोगों को शपथ दिलाई है. देश को नशा मुक्त किया जाए, इसके लिए सबसे जरूरी है कि लोग नशा करना छोड़ दें. जब ग्राहक ही नहीं रहेंगे, तो लोग नशे की समान कहां बेचेंगे ? इसलिए लोगों को चाहिए कि नशा से तौबा करें और अपने जीवन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए संघर्ष करें.
नशामुक्ति से होगा समाज का विकासः कौशल किशोर चौधरी ने कहा कि हमारा समाज काफी पिछड़ा हुआ है. अगर हमारा समाज शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा, नशा मुक्त होगा, तभी विकसित होगा. उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि अपने बच्चों के भविष्य के लिए स्वयं नशा ना करें और बच्चों को भी नशे से होने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक करें. तभी देश आगे बढ़ेगा और हमारी पीढ़ी भी नशा मुक्त होगी.
''पढ़ी-लिखी लड़कियों को अनपढ़ लड़कियों से सीख लेनी चाहिए. पढ़ी-लिखी लड़कियां लिव-इन के लिए अपने मां-बाप को छोड़ देती हैं. इस कारण ही अपराध बढ़ता है. मेरा बेटा भी नशा करता था. इस कारण उसका लीवर खराब हो गया और उसकी मौत हो गई. ऐसे में हमने यह अभियान चलाया है कि पूरे देश को नशा मुक्त करना है" - कौशल किशोर चौधरी, केंद्रीय राज्यमंत्री