गया: बीजेपी सांसद सुशील सिंह (BJP MP Sushil Singh) ने गया में इमामगंज डीएसपी की भूमिका पर सवाल (Question on role of Imamganj DSP) उठाए हैं. गया के चर्चित हत्याकांड को लेकर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से थाने की हाजत में बंद प्रेमिका की हत्या के आरोपी युवक के सुसाइड का मामला सामने आया है, वह संदिग्ध है. लिहाजा मामले की जांच होनी चाहिए. इस मामले में
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इमामगंज डीएसपी की भूमिका पर सवाल: औरंगाबाद सांसद ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में इस तरह की घटना हुई है. हाजत में पंखा या ऐसी चीज नहीं रहती है, जिससे फांसी लगाई जा सके लेकिन आरोपी सोए हुए हालत में अपने कपड़े से गले में फांसी लगा लेता है तो यह जांच का विषय है. इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इमामगंज डीएसपी की भूमिका संदिग्ध है. इसकी जांच होनी चाहिए. सांसद ने मामले को नक्सल से भी जोड़ा और कहा कि जांच होनी चाहिए.
"हाजत में पंखा या ऐसी चीज नहीं रहती है, जिससे फांसी लगाई जा सके लेकिन आरोपी सोए हुए हालत में अपने कपड़े से गले में फांसी लगा लेता है तो यह जांच का विषय है. इसकी जांच होनी चाहिए. इमामगंज डीएसपी की भूमिका भी संदिग्ध रहती है. मेरा मानना है कि जितने भी अनुसंधान किए गए हैं, यदि उसकी जांच की जाए तो सच्चाई का पता लग जाएगा"- सुशील कुमार सिंह, बीजेपी सांसद, औरंगाबाद
क्या है मामला?: दरअसल, एक लड़की के हत्यारोपी ने इमामगंज थाना हाजत में खुदकशी कर ली थी. मृतक शंकर दास पर अपनी प्रेमिका की हत्या का आरोप था. पिछले दिनों जिले में एक लड़की का शव मिला था. लड़की की चाकू गोदकर हत्या की गई थी. पुलिस ने बाद में इमामगंज थाना क्षेत्र में अपने नानी के यहां रहकर पढ़ाई करने वाली एक लड़की के रूप में उसकी शिनाख्त की थी. उसी मामले में पुलिस ने हत्या के आरोपी शंकर दास को गिरफ्तार किया था. शंकर दास करहनी के पिपरा स्थित डुमरिया प्रखंड का रहने वाला था.
अपने ही कपड़े से फांसी लगाकर हाजत में की खुदकशी: गया की एसएसपी हरप्रीत कौर ने बताया कि कुंजेसर गांव की रहने वाली प्रेमिका की हत्या के आरोप में गिरफ्तार इमामगंज थाना के करहनी गांव के निवासी शंकर दास ने इमामगंज थाना के हाजत में अपने ही कपड़े से फंदा बनाकर फांसी लगा ली. पूरी घटना सीसीटीवी में आई है. युवक तनाव में चल रहा था. इससे पहले भी उसने पुलिस को जहर खाकर जान देने की मंशा रखने की बात बताई थी. तीन चौकीदार की तैनाती के बीच भी यह घटना हुई है. इसे लेकर मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है और आगे की कार्रवाई की जाएगी.
घंटों रखा सड़क जामः गया के इमामगंज थाना में हाजत में बंद आरोपी की फांसी लगाकर आत्महत्या करने मामले में मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए इमामगंज में घंटों सड़क जाम कर रखा. परिजनों ने आरोप लगाया है कि सुसाइड नहीं बल्कि पुलिस के द्वारा पीटे जाने के बाद उसकी मौत हुई है. बॉडी को हम लोगों को दिखाया भी नहीं गया और पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया गया. आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
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