गया : कोरोना महामारी के बीच बिहार के लिए एक अच्छी खबर है. देशभर में मछली उत्पादन में बिहार चौथे स्थान पर पहुंचा है. 2018-19 वित्तिय वर्ष में बिहार में मछली का उत्पादन 602 हजार 130 मीट्रिक टन था, जबकि 2019-20 में 10 हजार 393 मीट्रिक टन का उत्पादन हुआ.
चौथे नंबर पर पहुंचा बिहार
एक साल में इतने बड़े पैमाने के उत्पादन से बिहार मत्स्य पालन को बड़ी कामयाबी मिली है. अब वो दिन दूर नहीं है, जब बिहार की मछलियां अन्य राज्यों में पहुंचेंगी. बिहार में मछली उत्पादन दिन-प्रतिदिन प्रगति कर रहा है. हाल में आई रिपोर्ट के मुताबिक देश भर में मछली उत्पादन में बिहार चौथे नंबर पर पहुंच गया है.
दूसरे राज्यों में भेजी जा रही बिहार की मछलियां
इस संबंध में कृषि, पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री प्रेम कुमार ने कहा कि मुझे काफी खुशी हो रही है. राज्य के मछुआरे भाइयों की कड़ी मेहनत और राज्य सरकार की तरफ से लाए गए कृषि रोड मैप से ये कामयाबी मिली हैं. बिहार मछली उत्पादन में चौथे स्थान पर आ गया है, अब बिहार की मछलियों को दूसरे राज्यों में भेजी जा रहीं हैं.
मत्स्य पालन में अच्छी संभावनाएं
बिहार के लोगों के लिए अच्छा अवसर है और मत्स्य पालन में अच्छी संभावनाएं है. मछुआरों की मेहनत से और राज्य सरकार की नीतियों से बिहार मत्स्य उत्पादन में पहले स्थान पर आएगा. बता दें कि बिहार सरकार मछली पालक और मछली व्यापार के लिए 90 फीसदी अनुदान पर दो पहिया, तीन पहिया और चार पहिया वाहन उपलब्ध करवा रही है.