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संजय जायसवाल का जातीय जनगणना पर बड़ा बयान, कहा- 'लाभ-हानि पर विशेष चर्चा होना जरूरी'

एक ओर जहां जेडीयू और आरजेडी की ओर से जातीय जनगणना की मांग की जा रही है, वहीं बीजेपी इसके पक्ष में नहीं दिख रही है. प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने एक बार फिर कहा है कि केवल बातें करने का कोई मतलब नहीं है. हमें पहले ये समझना होगा कि वास्तव में इससे क्या फायदा और नुकसान हो सकता है.

संजय जायसवाल
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Published : Aug 1, 2021, 8:39 PM IST

गया: बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल (Bihar BJP President Sanjay Jaiswal) ने जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर बड़ा बयान दिया है. सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से इस पर खूब बयानबाजी हो रही है, लेकिन इसकी मांग करने वालों को यह बताना चाहिए कि इससे वास्तव में क्या लाभ और हानि होंगे?

ये भी पढ़ें- 'जातीय जनगणना' और 'जनसंख्या नियंत्रण' पर NDA में उठने लगी 'चिंगारी', बोली RJD- 'हमारा स्टैंड क्लियर है'

संजय जायसवाल ने कहा कि वर्ष 1931 के बाद से कभी जातीय जनगणना नहीं हुई है. अब जब जातीय जनगणना की मांग हो रही है तो लोगों को बताना चाहिए कि इसके फायदे क्या हैं या इससे क्या हानि हो सकती है. इसके दूरगामी परिणाम क्या हो सकते हैं?

संजय जायसवाल का बयान

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि भारत में 50% से ज्यादा किसी को आरक्षण नहीं दिया जा सकता है तो फिर आखिर इसकी जरूरत क्या है. उन्होंने कहा कि मराठा आंदोलन में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा की मांग लोग कर रहे थे, लेकिन अंत में सुप्रीम कोर्ट ने इसे निरस्त कर दिया. इसलिए यह क्यों जरूरी है और इसके क्या फायदे हैं, इस पर सभी लोग मिलकर चर्चा करें ना कि किसी तरह की बेतुकी बयानबाजी करें.

"जातीय जनगणना के फायदे और नुकसान क्या हैं, इस पर सभी को मिलकर विशेष रूप से चर्चा करनी चाहिए. लोग तरह-तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. इससे अच्छा है कि सब मिलकर इसके फायदे और नुकसान पर चर्चा करें और इसके दूरगामी परिणाम के बारे में बताएं"- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी

वहीं, संजय जायसवाल ने कहा कि केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद आरके सिंह पहली बार 16 अगस्त को गया आ रहे हैं, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उनका जोरदार स्वागत होगा. तीन दिवसीय यात्रा के तहत वे औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास और बक्सर होते हुए आरा जाएंगे, जहां एक सभा का भी आयोजन होगा. जायसवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद बिहार के विद्युत घरों की क्षमता बढ़ी है. ऊर्जा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. इसके लिए भी हम उन्हें मिलकर बधाई देंगे.

ये भी पढ़ें- Caste Census Politics: जाति आधारित जनगणना पर बोले मांझी- जनसंख्या के अनुसार हिस्सा चाहिए

इस दौरान पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के द्वारा उनका गया में स्वागत किया जाएगा. इससे पहले यहां पहुंचने पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया.

गया: बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल (Bihar BJP President Sanjay Jaiswal) ने जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर बड़ा बयान दिया है. सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय से इस पर खूब बयानबाजी हो रही है, लेकिन इसकी मांग करने वालों को यह बताना चाहिए कि इससे वास्तव में क्या लाभ और हानि होंगे?

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संजय जायसवाल ने कहा कि वर्ष 1931 के बाद से कभी जातीय जनगणना नहीं हुई है. अब जब जातीय जनगणना की मांग हो रही है तो लोगों को बताना चाहिए कि इसके फायदे क्या हैं या इससे क्या हानि हो सकती है. इसके दूरगामी परिणाम क्या हो सकते हैं?

संजय जायसवाल का बयान

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि भारत में 50% से ज्यादा किसी को आरक्षण नहीं दिया जा सकता है तो फिर आखिर इसकी जरूरत क्या है. उन्होंने कहा कि मराठा आंदोलन में भी 50 प्रतिशत से ज्यादा की मांग लोग कर रहे थे, लेकिन अंत में सुप्रीम कोर्ट ने इसे निरस्त कर दिया. इसलिए यह क्यों जरूरी है और इसके क्या फायदे हैं, इस पर सभी लोग मिलकर चर्चा करें ना कि किसी तरह की बेतुकी बयानबाजी करें.

"जातीय जनगणना के फायदे और नुकसान क्या हैं, इस पर सभी को मिलकर विशेष रूप से चर्चा करनी चाहिए. लोग तरह-तरह की बयानबाजी कर रहे हैं. इससे अच्छा है कि सब मिलकर इसके फायदे और नुकसान पर चर्चा करें और इसके दूरगामी परिणाम के बारे में बताएं"- संजय जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी

वहीं, संजय जायसवाल ने कहा कि केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनने के बाद आरके सिंह पहली बार 16 अगस्त को गया आ रहे हैं, ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से उनका जोरदार स्वागत होगा. तीन दिवसीय यात्रा के तहत वे औरंगाबाद, कैमूर, रोहतास और बक्सर होते हुए आरा जाएंगे, जहां एक सभा का भी आयोजन होगा. जायसवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बनने के बाद बिहार के विद्युत घरों की क्षमता बढ़ी है. ऊर्जा व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है. इसके लिए भी हम उन्हें मिलकर बधाई देंगे.

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इस दौरान पूर्व मंत्री डॉ. प्रेम कुमार, पूर्व विधान पार्षद कृष्ण कुमार सिंह, जिलाध्यक्ष धनराज शर्मा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं के द्वारा उनका गया में स्वागत किया जाएगा. इससे पहले यहां पहुंचने पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह देखा गया.

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