गया: बिहार के गया जिले में राजेंद्र आश्रम के पास साइबर कैफे संचालक अनुराग बसु ने अपनी जान की बाजी लगाकर 2008 में हुए अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट (Ahmedabad Serial Blast) के मुख्य आरोपी आंतकी तौसीफ पठान (Madhubani Tausif Pathan) को धर दबोचा था. सोमवार को इस मामले में सिविल कोर्ट में अनुराग बसु की गवाही (Testimony of Anurag Basu) थी. इस दौरान अनुराग को एहसास हुआ कि कोई उसकी रेकी कर रहा है. उसे जान की खतरा है. उसने सारी बात जज को बतायी. जज ने पुलिस सुरक्षा में उसे टिकारी स्थित घर भेजा.
2008 में हुए अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट के मुख्य आरोपी मोहम्मद अतीक उर्फ तौसीफ पठान को पुलिस को पकड़वाने में मदद करने वाले अनुराग बसु की कोर्ट में गवाही हुई. साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत आरोपी आतंकी की पहचान कराई गई. गवाही के बाद न्यायधीश ने अनुराग बसु को पुलिस अभिरक्षा में उनके घर भेजा गया. वही मंगलवार को भी एक बार फिर गवाही दी जाएगी.
दरअसल, अनुराग बसु ने सिविल लाइन थानाक्षेत्र के राजेंद्र आश्रम में विष्णु साइबर कैफे खोली थी. दुकान अच्छी चलती थी. चार अन्य लोग भी काम करते थे. 13 सितंबर 2017 को उन्होंने इंडियन मुजाहिदीन के फरार आतंकी तौसीफ खान को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द किया.
इसके बाद अनुराग बसु लगातार सुरक्षा का मांग कर रहे थे. इसी बीच आज सिविल कोर्ट में अनुराग बसु ने गवाही देने आया था. उसे एहसास हुआ कि उसकी रेकी आंतकी तौसीफ के लोग कर रहे हैं. कोर्ट को इसकी जानकारी अनुराग बसु ने दी तो कोर्ट ने अनुराग को पुलिस सुरक्षा में घर भेजने का आदेश दिया.
'आतंकवादी तौसीफ पठान के आदमी पीछा कर रहे थे. कोर्ट में ब्यान देने के क्रम में कोर्ट के दरवाजे पर भी आया था और घूर रहा था. न्यायाधीश के आदेश पर गया एसएसपी ने सुरक्षा मुहैया करायी. क्योंकि कल भी मेरा बयान दर्ज होगा. मेरी जान को खतरा है. इसलिए मैं न्यायाधीश एवं सरकार से परमानेंट सुरक्षा की मांग करता हूं. अगर सुरक्षा नहीं मिली और मेरे साथ कोई अप्रिय घटना घटती है, तो इसकी जिम्मेवारी बिहार सरकार और पुलिस प्रशासन की होगी.' -अनुराग बसु, साइबर कैफे संचालक
बता दें कि कोर्ट के आदेश के बाद सिविल लाइंस थाना ने अनुराग बसु को पुलिस सुरक्षा में थाना में ढाई बजे ले आयी. सिविल लाइंस थाना ने अनुराग बसु को तीन घण्टे बाद टिकारी थाना की पुलिस टीम की सुरक्षा में टिकारी स्थित निजी आवास भी भेजा. अनुराग बसु को कल मंगलवार को भी सिविल कोर्ट में गवाही देना है. कल पुलिस सुरक्षा में अनुराग बसु को कोर्ट में लाया जाएगा. लेकिन अनुराग बसु स्थायी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं.
हालांकि अनुराग बसु को अब भी जान का खतरा बना रहता है. अनुराग पहले भी गया के वरीय अधिकारियों से खुद की सुरक्षा को लेकर सुरक्षा गार्ड की मांग करते आ रहे हैं. लेकिन आज तक नहीं मिली, जबकि सोमवार गवाही के दौरान कोर्ट में भी कुछ लोग बहुत ही गौर से देख रहे थे, जिससे वे डर के साये में है.
'इस मामले में मुझे किसी तरह की जानकारी नहीं है. लिखित आदेश भी प्राप्त नहीं हुआ है.' -आदित्य कुमार, गया एसएसपी
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