गया: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के प्रथम चरण के मतदान की तिथी नजदीक आते ही विभिन्न पार्टियों के नेताओं का जनसंपर्क अभियान भी जोर पकड़ रहा है. वहीं कई गांव के लोगों ने अपनी समस्याओं को लेकर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. जिले के वजीरगंज विधानसभा के बारा गंधार दलित टोला के लोगों ने भी सड़क की समस्या को लेकर वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है. इसे लेकर गांव के बाहर वोट बहिष्कार का बैनर भी लगा दिया गया है.
स्थानीय ग्रामीण सुकुंती देवी ने बताया कि विगत कई वर्षों से हम लोगों ने विधायक और सांसद को वोट देकर जीताने का कार्य किया. लेकिन एक बार जो नेता जीत कर जाते हैं, वो दोबारा कभी हाल-चाल तक पूछने तक नहीं आते हैं. विगत 20 वर्षों से हमारे गांव की सड़क नहीं बनी है. जिस कारण आवागमन में काफी परेशानी होती है. कच्ची सड़क होने के कारण बरसात में स्थिति और भी भयावह हो जाती है. कई लोग गड्ढे में पानी जमा होने के कारण गिरकर घायल हो चुके हैं.
सड़क नहीं बनने तक करेंगे वोट बहिष्कार
ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव के बच्चे पढ़ने के लिए दूसरे गांव के स्कूल में जाते हैं. वे कब दुर्घटना का शिकार हो जाएंगे, यह चिंता बनी रहती है. लाचार होकर अब हमलोगों ने यह निर्णय लिया है कि जब तक हमारे गांव की सड़क नहीं बन जाती तब तक हम लोग वोट बहिष्कार करेंगे. वही ग्रामीण मंटू गंधार ने बताया कि बारा गंधार 3 सौ घरों का दलित टोला है. गांव की मुख्य समस्या सड़क और पेयजल की है. हम लोगों ने मुखिया से लेकर संसद तक को जिताने का कार्य किया. इसके बावजूद हमारे गांव की समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है. उन्होंने कहा कि जब तक हमारे गांव का विकास नहीं होता, तब तक हम लोगों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.
सरकार ने गरीबों और दलितों के लिए नहीं किया कोई काम
वही वजीरगंज विधानसभा से चुनाव लड़ रहे जन अधिकार पार्टी के प्रत्याशी राजीव कुमार कन्हैया ने बताया कि वजीरगंज विधानसभा के लगभग 2 सौ गांवों का दौरा कर चुके हैं. इस दौरान कई गांव और दलित टोलो में सड़क और पेयजल की समस्याओं को लेकर लोगों ने वोट बहिष्कार कर रखा है. आज तक जितनी भी सरकारें आई उन लोगों ने गरीबों और दलितों के लिए कुछ नहीं किया. हम प्रशासन से मांग करते हैं कि क्षेत्र में जहां भी ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार कर रखा है, वहां सड़क और अन्य समस्याओं को दूर करने का प्रयास करें. ताकि गांव में लोकतंत्र बहाल हो.