गया: जिले के सर्किट हाउस में उद्यान उपनिदेशक राकेश कुमार के साथ कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने योजनाओं की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने कई मगध प्रमंडल में हाईब्रिड सब्जी और मसालों की खेती को लेकर काफी चर्चा की. साथ ही उन्होंने खेती से किसानों की आय बढ़ाने को लेकर भी काफी विचार विमर्श किया.
बता दें कि इस समीक्षा बैठक के दौरान कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि मगध प्रमंडल के गया, औरंगाबाद और नवादा जिलों में हाईब्रिड सब्जी के साथ मसालों की खेती के लिए योजना चलाई जा रही है. योजना में तीन कार्यक्रम हैं. पहला सब्जी और मसाला बीज उत्पादन, दूसरा हाईब्रिड सब्जी उत्पादन और तीसरा किसानों का तकनीकी ज्ञान का प्रशिक्षण देना. साथ ही उन्होंने कहा कि बीज उत्पादन से रोजगार के साधन बढ़ेंगे. अधिक उत्पादन और उत्पादकता होने से किसानों की आय बढे़गी.
35 हजार की लागत पर साढ़े 12 हजार रुपये की मदद
इसके साथ ही मंत्री ने कहा कि खुले परागण वाली सब्जी और मसाला फसलों के बीज उत्पादन कार्यक्रम के लिए फस्ट स्टेज पर लागत के रूप में 35 हजार रुपये निर्धारित है. इसमें सरकार की ओर से 12 हजार 250 रुपये प्रति हेक्टेयर की आर्थिक मदद की जाती है. एक किसान अधिकतम दो हेक्टेयर के लिए लाभ ले सकते हैं. हाईब्रिड सब्जी उत्पादन के लिए 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की ईकाई लागत पर 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान दिया जाता है. प्रशिक्षण के लिये प्रति किसान एक हजार रुपये खर्च करना है.
पंजीकृत किसान बीएचओ को करें आवेदन
इस बैठक के के बाद उप निदेशक राकेश कुमार ने बताया कि किसान अपने-अपने प्रखंडों में प्रखंड उद्यान पदाधिकारी के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं. पंजीकृत किसान को लाभ दिया जाएगा. बीज उत्पादन कार्यक्रम का प्रमाणीकरण बिहार राज्य बीज निगम और जैविक प्रमाणन एजेंसी, मीठापुर पटना से कराना अनिवार्य होगा. बीज उत्पादन के लिए आधार बीज का उपयोग किया जाएगा.